आज हम आपको बताएंगे कि विपक्ष के कौन-कौन से नेता जेल में बंद है! दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल को गुरुवार देर रात को शराब घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में प्रवर्तन निदेशालय ने गिरफ्तार कर लिया। केजरीवाल की गिरफ्तारी के बाद आम आदमी पार्टी समेत सभी विपक्षी दलों ने बीजेपी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। विपक्षी दलों का कहना है कि लोकसभा चुनाव से पहले बीजेपी विपक्षी दलों के दिग्गज नेताओं को चुनाव प्रचार करने से रोकना चाहती है, इसलिए चुन-चुन कर विपक्षी नेताओं को जेल में डाला जा रहा है। यहां सवाल खड़ा होता है कि बीजेपी क्या राजनीतिक द्वेष से विपक्षी दलों को निशाना बना रही है या फिर ये भ्रष्टाचार के खिलाफ केंद्र सरकार की कार्रवाई है। दूसरी तरफ पीएम मोदी ने 2014 में सत्ता में आने के बाद से ही भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त कार्रवाई शुरू कर दी थी। पीएम मोदी अक्सर चुनावी मंचों पर कहते हैं कि भ्रष्टाचार को लेकर सरकार की जीरो टॉलरेंस नीति है। उधर जो विपक्षी नेता जेल में है उन पर भ्रष्टाचार के आरोप हैं और मामले कोर्ट में विचाराधीन हैं। आइए जानते हैं कि कौन-कौन से दिग्गज नेता अभी भ्रष्टाचार के आरोप में जेल में बंद हैं। ED ने दिल्ली के पूर्व मंत्री और AAP नेता सत्येंद्र जैन को मनी लॉन्ड्रिंग के मामले को लेकर 30 मई 2022 को गिरफ्तार किया था। ED ने आरोप लगाया था कि उन्होंने उनसे जुड़ी 4 कंपनियों के जरिए मनी लॉन्ड्रिंग की। ये भी आरोप था कि फर्जी कंपनियों के जरिए आए पैसे का इस्तेमाल जमीन खरीदने या दिल्ली और उसके आसपास कृषि भूमि की खरीद के लिए लिए गए लोन की अदायगी के लिए किया गया। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद आम आदमी पार्टी के नेता और दिल्ली सरकार के पूर्व मंत्री सत्येंद्र जैन ने सोमवार 18 मार्च को तिहाड़ जेल में सरेंडर कर दिया। जैन 26 मई 2023 से मेडिकल बेल पर थे।
तेलंगाना के पूर्व मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव की बेटी के. कविता को ईडी ने बीते 15 मार्च को गिरफ्तार किया था। प्रवर्तन निदेशालय की टीम ने दिल्ली शराब घोटाला केस में भारत राष्ट्र सीमित की एमएलसी कविता के आवास पर छापेमारी की थी। मनी लॉन्ड्रिंग मामले में रेड के बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया था। कुछ घंटों तक चली तलाशी के बाद ईडी अधिकारी उन्हें लेकर दिल्ली रवाना हो गई थी। वहीं जैसे ही के कविता को गिरफ्तार करने की जानकारी फैली उनके आवास के बाहर अफरातफरी का माहौल हो गया था। भारत राष्ट्र समिति के नेताओं ने इस कार्रवाई पर सवाल उठाए। उन्होंने इस गिरफ्तारी को अवैध बताया था।
कुछ महीने पहले झारखंड के पूर्व सीएम हेमंत सोरेन पर ईडी ने कथित जमीन घोटाला मामले में गिरफ्तार किया था। उन्हें भी ईडी ने केजरीवाल की तरह 10 समन जारी किए गए थे। जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार किया गया था। गिरफ्तारी से पहले, जांच एजेंसी ने सोरेन से तकरीबन 8 घंटे पूछताछ की थी और फिर उन्हें अरेस्टर किया गया था। ईडी नेे हेमंत सोरेन के आवास से 36 लाख रुपये से अधिक की नकदी के साथ-साथ भूमि के कथित अधिग्रहण की चल रही जांच से जुड़े दस्तावेज भी बरामद किए थे। दिल्ली शराब घोटाला मामले में सीबीआई ने जांच के दौरान आप नेता मनीष सिसोदिया के कई ठिकानों पर छापेमारी की थी और फिर 26 फरवरी, 2023 को लंबी पूछताछ के बाद मनीष सिसोदिया को गिरफ्तार कर लिया। इसी दौरान प्रवर्तन निदेशालय ने भी इस घोटाले में मनी लॉन्ड्रिंग के तहत अपनी जांच शुरू की और सिसोदिया को ईडी ने भी गिरफ्तार कर लिया था। वह अभी जेल में हैं।
4 अक्टूबर 2023 को संजय सिंह को शराब घोटाले में ईडी ने गिरफ्तार किया था। संजय सिंह की गिरफ्तारी के बाद आम आदमी पार्टी ने प्रदर्शन किया था। संजय सिंह की गिरफ्तारी के बाद आम आदमी पार्टी ने बीजेपी पर तीखा हमला किया था। AAP ने कहा था संजय सिंह संसद में बीजेपी और पीएम मोदी के खिलाफ मुखर रहते हैं, जिसके चलते उन्हें गिरफ्तार किया गया है। प्रवर्तन निदेशालय ईडी ने आबकारी नीति से जुड़े धन शोधन मामले में गुरुवार रात दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार कर लिया। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।दिल्ली उच्च न्यायालय द्वारा केजरीवाल को एजेंसी की किसी दंडात्मक कार्रवाई से राहत देने से इनकार करने के कुछ ही घंटों बाद उन्हें गिरफ्तार किया गया। पद पर रहने के दौरान किसी मुख्यमंत्री की गिरफ्तारी का यह पहला मामला है। अधिकारियों ने बताया कि उच्च न्यायालय के आदेश के शीघ्र बाद, ईडी की एक टीम उनके आवास पर पहुंची और तलाशी ली। इसके बाद, केजरीवाल को गिरफ्तार कर लिया गया।
पश्चिम बंगाल के वन मंत्री ज्योति प्रिया मल्लिक को राशन घोटाले में कथित संलिप्तता के लिए ईडी ने गिरफ्तार किया था। वह 2011 और 2021 के बीच राज्य के खाद्य मंत्री थे। वह अभी जेल में हैं। इसके अलावा मणिक भट्टाचार्य, जीबन कृष्ण साहा और अनुब्रत मंडल जैसे पार्टी के अन्य वरिष्ठ टीएमसी नेता, विधायक और मंत्री स्कूल भर्ती घोटाला और मवेशी तस्कीर घोटाले में संलिप्तता के लिए गिरफ्तार किए गए थे। मामला कोर्ट में है। पश्चिम बंगाल में हुए शिक्षक भर्ती घोटाला मामले में पार्थ चटर्जी को 2022 में जुलाई के महीने में ईडी ने गिरफ्तार किया था। केंद्रीय जांच एजेंसी ने बंगाल के अलावा देश के अलग-अलग हिस्सों में छापेमारी कर करोड़ों रुपये का कैश बरामद किया था। वह अभी जेल में हैं। मामला कोर्ट में हैं।