महाराष्ट्र में जारी सियासी संकट थमता नजर नहीं आ रहा है। इस बीच राज्यपाल ने भी अब सरकार को बहुमत सिद्ध करने को बोला है। शिवसेना के बागी नेता एकनाथ शिंदे और अन्य बागी विधायकों ने गुवाहाटी में स्थित कामाख्या देवी मंदिर में पूजा अर्चना की।उसके बाद पत्रकारों से बात करने के बाद शिंदे ने कहा ही हम भी फ्लोर टेस्ट में होंगे शमिल।
फडणवीस की राज्यपाल से मुलाकात क्या ला सकती है महाराष्ट्र में नई सरकार।
इस बीच बीजेपी नेता और पूर्व सीएम देवेंद्र फडणवीस ने राज्यपाल से मुलाकात के बाद, फडणवीस ने दावा किया कि उद्धव ठाकरे की नेतृत्व वाली राज्य की महा विकास आघाड़ी गठबंधन की सरकार अल्पमत में है। वही गौरतलब है की शिवसेना के 39 विधायक सरकार से अलग हो गए हैं और वे कांग्रेस और राकांपा के साथ नहीं रहना चाहते। इसलिए उन्होंने राज्यपाल कोश्यारी से अनुरोध किया है कि वह मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को विधानसभा में बहुमत साबित करने के लिए कहें।
देर रात तक दिल्ली में हुआ मंथन ।
दिल्ली में अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा से विचार-विमर्श के बाद मुंबई लौटे फडणवीस ने रात 10 बजे राजभवन जाकर राज्यपाल कोश्यारी से मुलाकात की। देवेंद्र फडणवीस ने राज्यपाल से की फ्लोर टेस्ट कराने की मांग की। इसके बाद देवेंद्र फडणवीस ने राज्य के पार्टी नेताओं के साथ एक बैठक भी की। और फ्लोर टेस्ट में सभी को शमिल होने को कहा।
ठाकरे भी दिखा रहे अपने तेवर।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने बागी मंत्रियों पर कड़ा एक्शन लेते हुए उनके विभागों में फेरबदल किया गया है। सीएमओ का कहना है कि जनहित के मुद्दों की उपेक्षा न हो इसलिए मुख्यमंत्री ने ये फैसला लिया है। बता दें कि 39 बागी में से 9 विधायक बागी मंत्रियों के विभाग छीन लिए गए।
एकनाथ शिंदे का विभाग सुभाष देसाई को सौंपा गया है। वहीं गुलाब राव पाटील का विभाग अनिल परब को सौंप दिया गया है।
वही इससे महाराष्ट्र में शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे के विद्रोही रवैये से सियासत और भी गरमा गई है। एकनाथ शिंदे के साथ आसाम में ठहरे विधायकों की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। जानकारो की माने तो 40 शिवसेना विधायक पहले से ही होटल में मौजूद है। कुल मिलाकर होटल के अंदर 48 विधायकों है जिसमे से 39 शिवसेना के हैं। इसके साथ ही होटल और उसके आसपास सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
क्या है महाराष्ट्र में संख्या बल।
285 सदस्यीय विधानसभा वाली महाराष्ट्र विधासभा का गणित आइए जानते है। यहां बहुमत का आंकड़ा 143 है। भाजपा के पास अपने सहयोगी दलों के साथ मिलकर कुल 111 विधायक हैं, जबकि महाविकास अघाड़ी सरकार के पास ऐसी स्थिति में 152 विधायक होंगे थे, पर अब ये आंकड़ा बदलता नजर आ रहा है।
कितने मंत्री है ठाकरे के साथ।
महाराष्ट्र के उच्च शिक्षा और तकनीकी शिक्षा मंत्री उदय सामंत उद्धव ठाकरे के साथ खड़े हैं। वहीं दिंडोशी विधान सभा से विधायक सुनील प्रभु, विक्रोली विधानसभा से विधायक सुनील राउत और कुडाल, विधानसभा के विधायक वैभव नाइक भी एकनाथ शिंदे के साथ खड़े नहीं दिख रहे हैं। इस बीच वरिष्ठ शिवसेना सांसद विनायक राउत ने कहा, गुवाहाटी में कम से कम 18 विधायकों ने मुंबई में शिवसेना नेताओं से संपर्क किया है और उनमें से कई वापस आने वाले है। एक रिपोर्ट के मुताबिक शिवसेना और उद्धव ठाकरे के करीबी सूत्र ने बताया कि 13 विधायक अभी भी महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे और शिवसेना के पास हैं।
अगर फेल हुई अगाड़ी सरकार तो फिर, सीएम बन सकते देवेंद्र फडणवीस।
अगर सभी 40 विधायक फ्लोर टेस्ट में मौजूद नहीं होते तो भी बीजेपी सरकार बनाती दिख रही हैं। क्यों की अगर ये 40 विधायक महा विकास अगाड़ी को समर्थन नहीं देते है तो इनके विधायको की संख्या 102 हो जाएगी जो बीजेपी की सरकार बनाने को प्रयाप्त है। क्यों की फिर बीजेपी राज्य में बड़ी पार्टी के तौर में सरकार बनाने का दावा कर सकती है। क्यों की बीजेपी के विधायको की संख्या महा विकास अगाड़ी से 11 ज्यादा है।
इन सबके बीच शिवसेना सर्वोच्च न्यायालय का रुख कर रही है। और फ्लोर टेस्ट को आगे बड़ने से रोकने की कोशिश कर रही है। आज शाम 5 बजे इस पर सुनावाई होनी है। उसके बाद ही महाराष्ट्र की सियासत में चल रहे खींचतान में कुछ कहा जा सकेगा। देखना ये होगा सरकार किसकी बनती है। और वहीं अगर 39 विधायक बीजेपी के साथ चले जाते है तो,देखा जाता है की उद्धव ठाकरे अब सरकार से जाते हुए नजर आ रहे है। और बीजेपी सरकार बना सकती है।