आखिर अतीक अहमद के जेल में रखे सामान का क्या होगा?

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आज भी अतीक अहमद का सामान जेल में रखा हुआ है! प्रयागराज में उमेश पाल की हत्या के दो महीने में अंदर माफिया अतीक अहमद का अंत हो गया तो वहीं एक बेटा इनकाउंटर में मारा गया। पत्नी शाइस्ता परवीन की तलाश में यूपी पुलिस और एसटीएफ छापेमारी कर रही है, लेकिन शाइस्ता परवीन का कोई ठोस सुराग में नहीं मिल पा रहा है। पहले उम्मीद जताई गई थी पति और देवर की हत्या के वह अंतिम विदाई में शामिल होने के सरेंडर कर सकती है लेकिन ऐसा भी नहीं हुआ। तो अतीक जिंदा बेटे जेल के अंदर हैं। ऐसे में बड़ा सवाल यह है कि अहमदाबाद की साबरमती जेल में रखे अतीक अहमद के सामान का क्या होगा? जून, 2019 में साबरमती जेल में शिफ्ट किए जाने के बाद माफिया अतीक अहमद ने 46 महीने अहमदाबाद में काटे थे। साबरमती जेल से आखिरी बार अतीक को 11 अप्रैल को यूपी ले जाया गया था। तब साबरमती जेल प्रशासन ने यूपी पुलिस को कोर्ट के वारंट पर कस्टडी दी थी, अब अतीक और उसके भाई के हत्याकांड के बाद साबरमती जेल प्रशासन को उसके डेथ सर्टिफिकेट का इंतजार है। जेल प्रशासन के द्वारा मृत्यु प्रमाण पत्र मिलने बाद आगे की कार्रवाई की शुरू किए जाने की उम्मीद है। माफिया अतीक अहमद साबरमती जेल में 46 महीने तक विचाराधीन कैदी के तौर पर बंद रहा। उमेश पाल अपहरण केस में सजा के बाद उसे पुरानी जेल में शिफ्ट किया गया था। जहां पर सिर्फ पांच से छह दिन ही बंद रहा। नवभारत टाइम्स ऑनलाइन को मिली जानकारी के अनुसार साबरमती जेल में माफिया अतीक अहमद के कपड़े, रुपये, पहचान से जुड़े दस्तावेज, कुछ किताबें और दवाओं के साथ मेडिकल रिपोर्ट वगैरह हैं। ये चीजें हाई सिक्योरिटी बैरक में रखी हैं। अतीक की हत्या के बाद भी तक किसी ने भी इस सामान को लेने के जेल प्रशासन से संपर्क नहीं किया।

जेल अधिकारियों का कहना है कि यूपी पुलिस द्वारा जैसे ही डेथ सर्टिफिकेट मिलेगा। उसके बाद अतीक के सामान को जेल की कमेटी की मौजूदगी में कब्जे में लिया जाएगी। जरूरत पड़ेगी तो इसकी वीडियोग्राफी की भी करवाई जाएगी।जहां पर सिर्फ पांच से छह दिन ही बंद रहा। नवभारत टाइम्स ऑनलाइन को मिली जानकारी के अनुसार साबरमती जेल में माफिया अतीक अहमद के कपड़े, रुपये, पहचान से जुड़े दस्तावेज, कुछ किताबें और दवाओं के साथ मेडिकल रिपोर्ट वगैरह हैं। ये चीजें हाई सिक्योरिटी बैरक में रखी हैं। अतीक की हत्या के बाद भी तक किसी ने भी इस सामान को लेने के जेल प्रशासन से संपर्क नहीं किया। इसके बाद इस सामान जेल में सीलबंद करके रख दिया जाएगा।जेल अधिकारियों का कहना है कि यूपी पुलिस द्वारा जैसे ही डेथ सर्टिफिकेट मिलेगा। उसके बाद अतीक के सामान को जेल की कमेटी की मौजूदगी में कब्जे में लिया जाएगी। जरूरत पड़ेगी तो इसकी वीडियोग्राफी की भी करवाई जाएगी। इसके बाद इस सामान जेल में सीलबंद करके रख दिया जाएगा। अतीक के सामान को उनके परिवार को ही दिया जाएगा। अगर परिवार की तरफ कोई क्लेम नहीं करता है तो उनके रिश्तेदारों को यह सामान हैंडओवर किया जा सकता है। इसके लिए उन्हें अपनी पहचान और अतीक के साथ रिश्ता की पहचान जेल प्रशासन को देनी होगी। अगर कोई सामान लेने नहीं आएगा तो जेल में सीलबंद करके सामान रखा रहने दिया जाएगा। जेल के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि कैदी की डेथ के उससे जुड़ी चीजों और सामान को हैंड ओवर करने के संबंध में नियम हैं।

अतीक के केस में हम जेल मैनुअल का पालन करेंगे।अतीक के सामान को उनके परिवार को ही दिया जाएगा। अगर परिवार की तरफ कोई क्लेम नहीं करता है तो उनके रिश्तेदारों को यह सामान हैंडओवर किया जा सकता है।जहां पर सिर्फ पांच से छह दिन ही बंद रहा। नवभारत टाइम्स ऑनलाइन को मिली जानकारी के अनुसार साबरमती जेल में माफिया अतीक अहमद के कपड़े, रुपये, पहचान से जुड़े दस्तावेज, कुछ किताबें और दवाओं के साथ मेडिकल रिपोर्ट वगैरह हैं। ये चीजें हाई सिक्योरिटी बैरक में रखी हैं। अतीक की हत्या के बाद भी तक किसी ने भी इस सामान को लेने के जेल प्रशासन से संपर्क नहीं किया। इसके लिए उन्हें अपनी पहचान और अतीक के साथ रिश्ता की पहचान जेल प्रशासन को देनी होगी। अगर कोई सामान लेने नहीं आएगा तो जेल में सीलबंद करके सामान रखा रहने दिया जाएगा। जेल के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि कैदी की डेथ के उससे जुड़ी चीजों और सामान को हैंड ओवर करने के संबंध में नियम हैं। अतीक के केस में हम जेल मैनुअल का पालन करेंगे।