नई दिल्ली। करण जौहर (Karan Johar)अपनी फिल्म ‘जुग जुग जीयो’ की रिलीज के लिए पूरी तरह तैयार हैं। रविवार को उन्होंने फिल्म का ट्रेलर भी लॉच किया। जिसके दौरान उन्होंने हाल ही में छिड़े साउथ और हिंदी फिल्मों के विवाद पर भी अपना बयान दिया।
जुग जुग जीयो’ के ट्रेलर लॉच के दौरान मीडिया के साथ बातचीत में उनसे साउथ की फिल्मों को लेकर कई सवाल पूछे गए। आईएएनएस की खबर के अनुसार जब उनसे पूछा गया कि क्या वह दक्षिण भारतीय फिल्मों की हालिया सफलता के बाद बॉक्स ऑफिस पर संभावित प्रतिस्पर्धा को महसूस करते हैं।
तो करण ने कहा, “हिंदी और साउथ सिनेमा के बीच कोई प्रतिस्पर्धा नहीं है। मैं उन फिल्म निर्माताओं में से एक था जिन्होंने ‘बाहुबली’ प्रस्तुत की क्योंकि मुझे भाषा से परे सिनेमा की शक्ति में विश्वास था। इन दो इंडस्ट्री के बीच कोई प्रतिस्पर्धा नहीं है, कैसे कोई हो भी सकती है? हमें एक साथ बढ़ना चाहिए। कॉमपीटीशन करना मुख्य उद्देश्य की पूर्ति नहीं करेगा, जो कि एक फिल्म इंडस्ट्री के रूप में अच्छा बिजनेस करना है।”
मीडिया के सामने ट्रेलर पेश करने से पहले, जौहर ने ‘हिंदी फिल्म ट्रेलर’ शब्द पर जोर दिया और फिर उनसे ऐसा करने के पीछे का मकसद भी पूछा गया। करण ने कहा, “जब ‘आरआरआर’, ‘पुष्पा’, ‘केजीएफ’ जैसी फिल्मों ने अच्छा कारोबार किया और दर्शकों ने उन फिल्मों को पसंद किया, तो हम गर्व से कह सकते हैं कि यह भारतीय सिनेमा की उपलब्धि है। उनकी सफलता ने हमारे भारतीय सिनेमा को एक उच्च स्तर पर रखा। चाहे प्रशांत नील हों या राजामौली सर, उन्होंने एक तरह से इस तथ्य को साबित करने की कोशिश की कि हमारा सिनेमा का स्तर इतना महान हो सकता है!”
जौहर ने आगे कहा, “इसलिए जब मैंने अपनी फिल्म के ट्रेलर लॉन्च के दौरान इसे विषेश तौर पर ‘हिंदी फिल्म’ के रूप में बताया, तो यह एक तकनीकी है; हमारी हिंदी फिल्म ‘गंगूबाई’ ने अच्छा प्रदर्शन किया, हाल ही में रिलीज हुई ‘भूल भुलैया 2’ को बहुत अच्छी ओपनिंग मिली है। इसलिए फिल्म के निर्माता के रूप में, हम चाहते हैं कि हमारी फिल्म भी सफल फिल्मों की सूची में आए।” इसके बाद करण ने ज्यादा कुछ ना कहते हुए अपनी फिल्म पर ध्यान दिया।