भारत ने पाकिस्तान को 49 नागरिक कैदियों की सूची सौंपी है! विदेश मंत्रालय ने कहा कि भारत ने भारत की हिरासत में 309 पाकिस्तानी नागरिक कैदियों और 95 मछुआरों की सूची पाकिस्तान को सौंपी है।भारत ने शुक्रवार को पाकिस्तान से 536 भारतीय मछुआरों और तीन नागरिक कैदियों को रिहा करने और स्वदेश भेजने की अपील है, जिन्होंने अपनी जेल की अवधि पूरी कर ली है और जिनकी राष्ट्रीयता की पुष्टि हो गई है। विदेश मंत्रालय ने कहा कि इसके अलावा पाकिस्तान को 105 मछुआरों और 20 नागरिक कैदियों को तत्काल कांसुलर एक्सेस प्रदान करने के लिए कहा गया है, जो पाकिस्तान की हिरासत में हैं और माना जाता है कि वे भारतीय हैं।
विदेश मंत्रालय ने कहा कि भारत ने भारत की हिरासत में 309 पाकिस्तानी नागरिक कैदियों और 95 मछुआरों की सूची पाकिस्तान को सौंपी है। इसी तरह पाकिस्तान ने अपनी हिरासत में बंद 49 नागरिक कैदियों और 633 मछुआरों की सूची साझा की है, जो भारतीय हैं या माना जाता है कि वे भारतीय हैं। विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि सरकार ने पाकिस्तान की हिरासत से नागरिक कैदियों, लापता भारतीय रक्षा कर्मियों और मछुआरों को उनकी नौकाओं के साथ जल्द से जल्द रिहा करने और स्वदेश भेजने का आह्वान किया है।
इस संदर्भ में पाकिस्तान को 536 भारतीय मछुआरों और तीन भारतीय नागरिक कैदियों की रिहाई और भारत में वापसी में तेजी लाने के लिए कहा गया है, जिन्होंने अपनी सजा पूरी कर ली है। विदेश मंत्रालय ने कहा कि भारत एक-दूसरे के देश में कैदियों और मछुआरों से संबंधित सभी मानवीय मामलों को प्राथमिकता के आधार पर सुलझाने के लिए प्रतिबद्ध है। भारत ने पाकिस्तान के मछुआरों सहित 57 पाकिस्तानी कैदियों की राष्ट्रीयता की स्थिति की पुष्टि करने के लिए आवश्यक कार्रवाई में तेजी लाने का भी आग्रह किया है।
पाकिस्तान ने शुक्रवार को पुष्टि की कि उसकी जेलों में 682 भारतीय कैदी हैं। पाकिस्तान के विदेश कार्यालय ने एक बयान में कहा कि पाकिस्तान ने यहां भारतीय उच्चायोग के साथ देश में हिरासत में लिए गए 682 भारतीय कैदियों की सूची साझा की, जिनमें 49 नागरिक और 633 मछुआरे शामिल हैं। इसी तरह, भारतीय पक्ष ने भी भारत में 461 पाकिस्तानी कैदियों की सूची साझा की है।
भारत ने सामान्य कैदियों, लापता भारतीय रक्षाकर्मियों और मछुआरों को उनकी नौकाओं के साथ जल्द छोड़ने और उनका आदान-प्रदान करने का आह्वान किया है। पाकिस्तान से 536 भारतीय मछुआरों और तीन भारतीय सामान्य कैदियों को भारत को सौंपने को कहा गया है, जो पाकिस्तान में अपनी सजा पूरी कर चुके हैं। इन लोगों की राष्ट्रीयता की पुष्टि हो गई है और पाकिस्तान को इससे अवगत करा दिया गया है। इसके अतिरिक्त पाकिस्तान से बाकी बचे हुए 105 मछुआरों और बीस सामान्य कैदियों तक तत्काल काउंसलर पहुंच उपलब्ध कराने को कहा गया है। ये लोग पाकिस्तान की कैद में हैं और समझा जाता है कि ये भारतीय हैं।
विदेश मंत्रालय ने कहा है कि भारत एक-दूसरे देश के कैदियों और मछुआरों समेत सभी मानवीय मुद्दों को सर्वोच्च प्राथमिकता देने के लिए प्रतिबद्ध है।
भारत ने पाकिस्तान से यह भी अनुरोध किया है कि भारत की हिरासत में 57 पाकिस्तानी कैदियों और मछुआरों की राष्ट्रीयता की पुष्टि करने के संबंध में आवश्यक कार्रवाई की जाये। इन लोगों की वापसी राष्ट्रीयता की पुष्टि पर रूकी हुई है।कोविड महामारी को देखते हुए पाकिस्तान से अनुरोध किया गया है कि वह सभी भारतीयों की सुरक्षा सुनिश्चित करे।
बयान के अनुसार, इस संदर्भ में पाकिस्तान से उसकी हिरासत में मौजूद उन 536 भारतीय मछुआरों और तीन अन्य कैदियों को रिहा करने को कहा गया है जिन्होंने अपनी सजा पूरी कर ली है और उनकी नागरिकता की पुष्टि हो गई है तथा इसके बारे में उसे सूचित कर दिया गया है ।
विदेश मंत्रालय ने कहा कि भारत दोनों देश के कैदियों एवं मछुआरों सहित सभी मानवीय मामलों को प्राथमिकता के आधार पर सुलझाने को प्रतिबद्ध है।
भारत ने पाकिस्तान से मछुआरों सहित 57 पाकिस्तानी कैदियों की नागरिकता की स्थिति की पुष्टि के लिये जरूरी कदम उठाने को भी कहा है जिनकी वापसी पाकिस्तान की ओर से नागरिकता की पुष्टि अब तक नहीं होने के कारण लंबित है ।
इसमें कोविड महामारी के कारण पाकिस्तान से सभी भारतीय कैदियों या जिन्हें भारतीय कैदी समझा जाता है, उनकी सुरक्षा एवं कल्याण सुनिश्चित करने को कहा गया है।भारत ने यह आग्रह दोनों देशों के बीच मछुआरों एवं अन्य आम कैदियों की सूची के आदान प्रदान के परिप्रेक्ष्य में किया। भारत और पाकिस्तान के बीच साल 2008 के समझौते के प्रावधानों के तहत हर साल एक जनवरी और एक जुलाई को ऐसी सूचियों का आदान प्रदान किया जाता है ।
विदेश मंत्रालय ने कहा कि भारत ने 309 पाकिस्तानी नगरिकों एवं वहां के 95 मछुआरों की सूची सौंपी जो भारत की हिरासत में हैं ।