यदि किसी मां ने अभी-अभी किसी बच्चे को जन्म दिया है, और उसे अभी किसी कारणवश यात्रा करनी पड़ रही है, तो उसे इन बातों पर विशेष रूप से ध्यान देना चाहिए! गर्भवती महिलाओं का खास ध्यान रखा जाता है। जब महिला मां बनने वाली होती है, तो उसके खानपान से लेकर चलने-फिरने, उठने-बैठने आदि को लेकर कई सलाह दी जाती हैं। समय-समय पर हेल्थ चेकअप होते हैं। डॉक्टर डिलीवरी से पहले गर्भवती को यात्रा न करने की सलाह भी देते हैं। लगभग हर गर्भवती और उनके परिवार को यात्रा से जुड़ी ये जानकारी होती है लेकिन बच्चे के जन्म के बाद महिला और नवजात को अगर यात्रा करनी हो तो क्या करना चाहिए, ये बहुत कम लोगों को पता होता है। डिलीवरी के बाद अगर कहीं यात्रा करनी भी होती है तो घरवालों का ध्यान नवजात पर रहता है। यात्रा में उसका कैसे ख्याल रखना है, किन बातों का ध्यान रखना है, इसकी फिक्र तो सभी को होती है लेकिन नई मां यानी गर्भवती महिला, जिसने हाल ही बच्चे को जन्म दिया है, उसे यात्रा में क्या सावधानियां बरतनी चाहिए?
अगर गर्भवती की सिजेरियन डिलीवरी हुई है तो उसे कम से कम एक महीने तक लंबी यात्रा पर नहीं जाना चाहिए। ऑपरेशन के बाद सिलाई कच्ची होती है और इसे नियमित ड्रेसिंग की भी जरूरत पड़ सकती है। लंबी यात्रा के दौरान टांके निकल सकते हैं। इसलिए नई मां को एक महीने बेड रेस्ट की सलाह दी जाती है।
बच्चे के जन्म के बाद अगर नई मां और शिशु यात्रा पर जाने वाले हैं तो पहले डॉक्टर से सलाह लें। यात्रा के लिए मां और बच्चा दोनों स्वस्थ हैं, यह सुनिश्चित होने के बाद ही सफर के लिए जाएं।
गर्भवती की अगर सर्जरी हुई है तो उन्हें कम से कम एक महीने तक हवाई यात्रा नहीं करनी चाहिए। नॉर्मल डिलीवरी के मामले में उपचार की अवधि एक सप्ताह हो सकती है। ऐसे में आप हवाई सफर कर सकते हैं। कम दूरी का सफर तय करना हो तो सड़क यात्रा कर सकते हैं लेकिन लंबे सफर के लिए कार या बस से यात्रा न करें। डिलीवरी के बाद ट्रेन की यात्रा अपेक्षाकृत सुविधाजनक हो सकती है।
बच्चे के जन्म के बाद शिशु के साथ ही मां के खानपान का भी ध्यान रखें। नई मां को पौष्टिक और हल्का भोजन करना चाहिए। सफर में घर का बना खाना साथ ले जाएं और बाहर का कम खाएं। अगर बाहर का कुछ खाना हो तो जंक फूड आदि खाने से बचें।
डिलीवरी के बाद महिला सफर पर जा रही है, तो आरामदायक और आसानी से बच्चे को फीडिंग कराने योग्य कपड़े पहनें। प्रसव के बाद ज्यादा भारी सामान न उठाएं। ऐसे में अगर मां और बच्चा अकेले यात्रा कर रहें हों तो बैग ज्यादा भारी न हो। जरूरी चीजों को ही बैग में रखें। जिसमें बच्चे की जरूरत की चीजों के अलावा खुद के कपड़े और दवा जरूर पैक करें।