आने वाले समय में लोकसभा सीट पर चुनाव होने वाले हैं, इसी बीच लोगों के मन में कई सवाल उत्पन्न होते हैं.. वो ये कि आखिर एक लोकसभा सीट के लिए कितने वोटर मत देने वाले हैं… यानी हमारे देश में कुल लोकसभा सीट 543 है… तो हर एक सीट पर कितने मतदाता मत देंगे? आपको बता दें कि लोकसभा की 543 सीटों के लिए होने जा रहे चुनाव में 96 करोड़ 80 लाख मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। इस तरह हर सीट के लिए करीब 17 लाख 90 हजार मतदाताओं का औसत बनता है। लेकिन हर लोकसभा क्षेत्र में वोटरों की संख्या एकसमान नहीं है। कहीं ज्यादा तो कहीं कम। इसके चलते किसी जगह पर 20 लाख से अधिक वोटरों के वोट से सांसद का चुनाव होता है, तो कहीं पर कुछ हजार वोटों से इसका फैसला हो जाता है।
आइए जानते हैं कि आखिर किस राज्य में कितने वोटर उपस्थित है? बता दे कि अगर राजस्थान की बात करें तो राजस्थान में 21.3 लाख वोटर प्रति लोकसभा सीट है, एनडीए गठबंधन के लिए लगातार 400 पार का नारा बुलंद किया, उसे लेकर लोगों में खासी दिलचस्पी है। हर कोई ये जानना चाहता है कि क्या केंद्र की सत्ताधारी पार्टी अपना टारगेट पूरा करने में सफल हो रही। ताजा सर्वे में ऐसा होता नजर नहीं आ रहा। बीजेपी के नेतृत्व वाला एनडीए गठबंधन 400 के करीब तो पहुंचता दिख रहा लेकिन टारगेट से कम ही है।वही दिल्ली में 21 लाख, हरियाणा में 19.8 लाख वोटर एक सीट पर वोट करेंगे…. वहीं मध्य प्रदेश में 19.5 लाख और तेलंगाना में 19.4 लाख वोटर एक लोकसभा सीट पर वोट करेंगे ….बात अगर काम औसत की करें तो लक्षद्वीप में 58000, अरुणाचल प्रदेश में 4.4 लाख ,सिक्किम में 4.5 लाख ,गोवा में 5.8 लाख और मिजोरम में 8.6 लाख वोटर प्रति सीट वोट करेंगे…. वहीं यूपी, बिहार ,बंगाल ,छत्तीसगढ़, झारखंड और कर्नाटक से लेकर महाराष्ट्र और गुजरात जैसे राज्यों में 18 से 20 लाख वोटर प्रति सीट का औसत है …
बात केरल ,तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश और असम से लेकर उत्तराखंड ,हिमाचल और पंजाब जैसे राज्यों की करें तो इनमें 15 से 18 लाख वोटर प्रति सीट का औसत बनता है ….वहीं जम्मू कश्मीर के अलावा पूर्वोत्तर के अधिकतर राज्यों में 8 लाख वोटर प्रति सीट से कम का औसत है… यानी सीधी सी बात यह है कि आज हमने आपको 543 सीटों पर होने वाले हर एक सीट के औसत वोटर बता दिए हैं! बता दे कि 2024 के चुनावी रण का आगाज हो चुका है। 19 अप्रैल को पहले चरण की वोटिंग, जब मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल करने के लिए घर से निकलेंगे। कुल फेज में चुनाव होने हैं। 4 जून को काउंटिंग और रिजल्ट का दिन है। जब पूरे देश की जनता का फैसला सबके सामने आएगा। हालांकि, पहले फेज की वोटिंग से पहले एबीपी सीवोटर ने ओपिनियन पोल किया।
इसमें चुनाव से ठीक पहले देश का मूड जानने की कोशिश की गई। खास तौर पर जिस तरह से बीजेपी ने एनडीए गठबंधन के लिए लगातार 400 पार का नारा बुलंद किया, उसे लेकर लोगों में खासी दिलचस्पी है। हर कोई ये जानना चाहता है कि क्या केंद्र की सत्ताधारी पार्टी अपना टारगेट पूरा करने में सफल हो रही। ताजा सर्वे में ऐसा होता नजर नहीं आ रहा। बीजेपी के नेतृत्व वाला एनडीए गठबंधन 400 के करीब तो पहुंचता दिख रहा लेकिन टारगेट से कम ही है।
केंद्रशासित प्रदेश की तो तीन जगह एनडीए और दो जगह इंडी अलायंस बाजी मारता दिख रहा है। अंडमान, दादर नगर हवेली, दमन दीव में एनडीए जीत दर्ज करती नजर आ रही। वहीं लक्षद्वीप और पुडुचेरी सीट इंडी गठबंधन के खाते में जाती दिख रही। इस सर्वे में 5 राज्य ऐसे हैं जहां बीजेपी क्लीन स्वीप करती दिख रही है।बता दें कि 543 सीटों पर होने वाले हर एक सीट के औसत वोटर बता दिए हैं! बता दे कि 2024 के चुनावी रण का आगाज हो चुका है। 19 अप्रैल को पहले चरण की वोटिंग, जब मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल करने के लिए घर से निकलेंगे। कुल फेज में चुनाव होने हैं। 4 जून को काउंटिंग और रिजल्ट का दिन है। जब पूरे देश की जनता का फैसला सबके सामने आएगा। हालांकि, पहले फेज की वोटिंग से पहले एबीपी सीवोटर ने ओपिनियन पोल किया। हालांकि, यूपी में एनडीए गठबंधन को 73 सीट आने आसार हैं। विपक्षी इंडी अलायंस को 7 सीटों पर संतोष करना होगा। वहीं मायावती को यूपी में खाली हाथ रहना पड़ सकता है। हम आपको बता दें कि ये ओपिनियन पोल है, जिसके जरिए देश की जनता मूड भांपने की कोशिश की गई है। चुनाव के फाइनल नतीजे 4 जून को आएंगे।


