अक्सर आपने सुना होगा कि जिन लोगों के मधुमेह का रोग होता है, उनके पैरों में बहुत दर्द होता है! डायबिटीज में पैर में दर्द होना एक आम समस्या है जिसका इलाज जरूरी है नहीं तो ये समस्या गंभीर रूप ले सकती है। ब्लड शुगर कंट्रोल न रहने से नसों तक ब्लड पहुंचाने वाली कैपेलरी डैमेज हो जाती हैं जिसके कारण पैर में दर्द की समस्या हो सकती है। डायबिटीज के मरीजों को पैर में दर्द होने पर मसल्स में कमजोरी, जलन का अहसास, यूटीआई के साथ पैर में दर्द आदि लक्षण देखने को मिल सकते हैं, अगर आपके भी पैरों में दर्द हो तो आप ये आसान टिप्स या उपाय अपना सकते हैं।
विटामिन की कमी के कारण डायबिटीज में मरीजों को पैरों में दर्द की शिकायत हो सकती है।
इंफेक्शन के कारण भी डायबिटीज में मरीजों को पैरों में दर्द की शिकायत हो सकती है।
ब्लड शुगर लेवल का संतुलन बिगड़ने के कारण डायबिटीज के मरीजों को पैरों में दर्द की शिकायत हो सकती है।
अगर आपके पैरों में दर्द हो रहा है तो इसका एक कारण डायबिटीज कंट्रोल में न रहना भी हो सकता है, डायबिटीज कंट्रोल करने के तरीके अपनाने के साथ आपके पैरों का दर्द भी दूर हो जाएगा। डायबिटीज कंट्रोल करने के लिए आप होल ग्रेन्स को डाइट में शामिल करें, आपको फल और सब्जियों को भी डाइट में शामिल करना चाहिए इसके अलावा आपको डेयरी प्रोडक्ट्स का ज्यादा सेवन अवॉइड करना चाहिए।
अगर डायबिटीज में आपको पैर दर्द की समस्या है तो आपको विटामिन डी और विटामिन बी12 का सेवन करना चाहिए। नसों को डैमेज होने से बचाने के लिए विटामिन बी12 का सेवन जरूरी है, अगर नसों में कमजोरी है तो इस विटामिन का सेवन करें इसके अलावा हड्डियों के लिए आपको विटामिन डी का सेवन भी करना चाहिए। आपको दूध और धूप की किरण से विटामिन डी मिलेगा, आप डॉक्टर की सलाह पर सप्लीमेंट भी ले सकते हैं।
आपको गरम पानी के साथ नमक मिलाकर घोल तैयार करना चाहिए और उसमें पैर डुबोकर बैठ जाएं, इससे पैरों का दर्द ठीक होगा। सॉल्ट वॉटर में पैरों को छुबोने से पैर में सूजन की समस्या भी दूर होती है और दर्द भी कम होता है। पैर दर्द को कम करने के लिए आप पैर में मस्टर्ड ऑयल लगाएं, इससे दर्द कम होगा। इसके अलावा आप स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज भी कर सकते हैं।
डिहाड्रेशन की समस्या के चलते भी पैर दर्द की समस्या हो सकती है। आपको रोजाना 8 से 10 गिलास पानी का सेवन करना चाहिए, अगर अचानक पैर में दर्द होने लगे तो पानी के अलावा, कोकोनट वॉटर, छाछ, जूस आदि का सेवन कर सकते हैं। इसके अलावा आप पोटैशियम, कैल्शियम, मैग्निशियम रिच डाइट भी लें, फ्लूड इंटेक ठीक करने से ब्लड फ्लो बेहतर होगा और दर्द कम हो जाएगा।
डायबिटीज में पैर दर्द की समस्या है तो आपको स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज करनी चाहिए। इसके अलावा आप पैरों की मसाज करें, इससे ब्लड फ्लो में सुधार होगा, मसाज करने के लिए आप आराम से बैठ जाएं और पैर की मालिश करें। आप किसी भी तेल की मदद से मसाज कर सकते हैं।
डायबिटीज में पैर दर्द की समस्या 5 से 6 घंटे में दूर न हो तो आपको डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए और डॉक्टर की सलाह पर दवा ले सकते हैं। आपको गरम पानी के साथ नमक मिलाकर घोल तैयार करना चाहिए और उसमें पैर डुबोकर बैठ जाएं, इससे पैरों का दर्द ठीक होगा। सॉल्ट वॉटर में पैरों को छुबोने से पैर में सूजन की समस्या भी दूर होती है और दर्द भी कम होता है। पैर दर्द को कम करने के लिए आप पैर में मस्टर्ड ऑयल लगाएं, इससे दर्द कम होगा। इसके अलावा आप स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज भी कर सकते हैं।
आधुनिक जीवनशैली और खानपान की वजह से कई लोगों के हाथ-पैरों में दर्द और ऐंठन की समस्या होने लगी है। हम में से कई लोग इसे एक सामान्य समस्या समझकर नजरअंदाज कर देते हैं। लेकिन जब यह समस्या बार-बार होने लगे, तो यह एक चिंता का विषय बन जाता है। पैर में ऐंठन या दर्द की समस्या अधिकतर लोगों को रात के समय होती है। अगर रात में एक बार पैर दर्द शुरू हो जाए, पूरे पूरे रात की नींद खराब कर देती है। धीरे-धीरे पैंरों में ऐंठन की समस्या जांघ को भी प्रभावित करने लगती है। ऐसी स्थिति में आपको पैरों में ऐंठन के कारणों को जानकर इसका इलाज कराना बेहद जरूरी हो जाता है।हमारे शरीर में पानी का बहुत ही महत्व होता है। पानी की कमी के कारण शरीर में कई तरह की परेशानियां उत्पन्न होती हैं। इन्हीं में से एक है पैरों में ऐंठन। बार-बार पैरों में ऐंठन डिहाइड्रेशन की निशानी हो सकती है। अगर हमारे शरीर को पर्याप्त मात्रा में पानी न मिले, तो इससे पैरों में ऐंठन की शिकायत शुरू हो सकती है। इसलिए हर रोज पर्याप्त मात्रा में पानी जरूर पिएं। जिससे पैरों में ऐंठन को दूर किया जा सके।