आज हम आपको बताएंगे कि झारखंड के तबरेज अंसारी के साथ क्या-क्या हुआ! वो अकेला था, उसे बिजली के पोल से बांधा गया। भीड़ इकट्ठा थी करीब 12-15 लोग या उससे भी ज्यादा। वो खुद को बचाने के लिए गुहार लगाता रहा, लेकिन वो उसकी तरफ बढ़े, क्योंकि वो पोल बंधा हुआ था तो अपने बचाव में कुछ नहीं पा रहा था। कुछ लोग उसके और बेहद करीब आ गए। अब उसे इस भीड़ ने पीटना शुरू कर दिया। उसे मारते रहे, जहां मन आया वहां पीटा। वो बचाने के लिए बोलता रहा, लेकिन किसी ने उसकी नहीं सुनी। उसे मार-मारकर घायल किया गया। ये कहानी यहां भी खत्म नहीं हुई। मारने के बाद भी इन लोगों का दिल नहीं भरा। अब बारी थी अपनी एक और मनमानी को पूरा करने की। इस भीड़ में मौजूद कुछ लोगों ने उससे जय श्रीराम के नारे लगाने को कहा। ये उसके लिए आसान नहीं था, लेकिन उसे मजबूर किया गया। उसे और मारा गया ताकि वो जय श्री राम के नारे लगाए। जब ये शख्स बुरी तरह से घायल हो गया, तब जाकर पुलिस को बुलाया गया।
ये कहानी नहीं आज से 4 साल पहले घटी एक ऐसी हकीकत है जिसे सुनकर रोंगटे खड़े हो जाएं, ये शख्स था तबरेज अंसारी जिसे लोगों ने पीट पीटकर अधमरा कर दिया और बाद में पुलिस के हवाले कर दिया। उसे मार-मारकर घायल किया गया। ये कहानी यहां भी खत्म नहीं हुई। मारने के बाद भी इन लोगों का दिल नहीं भरा। अब बारी थी अपनी एक और मनमानी को पूरा करने की। इस भीड़ में मौजूद कुछ लोगों ने उससे जय श्रीराम के नारे लगाने को कहा। ये उसके लिए आसान नहीं था, लेकिन उसे मजबूर किया गया। उसे और मारा गया ताकि वो जय श्री राम के नारे लगाए। जब ये शख्स बुरी तरह से घायल हो गया, तब जाकर पुलिस को बुलाया गया।साल 2019 में 17 जून की रात सरायकेला पुलिस थाने के तहत धातकीडीह गांव में रहने वाले तबरेज अंसारी और उसके परिवार के लिए काली रात साबित हुई। गांव के लोगों को तबरेज पर चोरी का शक था, बस इसी शक के आधार पर उन्होंने तबरेज की इतनी पिटाई की कि बाद में उसकी मौत हो गई। अंसारी पुणे में मजदूरी का काम करता था और वह ईद मनाने झारखंड अपने घर आया हुआ था!
पहले तबरेज को लोगों ने खूब पीटा और उसके बाद पुलिस के हवाले कर दिया। उसे लॉकअप में रखा गया, लेकिन दो दिन बाद उसकी मौत हो गई। उसे मार-मारकर घायल किया गया। ये कहानी यहां भी खत्म नहीं हुई। मारने के बाद भी इन लोगों का दिल नहीं भरा। अब बारी थी अपनी एक और मनमानी को पूरा करने की। इस भीड़ में मौजूद कुछ लोगों ने उससे जय श्रीराम के नारे लगाने को कहा। ये उसके लिए आसान नहीं था, लेकिन उसे मजबूर किया गया। उसे और मारा गया ताकि वो जय श्री राम के नारे लगाए। जब ये शख्स बुरी तरह से घायल हो गया, तब जाकर पुलिस को बुलाया गया। की वजह हार्टअटैक बताई गई। जांच शुरू हुई तो पता चला कि तबरेज के शरीर में अंदरुनी चोट की वजह से उसकी मौत हुई हैलंबे समय तक ये केस चलता रहा, लेकिन परिवार ने हार नहीं मानी। अब आखिरकार झारखंड की कोर्ट ने 10 लोगों को दोषी ठहराया है। इसके अलावा एक आरोपी की मौत हो चुकी है। अभी दोषियों को सजा नहीं सुनाई गई है। सजा पर फैसला 4 जुलाई को होना है। परिवार को इंतजार है जब दोषियों को सजा मिले और तबरेज अंसारी को न्याय। पति की मौत से तबरेज की पत्नी शाइस्ता परवीन टूट गई थी, लेकिन बावजूद इसके उसने न्याय के लिए कोर्ट का दरवाजा खटखटाया। शाइस्ता परवीन ने थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई। उसने बताया कि कैसे उसके पति को बिजली के खंभे से बांधकर पीटा गया था।
लंबे समय तक ये केस चलता रहा, उसे मार-मारकर घायल किया गया। ये कहानी यहां भी खत्म नहीं हुई। मारने के बाद भी इन लोगों का दिल नहीं भरा। अब बारी थी अपनी एक और मनमानी को पूरा करने की। इस भीड़ में मौजूद कुछ लोगों ने उससे जय श्रीराम के नारे लगाने को कहा। ये उसके लिए आसान नहीं था, लेकिन उसे मजबूर किया गया। उसे और मारा गया ताकि वो जय श्री राम के नारे लगाए। जब ये शख्स बुरी तरह से घायल हो गया, तब जाकर पुलिस को बुलाया गया। परिवार ने हार नहीं मानी। अब आखिरकार झारखंड की कोर्ट ने 10 लोगों को दोषी ठहराया है। इसके अलावा एक आरोपी की मौत हो चुकी है। अभी दोषियों को सजा नहीं सुनाई गई है। सजा पर फैसला 4 जुलाई को होना है। परिवार को इंतजार है जब दोषियों को सजा मिले और तबरेज अंसारी को न्याय।