लगभग 3 साल हो चुके हैं लेकिन कोरोंना के मामले कम होने के नाम नहीं ले रहे हैं, हालांकि दूसरी लहर जो सबसे खतरनाक लहर मानी जाती है, उसके बाद तीसरी लहर ने अपना आतंक देश पर कम बरपाया! लेकिन चौथी लहर भी खतरे के संकेत दे रही है, स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि पिछले 24 घंटे में जिन 18 और मरीजों ने जान गंवाई है, उनमें से 13 की मौत केरल में, चार की दिल्ली और एक की राजस्थान में हुई।
गुरुवार को देश में कोराना के 2,628 नए मामले सामने आए जबकि 24 घंटे के दौरान 18 मरीजों की मौत हुई है। आंकड़ों के अनुसार, बीते 24 घंटे में कोविड-19 के इलाज करा रहे मरीजों की संख्या में 443 की वृद्धि दर्ज की गई है। संक्रमण की दैनिक दर 0.58 प्रतिशत दर्ज की गई और साप्ताहिक संक्रमण दर 0.51 प्रतिशत रही।
कोरोना के मरीज लगातार बीच में कम होने लगे थे, सूचना तो यहां तक आ रही थी कि कोरोनावायरस जा चुका है, देश में भी चुनावी माहौल जोर शोर से चल रहा था इस बीच एक निर्णय लिया गया दिल्ली सरकार के द्वारा! यह था कि अब मास्क लगाने की जरूरत नहीं है, जैसे ही यह निर्णय लिया गया वैसे ही दिल्ली में लगातार मामलों में वृद्धि होने लगी और एक समय ऐसा आया जब 1 दिन के मामले बढ़कर 3000 के पार पहुंचने लगे आनन-फानन में केजरीवाल सरकार के द्वारा फिर से कोरोंना प्रतिबंध लागू कर दिए गए! स्वस्थ होने वाले मरीजों की संख्या बढ़कर 4,26,04,881 हो गई है जबकि मृत्यु दर 1.22 प्रतिशत है। देशव्यापी कोविड-19 रोधी टीकाकरण अभियान के तहत अभी तक कोविड रोधी टीकों की 192.82 करोड़ खुराकें दी जा चुकी है। गौरतलब है कि देश में 7 अगस्त 2020 को कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या 20 लाख, 23 अगस्त 2020 को 30 लाख और पांच सितंबर 2020 को 40 लाख से अधिक हो गई थी। संक्रमण के कुल मामले 16 सितंबर 2020 को 50 लाख, 28 सितंबर 2020 को 60 लाख, 11 अक्तूबर 2020 को 70 लाख, 29 अक्टूबर 2020 को 80 लाख और 20 नवंबर 2020 को 90 लाख के पार चले गए थे।देश में 19 दिसंबर 2020 को ये मामले एक करोड़ से अधिक हो गए थे। पिछले साल चार मई को संक्रमितों की संख्या दो करोड़ और 23 जून 2021 को तीन करोड़ के पार पहुंच गई थी। इस साल 26 जनवरी को मामले चार करोड़ के पार हो गए थे।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि अब तक जिन लोगों की कोरोना वायरस संक्रमण से मौत हुई है, उनमें से 70 प्रतिशत से अधिक मरीजों को अन्य बीमारियां भी थीं। वहीं भारत और भूटान में जर्मनी के राजदूत वाल्टर जे लिंडनर ने गुरुवार को कहा कि उनका देश भारत बायोटेक के कोविड-19 रोधी टीके को यात्रा के उद्देश्य से एक जून से मान्यता देगा।
एक समुदाय यह कहता है कि कोरोना लगातार बढ़ता जा रहा है, लेकिन वही दूसरा समुदाय यह भी मानता है कि जैसे ही चुनाव आते हैं वैसे ही कोरोना चला जाता है! चुनावों के खत्म होते ही कोरोना संक्रमण बढ़ जाता है और चुनावों की शुरुआत होते ही कोरोंना चला जाता है, परंतु विश्व स्वास्थ संगठन और देश के स्वास्थ्य मंत्रालय पर अगर विश्वास किया जाए तो कोरोनावायरस कब खत्म हुआ ही नहीं था यह सिर्फ एक भ्रामक भ्रांतियां है, इनसे बचा जाए!