Sunday, January 19, 2025
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आखिर संसद में कितनी है राहुल गांधी की उपस्थिति?

आज हम आपको बताइए कि संसद में राहुल गांधी की उपस्थिति कितनी दर्ज की गई है! कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने लंदन में विपक्षी सदस्यों के माइक बंद किए जाने का आरोप लगाया तो देश में सियासत गरम हो गई। भाजपा ने जोरदार हमला बोला। रविशंकर प्रसाद ने कहा कि विदेश की धरती से भारत की आलोचना कर राहुल गांधी सारी मर्यादा और लोकतांत्रिक शर्म भूल गए हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस नेता ने अमेरिका और यूरोप से भारत के आंतरिक मामलों में दखल देने की बात कही है। लंदन में ब्रिटिश सांसदों से राहुल ने कहा कि संसद में मुद्दों पर बहस तक नहीं करने दी जाती। भाजपा ने पलटवार किया कि पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष पूरी तरह से माओवादी विचारों और अराजक तत्वों की गिरफ्त में हैं। राहुल के आरोपों पर भारत में चर्चा तेज हुई तो सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के वरिष्ठ सलाहकार कंचन गुप्ता ने कुछ आकंड़े सामने रखे। उन्होंने सिलसिलेवार तरीके से किए ट्वीट में कहा कि सांसद के तौर पर अपने सुस्त प्रदर्शन और कम उपस्थिति के कारण ही राहुल गांधी ने संसद में विपक्ष को खामोश किए जाने का आधारहीन दावा किया है। उन्होंने केरल राज्य के सांसदों से तुलना करते हुए राहुल गांधी पर कई सवाल खड़े किए। उन्होंने लिखा कि राहुल गांधी की सदन में उपस्थिति केरल स्टेट के औसत से भी कम और राष्ट्रीय औसत से बहुत ज्यादा नीचे है।

कंचन गुप्ता ने पांच स्क्रीनशॉट शेयर किए हैं। इसमें पहले नंबर पर उन्होंने संसद में प्रदर्शन को रखा है। इसमें राहुल गांधी के प्रदर्शन की तुलना राष्ट्रीय औसत और स्टेट एवरेज से की गई है। इससे पता चलता है कि कांग्रेस सांसद की उपस्थिति 52% रही जबकि राष्ट्रीय औसत 79 प्रतिशत और राज्य औसत 84% है।

इतना ही नहीं, राहुल गांधी के पिछले कुछ संसद सत्रों के आंकड़े सामने रखते हुए कंचन गुप्ता ने लिखा कि कांग्रेस नेता हाल के कुछ वर्षों में दो सत्र में आए ही नहीं।राहुल के आरोपों पर भारत में चर्चा तेज हुई तो सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के वरिष्ठ सलाहकार कंचन गुप्ता ने कुछ आकंड़े सामने रखे। उन्होंने सिलसिलेवार तरीके से किए ट्वीट में कहा कि सांसद के तौर पर अपने सुस्त प्रदर्शन और कम उपस्थिति के कारण ही राहुल गांधी ने संसद में विपक्ष को खामोश किए जाने का आधारहीन दावा किया है। उन्होंने केरल राज्य के सांसदों से तुलना करते हुए राहुल गांधी पर कई सवाल खड़े किए। उन्होंने लिखा कि राहुल गांधी की सदन में उपस्थिति केरल स्टेट के औसत से भी कम और राष्ट्रीय औसत से बहुत ज्यादा नीचे है। जी हां, शीतकालीन सत्र 2022 में राहुल की उपस्थिति 0% रही। यही स्थिति मॉनसून सत्र 2020 में रही थी।

औसतन भारत के सांसदों ने 41 डिबेट में हिस्सा लिया। स्टेट एवरेज 68.2 है लेकिन वायनाड से सांसद राहुल गांधी का स्कोर केवल 6 है। सलाहकार कंचन गुप्ता की ओर से शेयर की गई जानकारी के अनुसार, कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने संसद में 2019 और 2023 के बीच 92 सवाल पूछे हैं। आपको जानकर ताज्जुब होगा केरल के सांसदों का औसत 216 है और राष्ट्रीय औसत 163 है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने एक भी प्राइवेट मेंबर बिल पेश नहीं किया।राहुल के आरोपों पर भारत में चर्चा तेज हुई तो सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के वरिष्ठ सलाहकार कंचन गुप्ता ने कुछ आकंड़े सामने रखे। उन्होंने सिलसिलेवार तरीके से किए ट्वीट में कहा कि सांसद के तौर पर अपने सुस्त प्रदर्शन और कम उपस्थिति के कारण ही राहुल गांधी ने संसद में विपक्ष को खामोश किए जाने का आधारहीन दावा किया है। उन्होंने केरल राज्य के सांसदों से तुलना करते हुए राहुल गांधी पर कई सवाल खड़े किए। उन्होंने लिखा कि राहुल गांधी की सदन में उपस्थिति केरल स्टेट के औसत से भी कम और राष्ट्रीय औसत से बहुत ज्यादा नीचे है। केरल का औसत 3.7 और राष्ट्रीय औसत 1.2 है। कंचन गुप्ता ने एक थ्रेड में लिखा कि ये सभी डेटा सार्वजनिक रूप से उपलब्ध हैं। उन्होंने कहा, ‘इन आंकड़ों से राहुल गांधी का झूठ भी पकड़ा जाता है कि भारत की संसद में विपक्ष को खामोश कर दिया गया है, विपक्ष को मुद्दे उठाने नहीं दिए जाते, विपक्ष सवाल नहीं कर सकता। राहुल गांधी को विदेश की धरती से भारत को बदनाम करना बंद करना चाहिए।’

आखिर में उन्होंने तंज के लहजे में लिखा कि राहुल गांधी स्कूल के उस बच्चे की तरह हैं, जिससे जब टीचर पूछते हैं कि तुम्हारा होमवर्क कहां है, वह आराम से कह देता है कि कुत्ते ने मेरा होमवर्क खा लिया।

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