चुनाव आयोग ने समाजवादी पार्टी (सपा) की वर्चुअल रैली के दौरान लखनऊ कार्यालय में भीड़ जुटने को लेकर को पार्टी को जारी किया नोटिस सपा महासचिव को भेजे गये नोटिस में कहा गया है, ‘‘आपका स्पष्टीकरण, नोटिस प्राप्त करने के 24 घंटे के अंदर आयोग के पास पहुंचना
चुनाव आयोग ने समाजवादी पार्टी को कोविड मानदंडों के उल्लंघन पर नोटिस जारी किया है।आयोग ने नोटिस में कहा कि इस मामले में उपलब्ध सामग्री और मौजूदा निर्देशों पर विचार करने के बाद चुनाव आयोग ने पार्टी को उल्लंघन के संबंध में अपना रुख स्पष्ट करने का मौका देने का फैसला किया है।इसने समाजवादी पार्टी के महासचिव से अपने लखनऊ कार्यालय में एक जनसभा आयोजित करके कल पार्टी द्वारा आदर्श आचार संहिता, धारा 144, कोविड प्रोटोकॉल के कथित उल्लंघन पर स्पष्टीकरण देने को कहा है।
पोल बॉडी ने नोटिस मिलने के 24 घंटे के भीतर स्पष्टीकरण मांगा है, COVID-19 नियमों का उल्लंघन करते अपने लखनऊ कार्यालय में वर्चुअल रैली के नाम से एक सार्वजनिक सभा आयोजित करने को लेकर को एक नोटिस जारी किया है. उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों से पहले सपा के शुक्रवार के कार्यक्रम का जिक्र करते हुए नोटिस में कहा गया है कि उपलब्ध सामग्री और विषय में जारी निर्देशों पर विचार करने के बाद, चुनाव आयोग ने पार्टी को इस उल्लंघन के बारे में अपना रुख स्पष्ट करने का एक मौका देने का फैसला किया है।
चुनाव आयोग ने पार्टी को इस ‘उल्लंघन’ के बारे में अपना रुख स्पष्ट करने का एक मौका देने का फैसला किया है।सपा महासचिव को भेजे गये नोटिस में कहा गया है, ‘‘आपका स्पष्टीकरण, नोटिस प्राप्त करने के 24 घंटे के अंदर आयोग के पास पहुंचना चाहिए, जिसमें नाकाम रहने पर आयोग आपको सूचित किये बगैर विषय में उपयुक्त फैसला लेगा।उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव 10 फरवरी से सात मार्च के बीच सात चरणों में होने जा रहे हैं।महामारी के मद्देनजर जनसभाओं और रैली पर वर्तमान में प्रतिबंध है।
चुनाव आयोग के आदेश के बाद भी जुटाई भीड़
लगभग 2,500 अज्ञात समाजवादी पार्टी कार्यकर्ताओं को कथित तौर पर जब वे बड़ी संख्या में विक्रमादित्य मार्ग स्थित पार्टी कार्यालय पहुंचे तो आदर्श आचार संहिता और कोविड -19 प्रोटोकॉल का उल्लंघन करने के लिए बुक किया गया था. उन पर बेतरतीब तरीके से वाहन खड़ा कर सड़क जाम करने का भी आरोप है भारत निर्वाचन आयोग ने चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन के संबंध में लखनऊ के जिला मजिस्ट्रेट द्वारा प्रस्तुत एक रिपोर्ट का संज्ञान लेते हुए, गौतमपल्ली पुलिस स्टेशन के एसएचओ दिनेश सिंह बिष्ट को काम में लापरवाही के लिए निलंबित करने का निर्देश दिया बता दें कि बीजेपी के बागी नेताओं को पार्टी में शामिल कराने के दौरान भीड़ इकट्ठा करने के मामले में लखनऊ पुलिस ने पार्टी कार्यालय में नोटिस चिपकाया है।
पुलिस ने धारा 144 के उल्लंघन करने के लिए पार्टी ऑफिस में नोटिस चस्पा किया है. चुनाव आयोग के आदेश के बाद गौतमपल्ली थाने के इंस्पेक्टर दिनेश सिंह बिष्ट को सस्पेंड किया जा चुका है.अब चुनाव आयोग ने सपा को भी नोटिस जारी कर उनसे जवाब तलब किया है चुनाव आयोग के आदेश के बाद भी जुटाई भीड़ स्वामी प्रसाद मौर्य बीजेपी छोड़कर शुक्रवार को आधिकारिक तौर पर सपा में शामिल हो गए. मौर्य के पार्टी ज्वाइन कार्यक्रम में सपा ऑफिस में आचार संहिता और कोरोना नियमों का उल्लंघन किया गया था. बड़ी संख्या में कार्यकर्ता वहां शामिल हुए थे. हैरानी की बात ये है कि चुनाव आयोग के आदेश के बाद भी अखिलेश यादव ने खुल रैली के जरिए हुंकार भरी. चुनाव आयोग इस मामले में अब स्खत नजर आ रहा है।