हाल में ही एक खबर काफी वायरल हुई जिसमें नितिन गडकरी को जान से मारने की धमकी दी गई! केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के नागपुर कार्यालय में धमकी भरा कॉल किया गया। फोन करने वाले ने कंद्रीय मंत्री को जान से मारने की धमकी देकर 100 करोड़ रुपये की रंगदारी मांगी। इस मामले में जांच शुरू हुई तो पता चला कि धमकी कर्नाटक के बेलगावी शहर से मिली थी। पड़ताल में नंबर यहां की जेल का ट्रेस हुआ। कर्नाटक पुलिस ने हिंडालगा जेल में तलाशी ली और गडकरी के दफ्तर को बम से उड़ाने की धमकी देने वाले कैदी की तलाश की गई। यह धमकी एक या दो बार नहीं बल्कि तीन बार दी गई थी। धमकी देने वाले ने खुद को अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम के गिरोह का गैंगस्टर जयेश पुजारी होने का दावा किया। महाराष्ट्र की एक पुलिस टीम भी बेलागवी पहुंची। पुलिस ने हिंडालगा जेल के कैदी को पकड़ा, जिसने गडकरी को धमकी दी थी। जांच में पता चला कि आरोपी को पिछले दिनों हत्या के एक मामले में एक अदालत ने मौत की सजा सुनाई थी। आरोपी का नाम जयेश पुजारी है। तलाशी में उसके पास से एक डायरी बरामद हुई है, जिसमें कई अहम नंबर लिखे मिले हैं।
दक्षिण कन्नड़ जिले का रहने वाला जयेश दोहरे हत्याकांड का दोषी है। उसने एक मां औक तीन साल के बच्चे की हत्या की थी। यह हत्या जयेश ने 2 अगस्त, 2008 को की थी। मारी गई महिला का बच्चा और कोई नहीं बल्कि जयेश के अपने चचेरे भाई लोहित की पत्नी 23 वर्षीय सौम्या और बेटा जिष्णु था। जयेश ने दोनों की हत्या उस समय की थी जब वे शिराडी गांव के सिरीबगिलु पोलुट्टु में उनके आवास पर की थी। उसने सौम्या का गला घोंट दिया था और जिष्णु की चाकू मारकर हत्या की थी। भागने से पहले वह सौम्या की चेन और झुमके भी ले गया था।
जयेश 2012 तक लापता रहा। बाद में उसने केरल पुलिस ने पकड़ा। मुकदमे के दौरान जब उसे पूछताछ के लिए लाया गया तो उसने कथित तौर पर भागने की कोशिश की। उसे पुत्तूर अदालत परिसर के बाहर जनता ने पकड़ लिया। अतिरिक्त जिला और सत्र अदालत ने अगस्त 2016 में जयेश को मौत की सजा सुनाई थी। अधिकारियों ने बताया कि उसने कई बार जेल से भागने की कोशिश की। बताया जा रहा है कि 2016 में एक बार वह जेल से भागने में कामयाब भी रहा लेकिन उसे पकड़ लिया गया था। वह एक बड़ा कुख्यात गुंडा है। जेल सूत्रों के मुताबिक आरोपी के अंडरवर्ल्ड यहां तक कि महाराष्ट्र में भी संपर्क हैं।
जयेश की जेल में इतनी धमक है कि वह यहां पर जेल के अधिकारियों तक को डराता और प्रताड़ित करता है। बताया जा रहा है कि जयेश अधिकारियों को प्रताड़ित करने के लिए कभी-कभी जेल परिसर से अपने सहयोगियों के माध्यम से प्रमुख हस्तियों को धमकी भरे कॉल करता है। वह दावा करता है कि उसके दाऊद इब्राहिम गिरोह के साथ लिंक हैं। जेल अधीक्षक कृष्ण कुमार ने बताया, ‘हमने उसे (जयेश पुजारी) को इस तरह की गतिविधियों के कारण एक अलग बैरक में रखा है और उस पर विशेष नजर रखते हैं। जेल में वह मेरे सहित सभी अधिकारियों पर चिल्लाता और धमकाता है। वह जेल में सभी को प्रताड़ित करता है। सभी सेल फोन फ्रीक्वेंसी को बंद करने के लिए जेल परिसर में जैमर लगाए जा रहे हैं।’
यह पहली बार नहीं है जब हिंडलगा जेल से धमकी भरे कॉल किए गए। 2013 में, मुंबई के एक अपराधी युसूफ बच्चन ने भी अपने साथियों को जेल से फोन किया था। उसके निर्देश पर मुंबई में एक बिल्डर को गोली मारी गई थी। उस मामले के बाद जेल प्रशासन ने जेल के अंदर ऐसी गतिविधियों को होने से रोकने के लिए कई उपाय किए लेकिन सारे उपाय फिर फेल होते नजर आ रहे हैं। महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि कॉल करने वाले के मकसद की जांच की जा रही है और कर्नाटक पुलिस इस मामले में मदद कर रही है।
अधिकारी ने बताया कि प्रथम दृष्टया लगता है कि उसने जेल से मोबाइल फोन से कॉल किया था। उन्होंने बताया कि सहायक निरीक्षक के नेतृत्व में नागपुर पुलिस की अपराध शाखा की एक टीम भी बेलगावी पहुंची है। टीम ने जेल प्रशासन से सोमवार को पुजारी से पूछताछ करने की अनुमति देने मांगी है।
पुलिस के एक अधिकारी के मुताबिक, खामला में गडकरी के जनसंपर्क कार्यालय में शनिवार को पूर्वाह्न 11 बजकर 25 मिनट से अपराह्न साढ़े 12 बजे के बीच तीन धमकी भरे कॉल किए गए। धमकी के बाद नागपुर से सांसद और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के नेता गडकरी के नागपुर स्थित आवास और कार्यालय की सुरक्षा बढ़ा दी गई थी। धमकी भरा कॉल करने वाले ने पैसे पहुंचाने के लिए अपना फोन नंबर और कर्नाटक का पता दिया था।