रजत संब्याल यूपीएससी सिविल सर्विस एग्जाम में 11 नंबर उसे चुके हैं। उन्होंने अपनी नाकामयाबी का रिपोर्ट कार्ड सोशल मीडिया पर शेयर किया है। उन्होंने निराश को साइड में रखते हुए उन्होंने लिखा कि वह इसके बावजूद पढ़ते और चमकते रहेंगे।
रजत संब्याल- और मैं अब भी बढ़ता और चमकता रहूंगा
UPSC Civil Services Exam 2022: यूपीएससी सिविल सर्विस एग्जाम में सफलता की कहानियां प्रेरित करती हैं। परीक्षा में कामयाब प्रत्याशी सुर्खियां बन जाते हैं। लेकिन, सोशल मीडिया पर एक ऐसे यूपीएससी उम्मीदवार का ट्वीट वायरल हो रहा है जो कुछ अंकों से परीक्षा में सफल होने से चूक गए। उम्मीदवार का यह फासला सिर्फ 11 अंकों का रहा। इससे भी बड़ी बात यह है कि उनका यह अंतिम प्रयास था। 30 मई को सिविल सर्विस एग्जाम का नतीजा (UPSC Civil Services Result 2022) घोषित हुआ था। रजत संब्याल (Rajat Sambyal) ने ट्वीट करते हुए बताया कि यह उनका यूपीएससी परीक्षा के लिए छठा प्रयास था। 10 साल की उनकी मेहनत मिट्टी में मिल गई। बेशक परीक्षा परिणाम संब्याल को हताश करने वाला था। लेकिन, उन्होंने हौसले के साथ लिखा- ‘और मैं अब भी बढ़ता और चमकता रहूंगा।’
कहां से हुई उनकी पढ़ाई और क्या ट्वीट किया?
रजत संब्याल ने चंडीगढ़ के पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज से सिविल इंजीनियरिंग की है। उन्होंने ट्वीट पर अपनी मार्कशीट शेयर की है। उन्होंने लिखा कि वह 11 अंकों से परीक्षा को पास करने में चूक गए। उनके छह प्रयासों में वह 3 बार प्रिलिम्स में नाकामयाब रहे। दो बार वह मेन्स क्वालिफाई नहीं कर सके। रजत का रिपोर्टकार्ड दिखाता है कि उन्हें कुल मिलाकर 942 अंक मिले हैं।
रजत संब्याल ने ट्विटर पर लिखा- ’10 साल की कड़ी मेहनत मिट्टी में मिल गई है। यूपीएससी के 6 अटेम्प्ट पूरे हो गए हैं। 2 बार मेन्स में असफल रहा। अपने आखिरी प्रयास में इंटरव्यू में कम अंकों के कारण मैं बाजी हार गया। 11 अंक से चूक गया। और मैं बढ़ता रहूंगा।’
उनकी इस हौसले और जज्बा को लोग खूब सारा रहे हैं और उनके इस ट्वीट को काफी शेयर किया जा रहा है। उनके इस ट्वीट पर हजारों लोगों ने कमेंट कर उनका हौसला बढ़ाया है। इसके जवाब में रजत ने ट्वीट कर लोगों को धन्यवाद भी कहा है।
इनका यह ट्वीट लोगों के लिए बहुत प्रेरणादायक साबित होगा। खास करके यूपीएससी परीक्षा देने वाले लोगों के लिए जो लोग इतनी मेहनत करके अपने लक्ष्य को पाने से थोड़ी दूर ही रह जाते हैं, लेकिन उनके हौसले और जज्बा हमेशा ऊंचाइयों को छू लेती है। आजकल के युवा को रजत संब्याल से सीख लेने चाहिए। अगर हौसला हो तो हम हारी हुई बाजी भी हम जीत सकते हैं। जैसा कि इन्होंने लोगों का दिल जीत लिया अपने हौसले से।