अटल बिहारी वाजपेयी की बायोपिक का हुआ ऐलान, जल्द शुरु होगा काम

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नई दिल्ली। 25 दिसंबर 1924 को ग्वालियर में जन्मे अटल बिहारी वाजपेयी पर बनने वाली इस फिल्म का नाम है, ‘अटल’ और इसे बनाने के लिए दो दिग्गज फिल्म निर्माताओं विनोद भानुशाली और संदीप सिंह ने हाथ मिलाया है। संदीप सिंह इसके पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बायोपिक ‘पीएम नरेंद्र मोदी’ भी बना चुके हैं। फिल्म ‘अटल’ के निर्देशक और फिल्म में अटल बिहारी वाजपेयी का किरदार निभाने वाले कलाकार का एलान जल्द ही होने वाला है।

अटल बिहारी वाजपेयी की जन्मशती वर्ष की तैयारियां भारतीय जनता पार्टी के थिंक टैंक ने शुरू कर दी है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रचारक और आजीवन अविवाहित रहने वाले अटल बिहारी वाजपेयी ने सत्ता में आने से पहले विपक्ष के नेता के रूप में भी खूब सम्मान पाया और संयुक्त राष्ट्र में उनके हिंदी में दिए गए भाषणों का उल्लेख अक्सर राजनीतिक चर्चाओं में होता है।

मूल रूप से आगरा के पास बटेश्वर के निवासी वाजपेयी परिवार के श्याम लाल वाजपेयी ने ग्वालियर के पास मुरैना को अपनी कर्मभूमि बनाया था। उनके बेटे कृष्ण बिहारी वाजपेयी ने वहीं अध्यापन शुरू किया। कृष्ण बिहारी और कृष्णा देवी की संतान अटल बिहारी वाजपेयी ने भी अपनी शुरुआती शिक्षा ग्वालियर से ही हासिल की।

बाद में उन्होंने उच्च शिक्षा के लिए कानपुर के डीएवी कॉलेज को अपना ठिकाना बनाया। अटल बिहारी वाजपेयी आरएसएस के उन गिनती के लोगों में शामिल रहे जिन्हें 1942 के ‘भारत छोड़ो आंदोलन’ में हिस्सा लेने के आरोप में गिरफ्तार किया गया।

अटल बिहारी वाजपेयी की छवि देश के एक अनुकरणीय नेता, प्रसिद्ध कवि और लेखक की रही है। वह लंबे समय तक सक्रिय पत्रकारिता में भी संलग्न रहे। उन पर बनने जा रही ये फिल्म एक किताब पर आधारित है, जिसके अधिकार विनोद भानुशाली और संदीप सिंह ने हासिल किए हैं।

फिल्म का पूरा नाम है, ‘मैं रहूं या ना रहूं, ये देश रहना चाहिए-अटल’ जो पेंगुइन रैंडम हाउस इंडिया की सबसे ज्यादा बिकने वाली किताब ‘द अनटोल्ड वाजपेयी: पॉलिटिशियन एंड पैराडॉक्स’ का एक नाटकीय रूपांतरण है। ये किताब उल्लेख एन पी ने लिखी है।

फिल्म के एलान पर निर्माता विनोद भानुशाली कहते हैं, “मैं अपने पूरे जीवन अटल जी का सबसे बड़ा प्रशंसक रहा हूं। वह एक जन्मजात नेता, उत्कृष्ट राजनेता और दूरदर्शी थे। हमारे राष्ट्र निर्माण में उनका योगदान अद्वितीय है और यह हमारे लिए बहुत सम्मान की बात है कि भानुशाली स्टूडियोज लिमिटेड उनकी विरासत को सिल्वर स्क्रीन पर ला रहा है।”