यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने पथराव करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आदेश दिया, वही 277 लोगो को गिरफ्तार किया गया । अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक ( कानून व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने शनिवार को एक बयान में कहा कि गिरफ्तार लोगों में से 68 को प्रयागराज में और 50 को हाथरस में रखा गया है।उन्होंने कहा कि सहारनपुर में 48, अंबेडकरनगर में 28, मुरादाबाद में 25 और फिरोजाबाद में आठ लोगों को गिरफ्तार किया गया है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने शुक्रवार रात अपने सरकारी आवास पर एक उच्च स्तरीय बैठक के दौरान पथराव की घटनाओं में शामिल लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए थे। सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जो भी माहौल खराब करने की कोशिश करेगा, उसके खिलाफ प्रशासन सख्त कार्रवाई करेगा।
पुलिस प्रशासन ने शुरू की कारवाही।
वैसे तो उपद्रव की घटनाये लगभग पुरे देश भर में देखने को मिली पर,इस घटना के बाद सरकार ने कोई ठोस कदम नहीं उठाये। वही इसके विपरीत उत्तरप्रदेश सरकार ने दोषियों के खिलाफ कारवाही भी शुरू कर दी है। प्रदेश में हुई हिंसक घटनाओ की जांच के लिए एक विशेष टीम बना दी गयी है, और उसने अपना काम भी शुरू कर दिया। पुलिस प्रशासन ने उपद्रवियों के अवैध तौर से बने न केवल घरो पर बुलडोजर चला बल्कि उनकी अवैध संम्पत्ति जब्त करने की कारवाही भी शुरू कर दी।
‘खातों की भी होगी जांच’।
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि हर हाल में सार्वजनिक संपत्ति की हुई क्षति की वसूली भी दोषी व्यक्तियों से ही की जाएगी। प्रयागराज में वसूली की नोटिस भेजे जाने की कार्यवाही प्रारंभ हो गई है। अन्य जिलों में भी तेजी के साथ कार्रवाई हो रही है। इस लिए एक ट्रिब्यूनल गठित है, नियमसंगत कठोरतम कार्रवाई की जाए । उन्होंने कहा कि अवैध कमाई समाज विरोधी कार्यों में ही खर्च होती है। ऐसे में साजिशकर्ताओं-अभियुक्तों के बैंक खातों-संपत्ति आदि का पूरा विवरण एकत्र करें। इनके वित्तीय स्रोत की गहनता से पड़ताल की जा रही हैं।
देखा जायेगा पिछला आपराधिक रिकॉर्ड।
यूपी के सीएम योगी आदित्य नाथ ने बोला के किसी भी दोषी को छोड़ा नहीं जाना चाहिए। और सभी दोषियों का आपराधिक रिकॉर्ड भी देखने के निर्देश दिए और उनके खिलाफ़ कारवाही करने को कहा। ताकि कोई भी दोषी अगली बार किसी भी अपराध में शामिल न हो सके।
उत्तरपरदेश हिंसा मामले में सरकार का सख्त रुख।
बुलडोजर से हुई कारवाही।
हिंसा में शामिल अपराधियों के घर पहुंचा बुल्डोजर। प्रशासनिक कारवाही के दौरान जिन अपराधियों ने अवैध तरीके से अपने मकानों को बनाया है उनके खिलाफ कारवाही हो रही है। शासन बुल्डोजर के माध्यम से एक सख़्त संदेश देना चाहता हैं। प्रशासन इस कारवाही का संदेश अपराधियों के बीच पहुंचना चाहता था जिसमें काफी हद तक सरकार कामियाब भी रही।
किसी भी निर्दोष को ना किया जाए परेशान।
सीएम ने जहां दोषियों को ना छोड़ने की बात कही वही, अधिकारियो को उन्होंने सख्त निर्देश दिए की किसी भी बेकसूर व्यक्ति को परेशान न किया जाए। यदि ऐसा होता है संबंधित आधिकारी के खिलाफ कारवाही होगी
धर्मगुरुओं से बातचीत के जरिए शांति बनाए रखने की अपील।
सीएम योगी ने कहा कि बुलडोजर की कार्रवाई पेशेवर अपराधियों- माफियाओं के विरुद्ध है। यह कार्रवाई सतत जारी रखी जाए। उन्होंने बोला के साजिशकर्ताओं- अभियुक्तों की पहचान कर यथाशीघ्र गिरफ्तारी की जाए। सीसीटीवी फुटेज की गहनता से जांच करें। ऐसे लोगों के विरुद्ध एनएसए और गैंगस्टर के नियमों के तहत नियमसंगत कार्रवाई की जाए। यदि किसी अपराधी के दोबारा किसी अराजक घटना में संलिप्तता पाई जाए तो चार्जशीट में इसका उल्लेख जरूर करें। हम एक लोकतांत्रिक देश के नागरिक हैं। ऐसे में हमें सभी पक्षों से संवाद बनाए रखना होगा। धर्मगुरुओं/सिविल सोसाइटी से सतत संवाद-संपर्क बनाए रखने की अपील की गई।
पुलिस और प्रशासन रहें अलर्ट मोड पर।
समीक्षा बैठक में सीएम योगी ने कहा, विगत दिनों कानपुर, प्रयागराज, सहारनपुर, मुरादाबाद, हाथरस, फिरोजाबाद, अंबेडकर नगर प्रदेश के विभिन्न जनपदों में असामाजिक तत्वों द्वारा सामाजिक शांति-सौहार्द के माहौल को बिगाड़ने का प्रयास किया गया। इससे पहले 3 जून को कानपुर में भी ऐसी ही कोशिश की गई थी। तब भी सतर्कता के निर्देश दिए गए थे, जिससे प्रदेश के ज्यादातर जिलों में शांति बनी हुई हैं। समाजविरोधी कुत्सित प्रयासों पर उत्तर प्रदेश पुलिस व प्रशासन द्वारा प्रभावी कार्यवाही की गई है।वर्तमान में स्थिति नियंत्रण में है, किंतु हमें हर तरह की परिस्थिति के लिए तैयार रहना होगा। पुलिस और प्रशासन 24×7 अलर्ट मोड में रहे।
बैठक के अंत में सभी अधिकारियो को कहा के ऐसी कारवाही करो के नजीर बन जाए और अपराधी अगली बार अपराध से पहले सोचे की वो अपराध में शामिल हो या नही।