नई दिल्ली। फिल्म इंडस्ट्री में रोमांटिक और दर्द भरे गानों का पर्याय बन चुके अरिजीत सिंह आज अपना 35वां जन्मदिन मना रहे हैं। ‘तुम ही हो’, ‘आज फिर’, ‘चन्ना मेरेया’, ‘फिर मोहब्बत करने चला’, ‘ऐ दिल है मुश्किल’ जैसे तमाम गानों में अपने सुरों में पिरोने वाले अरिजीत सिंह आज किसी पहचान के मोहताज नहीं। हिंदी फिल्म जगत में रोमांटिक इमोशनल गानों के लिए मशहूर अरिजीत आज भले ही अपनी आवाज से लोगों के दिलों पर राज करते हों, लेकिन उनके जीवन में एक दौर ऐसा था जब इस पहचान को हासिल करने के लिए उन्हें काफी संघर्ष करना पड़ा था।
25 अप्रैल 1987 को पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में जन्मे अरिजीत सिंह को संगीत विरासत में मिला। दरअसल अरिजीत की दादी एक गायिका थीं, मां गायन के साथ साथ तबला वादन भी करती थीं। इसके अलावा उनकी नानी भारतीय सांस्कृतिक संगीत में रुची रखती थीं। शुरू से ही अरिजीत पर परिवार की महिलाओं की इन खूबियों का प्रभाव पड़ा और उन्होंने तय कर लिया था कि वह भी संगीत में ही अपना करियर बनाएंगे।
संगीत की दुनिया में आज अलग मुकाम हासिल करने वाले अरिजीत सिंह के लिए यह राह आसान नहीं थी। अपने करियर की शुरुआत में सिंगर रिजेक्शन तक का सामना करना पड़ा था। दरअसल, साल 2005 में अरिजीत ने अपने गुरू राजेंद्र प्रसाद हजारी के कहने पर म्यूजिक रियलिटी शो ‘फेम गुरुकुल’ में हिस्सा लिया था। इस शो में सभी ने उनकी आवाज को तो पसंद किया, लेकिन वह ये शो जीतने में नाकामयाब हुए थे। हालांकि, इस शो से अरिजीत ने फिल्मकार संजय लीला भंसाली की नजरों में अपनी जगह बनाई और उन्हें ‘सांवरिया’ फिल्म का ‘यूं शबनमी’ गाना गाने का मौका मिला।
लेकिन अरिजीत सिंह का वह गाना आज तक रिलीज नहीं हो सका। इसके बाद टिप्स के मालिक रमेश तुर्रानी ने भी उन्हें एक संगीत एल्बम के लिए भी साइन किया था, लेकिन वह भी कभी रिलीज नहीं हो सका। ऐसे में अरिजीत सिंह के जीवन में संघर्ष का दौर जारी रहा। इसके बाद सिंगर साल 2006 में मुंबई शिफ्ट हो गए और यहां उन्हें मौका मिला बतौर बॉलीवुड सिंगर अपने करियर की शुरुआत करने का। उन्होंने साल 2011 में आई फिल्म मर्डर 2 के गाने फिर मोहब्बत से अपने फिल्म इंडस्ट्री में अपना करियर शुरू किया।
हालांकि, उन्हें इंडस्ट्री में साल 2013 में आई आशिकी 2 के एक गाने से पहचान मिली। इस फिल्म के गाने तुम ही हो को अपनी आवाज देने के बाद मानो अरिजीत सिंह रातोंरात स्टार बन गए। यह गाना लोगों को इतना पसंद आया कि यह उस साल लव एंथम बन गया। सिंगर को इस गाने के लिए फिल्मफेयर अवार्ड भी मिला था। इस गाने के बाद तो अरिजीत ने जैसे हिट गानों की लाइन सी लगा दी।
उनके गाए गाने ‘फिर भी तुमको चाहूंगा’, ‘पछताओगे’, ‘पल’, ‘खैरियत’, ‘सोच ना सके’, ‘इलाही’, ‘हमारी अधूरी कहानी’ को दर्शकों ने खूब पसंद किया। हालांकि गायिकी में सफलता हासिल करने के बाद अब अरिजीत सिर्फ गायक नहीं रह गए बल्कि एक संगीतकार भी बन चुके हैं। उन्होंने फिल्म ‘पगलैट’ में बतौर संगीतकार डेब्यू किया और उनके काम को काफी पसंद भी किया गया। ओटीटी पर रिलीज हुई इस फिल्म को अच्छी प्रतिक्रिया मिली थी। ऐसे में कहा जा सकता है कि संगीतकार के तौर पर अरिजीत का डेब्यू भी सफल रहा था।