वर्तमान में देश में इथेनॉल 100 की बिक्री शुरू हो गई है! यदि आप पर्यावरण के बारे में चिंतित हैं। चाहते हैं कि अपना मोटर 100 फीसदी इथेनॉल से चलाएं। लेकिन दिक्कत यह है कि भारतीय बाजार में यह ईंधन उपलब्ध नहीं है। लेकिन अब चिंता करने की कोई बात नहीं है। देश के चार राज्यों- उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, कर्नाटक और तमिलनाडु के 90 से भी ज्यादा शहरों में 100 फीसदी इथेनॉल बिकने लगा है। यह बिक्री देश की सबसे बड़ी ऑयल मार्केटिंग कंपनी इंडियन ऑयल ने शुरू की है। इंडियन ऑयल के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक एस एम वैद्य ने बताया बताया इथेनॉल 100 की कीमत पेट्रोल की कीमत के अनुरूप ही है। उनका कहना है कि इस समय शत प्रतिशत इथेनॉल पर चलने वाली गाड़ियां बाजार में ज्यादा हैं नहीं। इसलिए इसकी अलग से कीमत तय नहीं की गई है। हो सकता है कि आगे चल कर इसकी भी अलग कीमत तय हो।
उन्होंने बताया कि कल यानी 15 मार्च 2024 को नई दिल्ली के एक पेट्रोल पंप से इथेनॉल 100 की बिक्री की शुरुआत हो गई है। फिलहाल यह ईंधन दिल्ली के अलावा उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, कर्नाटम और तमिलनाडु के 90 से भी ज्यादा शहरों के 183 पेट्रोल पंपों पर उपलब्घ है। धीरे-धीरे इसकी संख्या बढ़ाई जाएगी। आबादी के लिहाज से देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश के 27 शहरों में इथेनॉल 100 ईंधन बेचने वाले पंप खुल चुके हैं। इन शहरों में इलाहाबाद, लखनऊ, फैजाबाद, कानपुर, मेरठ, वाराणसी, नोएडा, बरेली, मथुरा, फिरोजाबाद, अलीगढ़, बिजनौर, मोरादाबाद आदि शामिल हैं।इथेनॉल कम ग्रीनहाउस गैसों का एमिशन होता है। जब इसे फ्यूल के रूप में जलाया जाता है, तो यह कार्बन डाइऑक्साइड (CO2) छोड़ता है, लेकिन उत्सर्जित CO2 फसलों द्वारा उनके विकास के दौरान एबजॉर्ब्ड क्वांटिटी के लगभग बराबर होती है। इंडियन ऑयल के चेयरमैन का कहना है कि इथेनॉल का निर्माण गन्ने से होता है। इसके अलावा मक्का, चावल और कुछ और अनाजों के साथ साथ एग्रीकल्चर वेस्ट से भी इथेनॉल निकाला जा रहा है। किन शहरों में इस तरह के कितने पेट्रोल पंप चल रहे हैं, इसके लिए आप नीचे दिए गए टेबल को देख सकते हैं। इस टेबल में दिल्ली का पंप अतिरिक्त रूप से जुड़ा है।
वैद्य ने बताया कि सरकार ने शत प्रतिशत इथेनॉल की बिक्री करने वाले पंपों की संख्या में बढ़ोतरी का निर्देश दिया है। इसलिए इस दिशा में तेजी से काम किया जा रहा है। उन्होंने उम्मीद जताई के अगले एक महीने के दौरान उपरोक्त चार राज्यों में इथेनॉल के पंपों की संख्या बढ़ कर 400 हो जाएगी। इनमें महाराष्ट्र, यूपी, तमिलनाडु और कर्नाटक में 100-100 पेट्रोल पंप शामिल होंगे। इथेनॉल को एथाइल अल्कोहल के रूप में जाना जाता है। यह एक बॉयो-फ्यूल है। इसे मक्का, गन्ना, गेहूं और एग्री क्राप के पौधों के कंटेंट से तैयार किया जाता है। इसका प्रोडक्शन फर्मेंटेशन प्रॉसेस से किया जाता है, जिसे चीनी के मॉलीक्यूलर यीस्ट या अन्य माइक्रोआर्गेनिज्म्स की क्रिया द्वारा अल्कोहल में बदला जाता है। इथेनॉल 100 में 92-94 फीसदी इथेनॉल, 4-5 फीसदी मोटर स्पिरिट और 1.5 फीसदी को-सॉल्वेंट हाइअर सैचुरेटेड अल्कोहल होता है।
इथेनॉल को पेट्रोल का एक स्वच्छ और ग्रीन ऑप्शन माना जाता है। यह ईंधन ग्रीनहाउस गैसों के कम उत्सर्जन का उत्पादन करता है, जो जलवायु परिवर्तन के प्रभावों को कम करने और वायु प्रदूषण में सुधार करने में मदद करता है। इथेनॉल 100 को मोटर गाड़ियों के लिए भी अच्छा बताया जा रहा है। दावा किया जा रहा है कि इस ईंधन से मोटर गाड़ियों की इंजन क्षमता और बेहतर हो जाती है। जिस गति से इसे अपनाया जा रहा है, इसे देखते हुए कहा जा रहा है कि भविष्य में इथेनॉल 100 मुख्य फ्यूल ऑप्शन बन सकता है। क्योंकि कन्वेंशनल गैसोलीन या पेट्रोल की तुलना में इथेनॉल कम ग्रीनहाउस गैसों का एमिशन होता है। जब इसे फ्यूल के रूप में जलाया जाता है, तो यह कार्बन डाइऑक्साइड (CO2) छोड़ता है, लेकिन उत्सर्जित CO2 फसलों द्वारा उनके विकास के दौरान एबजॉर्ब्ड क्वांटिटी के लगभग बराबर होती है। इंडियन ऑयल के चेयरमैन का कहना है कि इथेनॉल का निर्माण गन्ने से होता है। इसके अलावा मक्का, चावल और कुछ और अनाजों के साथ साथ एग्रीकल्चर वेस्ट से भी इथेनॉल निकाला जा रहा है। इथेनॉल 100 की कीमत पेट्रोल की कीमत के अनुरूप ही है। उनका कहना है कि इस समय शत प्रतिशत इथेनॉल पर चलने वाली गाड़ियां बाजार में ज्यादा हैं नहीं। इसलिए इसकी अलग से कीमत तय नहीं की गई है। हो सकता है कि आगे चल कर इसकी भी अलग कीमत तय हो।यह किसानों के लिए एक अतिरिक्त आमदनी के समान है। मतलब कि अन्नदाता अब ऊर्जादाता में बदल रहे हैं। जब एथेनॉल 100 की बिक्री बड़े पैमाने पर की जाएगी तो किसानों को अतिरिक्त आमदनी का जरिया मिलेगा।