आज हम आपको ऑस्ट्रेलिया की स्काई ब्रोबर्ग के बारे में बताने जा रहे हैं! जी हां, टेनिस रैकेट। सही पढ़ा आपने जिससे खिलाड़ी खेलते हैं उसमें से पूरा शरीर आर-पार हो जाता है। कुछ वैसा ही जैसे आपने सर्कस में जानवरों को रिंग से पास होते देखा होगा। सिर से पैर तक पूरा शरीर इस छोटी सी जगह से निकल जाता है। इसे थोड़ा और मुश्किल बनाकर वह लड़की सबको हैरान कर देती है। एक पैर, एक हाथ और सिर फंसाकर वह शरीर को रैकेट से निकालती हैं। देखने वाले आंखें फाड़े देखते रहते हैं लेकिन यह लड़की मुस्कुराती रहती है। इसे दुनिया के कुछ लोग ‘आठवां अजूबा’ भी कहते हैं। कुछ लोग रबर की गुड़िया के नाम से पुकारते हैं। अपने करिश्मे से गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रेकॉर्ड में नाम दर्ज करा चुकीं ऑस्ट्रेलिया की स्काई ब्रोबर्ग ‘अजूबे इंसान’ बन चुकी हैं। वीडियो देखिए तो पहली नजर में आपको यकीन नहीं होगा। मुश्किल और असंभव लगने वाला टास्क यह हंसते-खिलखिलाते कर डालती हैं। अपने लिए चुनौती खुद तैयार करती हैं। अब आप सोच रहे होंगे कि कोई लड़की ऐसा कैसे कर सकती है। ये तो सर्कस में दिखाए जाने वाले करतब का भी ‘एवरेस्ट’ है। स्काई ब्रोबर्ग कई अवॉर्ड जीत चुकी हैं। पहली बार पूरी दुनिया में उनकी तस्वीर छपी जब उन्होंने खुद को एक छोटे से कांच के बॉक्स में बंद कर दिया। यह एक वर्गाकार बॉक्स था। इतना ही नहीं, अगली बार उतने ही बड़े कांच के बॉक्स में ब्रोवर्स घुसीं तो सांस लेने के लिए भी मुश्किल उस बक्से में कपड़े बदलकर दिखाए। ऊपर आप वीडियो देख चुके हैं कि यह एक मिनट के भीतर टेनिस रैकेट से अपने शरीर को कई बार बाहर निकाल सकती हैं। कहने को रबर जैसा शरीर कहिए लेकिन इसके पीछे ब्रोबर्ग ने काफी पसीना बहाया है। उनके लगातार अभ्यास ने उन्हें इस काबिल बनाया है।
2017 में एक इंटरव्यू में ब्रोबर्ग ने अपने ही शरीर का मजाक बनाया था। उस समय वह 44 साल की थीं। उन्होंने बताया कि 12 साल पहले उन्हें इस काम से प्यार हो गया। वह सर्कस में शामिल होने के लिए बेकरार थीं। 32 साल की उम्र में वह एक इंस्टीट्यूट में ऑफिस जॉब करती थीं। वह कुर्सी पर बैठे रहने वाली जॉब में कुछ रोमांच लाना चाहती थीं। उन्हें यह भी लगता कि कुछ ऐसा नहीं करूंगी कि जीवनभर पछताना पड़े।आखिरकार भाग्य पर भरोसा करके स्काई न्यूजीलैंड के लिए उड़ चलीं। वहां एक सर्कस प्रोग्राम के लिए उनका सिलेक्शन हो गया। आगे चलकर उन्होंने शरीर को फोल्ड कर जो करतब दिखाए, दुनियाभर के लोगों ने दांतों तले उंगलियां दबा लीं।
वह कहती हैं कि शरीर में कुछ लचकपन पहले से सबके भीतर होता है, कुछ एक्स्ट्रा पाने के लिए अलग से प्रयास करना पड़ता है। जिस बक्से में उन्होंने शरीर को घुसा दिया, उसे contortion box कहते हैं और उसका साइज मात्र 52 x 45 x 45 सेमी और समय मात्र 4.78 सेकंड लगे। इस बक्से में ज्यादा समय तक जुड़वां बच्चों के साथ रहने का भी रेकॉर्ड उनके नाम दर्ज है।32 साल की उम्र में वह एक इंस्टीट्यूट में ऑफिस जॉब करती थीं। वह कुर्सी पर बैठे रहने वाली जॉब में कुछ रोमांच लाना चाहती थीं। उन्हें यह भी लगता कि कुछ ऐसा नहीं करूंगी कि जीवनभर पछताना पड़े।आखिरकार भाग्य पर भरोसा करके स्काई न्यूजीलैंड के लिए उड़ चलीं। वहां एक सर्कस प्रोग्राम के लिए उनका सिलेक्शन हो गया। आगे चलकर उन्होंने शरीर को फोल्ड कर जो करतब दिखाए, दुनियाभर के लोगों ने दांतों तले उंगलियां दबा लीं। टेनिस रैकेट से शरीर को निकालने के पीछे की कहानी बताती हुई यह ‘रबर की गुड़िया’ कहती है कि पुरुषों के लिए कंधा और सीना अड़चन बनता है लेकिन फीमेल के लिए हिप बड़ी बाधा होती है। फिलहाल वह एक सर्कस स्कूल में युवाओं को अपने स्किल सिखा रही हैं।
यह तो रही कमाल की और पॉजिटिव बात लेकिन स्काई की निजी जिंदगी में काफी उतार-चढ़ाव भी आए। बेटे के जन्म से दो दिन पहले उन्हें जेल हो गई और उनसे कहा गया कि डिपोर्ट किया जाएगा। उस समय वह जमैका में पूर्व पार्टनर एंडी के साथ थीं और उनका वीजा खत्म हो गया था। पैसे जुटाने के लिए एक फ्रेंड ने काफी मदद की। वह कहती हैं कि मैं खुद को खुशनसीब मानती हूं कि लोगों को मुस्कुराहट दे पाती हूं। जिंदगी से और क्या चाहिए।