नई दिल्ली। विवेक अग्निहोत्री की फिल्म ‘द कश्मीर फाइल्स’ ने बॉक्स ऑफिस पर सारे रिकॉर्ड्स तोड़ दिए हैं। लेकिन प्रशान्त महासागर में स्थित न्यूजीलैंड में इस फिल्म ने एक विवाद को जन्म दे दिया है। मुस्लिम समुदाय द्वारा चिंता जाहिर करने के बाद देश के सेंसर प्रमुख इस फिल्म के प्रमाण पत्र की समीक्षा कर रहे हैं। न्यूजीलैंड के वर्गीकरण कार्यालय के अनुसार आर16 प्रमाण पत्र के तहत 16 साल से कम उम्र वालें बच्चों को किसी व्यस्क की निगरानी के बिना फिल्म देखने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
विवाद के बावजूद विवेक अग्निहोत्री ‘द कश्मीर फाइल्स’ को न्यूजीलैंड में रिलीज कराने की पूरी कोशिश कर रहे हैं। इसके लिए उन्होंने अपने ट्विटर अकाउंट पर एक याचिका पर हस्ताक्षर करने के लिए भी आवेदन किया है।
20439 signatures are still needed to make a petition to NZ government to release #TheKashmirFiles in NZ and not surrender to radical groups.
Can you add your signature? ✍️https://t.co/6CXSUCxm2b— Vivek Ranjan Agnihotri (@vivekagnihotri) March 21, 2022
विवेक अग्निहोत्री ने अपने ट्विटर अकाउंट पर लिखा, ‘सरकार को न्यूजीलैंड में ‘द कश्मीर फाइल्स’ को रिलीज करने और कट्टरपंथी समूहों के सामने आत्मसमर्पण नहीं करने के लिए याचिका पर हस्ताक्षर करने का अनुराेध कर रहा हूं। अभी 20,439 हस्ताक्षरों की आवश्यकता है। क्या आप इस पर हस्ताक्षर कर सकते हैं?’
विवेक के इस ट्वीट के बाद लोग उनका खूब समर्थन कर रहे हैं और इसके लिए उनके प्रयासों को सलाम भी कर रहे हैं। एक यूजर ने लिखा, ‘हो गया सर, नेक काम।’ एक अन्य यूजर ने लिखा, ‘बिल्कुल आपका साथ दूंगा।’ एक अन्य ने लिखा, ‘यह हमारी भी लड़ाई है, आप अकेले नहीं हैं।’ इस तरह हजारों लोगों ने विवेक की याचिका पर हस्ताक्षर किए।
सेंसर प्रमुख के इस कदम की देश के पूर्व उप प्रधानमंत्री और राजनीतिक दल न्यूजीलैंड फर्स्ट के नेता विंस्टन पीटर्स ने विरोध जताया है। विंस्टन ने अपने फेसबुक अकाउंट पर इस कदम की आलोचना करते हुए लिखा कि ‘द कश्मीर फाइल्स’ को सेंसर करना न्यूजीलैंड वासियों की स्वतंत्रता पर एक और हमला है। इसको सेंसर करना 15 मार्च को हुए अत्याचारों या 9/11 हमले की जानकारी व तस्वीरों को सेंसर करने के समान है।’