उदयपुर में हुई हिंसक घटना अब और तूल पकड़ रही है! राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इस घटना को लेकर कहा, “उदयपुर में युवक की जघन्य हत्या की भर्त्सना करता हूं। इस घटना में शामिल सभी अपराधियों कठोर कार्रवाई की जाएगी एवं पुलिस अपराध की पूरी तह तक जाएगी।।”नुपुर शर्मा के पैगंबर मोहम्मद पर दिए बयान का कथित समर्थन करने पर राजस्थान के उदयपुर में एक व्यक्ति की गला काटकर हत्या कर दी गई। सोशल मीडिया पर इस घटना का वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में दिख रहा है कि दो युवक कपड़े का नाप देने के बहाने दर्जी की दुकान में पहुंचते हैं और फिर उस पर धारदार हथियार से हमला करते हैं। इसके बाद व्यक्ति की मौके पर ही मौत हो गई। शहर में चौबीस घंटों के लिए इंटरनेट को बंद कर दिया गया है।
घटना को लेकर राजस्थान भाजपा अध्यक्ष सतीश पूनिया ने कहा, ‘मैं भारतीय जनता पार्टी पीड़ित परिवार के साथ है। इस मामले में राजस्थान सरकार की नैतिक जिम्मेदारी है। राजस्थान का गृह मंत्री और मुख्यमंत्री केवल एक ट्वीट करके लोगों के सद्भाव को बहाल नहीं कर सकता है। लोगों के सिर कलम हो रहे हैं दिन दहाड़े हत्याएं हो रही हैं और प्रदेश का मुखिया शांति और सद्भाव की अपील कर रहा है। ये उनका दोहरा चरित्र है। लाश पर राजनीति हो रही है। उन्हें कड़े शब्दों में निंदा करनी चाहिए थी। उन्होंने अपना राजधर्म ठीक से नहीं निभाया।’
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इस घटना को लेकर कहा, “उदयपुर में युवक की जघन्य हत्या की भर्त्सना करता हूं। इस घटना में शामिल सभी अपराधियों पर कठोर कार्रवाई की जाएगी एवं पुलिस अपराध की पूरी तह तक जाएगी। मैं सभी पक्षों से शान्ति बनाए रखने की अपील करता हूं। ऐसे जघन्य अपराध में लिप्त हर व्यक्ति को कड़ी से कड़ी सजा दिलाई जाएगी।”
मुख्यमंत्री ने कहा, चिंता की बात है। इस प्रकार से किसी की हत्या कर देने दुखद और शर्मनाक है। माहौल ठीक करने की जरूरत है। पूरे देश में तनाव का माहौल बन गया है। मैं बार-बार प्रधानमंत्री और गृहमंत्रालय को बोलता हूं कि देश को संबोधित करें।
राजस्थान विधानसभा में विपक्ष के नेता गुलाब चंद कटारिया ने कहा, “उदयपुर में दोपहर को एक हृदयविदारक और शर्मनाक हत्या हुई है। वीडियो भी वायरल किया गया है। किसी गिरोह के बिना इस प्रकार की हत्या नहीं हो सकती। मेरी एसपी से, डीजी से और सीएम से भी बात हुई है। आरोपियों को जल्द गिरफ़्तार किया जाए।”एडीजी (कानून-व्यवस्था) हवा सिंह घुमरिया ने कहा, “ये जनमानस को उद्वेलित करने वाली घटना है। वीडियो वायरल होने से मामले और ज्यादा संवेदनशील हो गया है। पूरे राज्य को में हमने एसपी और आईजी को अपने-अपने इलाके में गश्त बढ़ाने, अधिकारियों को ज्यादा से ज्यादा फील्ड में उतारने के लिए कहा है।”
घुमरिया ने कहा, “एक डीआईजी जो वहां काफी रह चुके हैं उन्हें भेजा गया है। अधिकारियों के साथ-साथ करीब 600 की संख्या में पुलिस फोर्स वहां भेजी गई है, रात तक कुछ और फोर्स भी भेजी जाएगी।”
जम्मू-कश्मीर के पूर्व डीजीपी शेष पाल वैद ने एक ट्वीट में कहा, “उदयपुर में आज जो कुछ हुआ है, उससे गंभीर सांप्रदायिक दंगे भड़क सकते हैं। राजस्थान सरकार को कानून के तहत तत्काल कार्रवाई करने और दोनों अपराधियों को दंडित करने की आवश्यकता है अन्यथा यह कानून और व्यवस्था मशीनरी की विफलता होगी और केंद्र सरकार को कदम उठाने की जरूरत है। यह राजस्थान है या अफगानिस्तान?
एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने भी घटना की निंदा की है और मांग की है कि दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करें। भाजपा नेताओं ने कथित तौर पर इस्लाम के अपमान का बदला लेने के लिए दर्जी की हत्या को लेकर राजस्थान में कांग्रेस सरकार को आड़े हाथ लिया और दावा किया कि राज्य इसके शासन में “तालिबानी” क्षेत्र बनने की राह पर है।
दर्जी कन्हैया लाल की उदयपुर में उनकी दुकान पर हत्या कर दी गई। हमलावरों में से एक की पहचान रियाज के रूप में हुई, उसने लाल पर चाकू से हमला किया, जबकि दूसरे ने अपने मोबाइल फोन पर अपराध रिकॉर्ड किया। हत्या ने सांप्रदायिक तनाव पैदा कर दिया है और शहर के सात थाना क्षेत्रों में अगले आदेश तक कर्फ्यू घोषित कर दिया गया है।
राज्य में अशोक गहलोत के नेतृत्व वाली सरकार पर निशाना साधते हुए भाजपा नेता और सांसद राज्यवर्धन राठौर ने कहा, “कांग्रेस के शासन में राजस्थान तालिबानी राज्य बनने की राह पर है। कांग्रेस द्वारा मुसलमानों के तुष्टिकरण ने जिहादियों के दुस्साहस को बढ़ा दिया है। इस हद तक कि वे खुलेआम हिंदुओं की हत्या कर रहे हैं और प्रधानमंत्री को धमकी दे रहे हैं।”
उदयपुर की घटना के लिए गहलोत सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए राठौर ने कहा कि यह अराजकता अधिकारियों द्वारा एक विशेष धर्म के उपद्रवियों को छूट देने का परिणाम है।