आखिर शाइस्ता को कैसे पकड़ेगी UP STF?

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ये सवाल उठना लाजमी है कि आखिर UP STF शाइस्ता को कैसे पकड़ पाएगी! कहते हैं न अपराधी चाहे कितना भी शातिर हो, लेकिन पुलिस का जाल उसे हरा ही देता है। ऐसा लगता है उत्तर प्रदेश पुलिस ने भी इस बार अतीक अहमद की बेगम को पकड़ने का पुख्ता प्लान तैयार किया है। अतीक की मौत से भी पहले शाइस्ता परवीन फरार हो चुकी थी। इस बात को अब छह महीने से भी ज्यादा बीत चुका है, लेकिन अब तक शाइस्ता पुलिस से बचती फिर रही है। शाइस्ता को माफिया की लिस्ट में डाल दिया गया है। वो उत्तर प्रदेश पुलिस की मोस्ट वांटेड अपराधियों में शामिल है, बावजूद उसे पकड़ना पुलिस के लिए टेढ़ी खीर बनता जा रहा है। अब एक नई खबर सामने आई है। पता चला कि उत्तर प्रदेश के माफिया अतीक अहमद और शाइस्ता परवीन के दोनों लाडलों को बाल सुधार गृह से रिहा कर दिया गया है। पुलिस पूरी तरह से सजग है कि कहीं ऐसा न हो कि इसी बीच शाइस्ता भी अपने बेटों से मिलने आ जाए।शाइस्ता के साथ अतीक अहमद का सबसे वफादार शूटर गुड्डू मुस्लिम भी फरार है। शाइस्ता पर 50 हजार का इनाम है जबकि गुड्डू मुस्लिम पर 5 लाख का इनाम घोषित है, लेकिन बावजूद इसके दोनों को पकड़ना आसान नहीं लग रहा। अब देखना ये है कि ये नया ट्रैप क्या अतीक की बेगम को सलाखों के पीछे पहुंचा पाता है।बाल सुधार गृह से रिहा होने के बाद अतीक के ये दोनों छोटे बेटे अपनी बुआ परवीन अहमद कुरैशी के घर गए हैं। अतीक की बहन ने कोर्ट में दोनों की कस्टडी को लेकर अपील की थी जिसके बाद ही इनकी कस्टडी परवीन कुरैशी को मिली है।

जैसे ही ये दोनो बच्चे अपनी बुआ के घर पहुंचे इनसे मिलने वालों का तांता लग गया। अतीक के कई रिश्तेदार, दोस्त और चाहने वाले इन बच्चों से मिलने आने लगे। सबसे अहम बात है कि कही इन रिश्तेदारों की आड़ में शाइस्ता परवीन तो अपने बच्चों से मिलने नहीं आएगी। दरअसल यहां पर कई महिलाएं बुर्के में भी है, और पुलिस पूरी तरह से सजग है कि कहीं ऐसा न हो कि इसी बीच शाइस्ता भी अपने बेटों से मिलने आ जाए।

परवीन कुरैशी के घर में दो पुलिसकर्मी भी तैनात किए गए हैं जो पूरी तरह से आने-जाने वाले लोगों पर नजर रख रहे हैं। शाइस्ता अपने बच्चों से करीब 6 महीने से दूर है जाहिर सी बात है एक मां का अपने बच्चों से मिलने का मन तो करता ही होगा। इसे पुलिस के एक ट्रैप के रूप में भी देखा जा सकता है। हालांकि जब अतीक शाइस्ता के तीसरे नंबर के बेटे असद की एनकाउंटर में मौत हुई थी बता रहे हैं कि बाल सुधार गृह से रिहा होने के बाद अतीक के ये दोनों छोटे बेटे अपनी बुआ परवीन अहमद कुरैशी के घर गए हैं। अतीक की बहन ने कोर्ट में दोनों की कस्टडी को लेकर अपील की थी जिसके बाद ही इनकी कस्टडी परवीन कुरैशी को मिली है। शाइस्ता तब भी नहीं आई थी। तब भी ये माना जा रहा था कि आखिरी बार शायद वो अपने बेटे को देखने के लिए वो शायद आ जाए। इतना ही नहीं अतीक की मौत के बाद भी उसके जनाजे में शाइस्ता शामिल नहीं हुई थी।

शाइस्ता उमेश पाल हत्याकांड में अहम आरोपी है। उसपर हत्या की साजिश रचने के आरोप है। सबसे अहम बात है कि कही इन रिश्तेदारों की आड़ में शाइस्ता परवीन तो अपने बच्चों से मिलने नहीं आएगी। दरअसल यहां पर कई महिलाएं बुर्के में भी है, और पुलिस पूरी तरह से सजग है यहि नहीं रिश्तेदार, दोस्त और चाहने वाले इन बच्चों से मिलने आने लगे। सबसे अहम बात है कि कही इन रिश्तेदारों की आड़ में शाइस्ता परवीन तो अपने बच्चों से मिलने नहीं आएगी। दरअसल यहां पर कई महिलाएं बुर्के में भी है, और पुलिस पूरी तरह से सजग है कि कहीं ऐसा न हो कि इसी बीच शाइस्ता भी अपने बेटों से मिलने आ जाए। कि कहीं ऐसा न हो कि इसी बीच शाइस्ता भी अपने बेटों से मिलने आ जाए।शाइस्ता के साथ अतीक अहमद का सबसे वफादार शूटर गुड्डू मुस्लिम भी फरार है। शाइस्ता पर 50 हजार का इनाम है जबकि गुड्डू मुस्लिम पर 5 लाख का इनाम घोषित है, लेकिन बावजूद इसके दोनों को पकड़ना आसान नहीं लग रहा। अब देखना ये है कि ये नया ट्रैप क्या अतीक की बेगम को सलाखों के पीछे पहुंचा पाता है।