आज हम आपको तहव्वुर राणा के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसका नाम 26/11 हमले से जोड़ा जा रहा है! मुंबई हमलों को 15 साल बीत चुके हैं, लेकिन अब इन आतंकी हमलों से जुड़ा एक नाम चर्चा में है। ये नाम है तहव्वुर राणा का। तहव्वुर राणा के खिलाफ मुंबई एक अदालत में एक चार्जशीट दाखिल हुई है जिसमें ये खुलासा हुआ है कि मुंबई हमलों से ठीक पहले तहव्वुर राणा 10 दिन तक मुंबई के पवई में एक होटल में रुका था। मुंबई के आतंकी हमलों से पहले तहव्वुर राणा मुंबई में था और पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई से संपर्क में था। मुंबई पुलिस की क्राइम ब्रांच ने सोमवार को इस चार्जशीट को स्पेशल कोर्ट में पेश किया। ये चार्जशीट 400 से ज्यादा पन्नों की है। इस चार्जशीट के मुताबिक तहव्वुर राणा के मुंबई हमलों से सीधे-सीधे संबंध हैं। तहव्वुर राणा 10 दिन भारत में रहा जिनमें से 2 दिन वो मुंबई के पवई होटल रेनेसां में रुका था। तहव्वुर राणा ने हेडली को भारत का टूरिस्ट वीजा दिलाया था और इसके लिए उसने नकली कागजात भी तैयार किए थे। खुद हेडली ने भी तहव्वुर राणा का नाम लिया था।
कौन है ये तहव्वुर राणा और क्यों ये मुंबई हमलों से जुड़ा हुआ है? हम आपको बता दें तहव्वुर राणा कनाडा का एक बिजनेसमैन है, लेकिन ये मूल रूप से पाकिस्तान का रहने वाला है। अब भारत तहव्वुर राणा के प्रत्यर्पण की पूरी कोशिश कर रहा है ताकि मुंबई हमलों से जुड़े सारे सच सामने आ सकें। इन हमलों को अंजाम देने के लिए पाकिस्तान से 10 आतंकी समुद्र के रास्ते भारत पहुंचे थे। 60 घंटे तक ये आतंकी मुंबई में दहशत फैलाते रहे थे। 10 आतंकियों में से एक अजमल कसाब को जिंदा पकड़ा गया जिसे बाद में फांसी दे दी गई थी।मुंबई हमलों को लेकर ही अमेरिका में इसे गिरफ्तार किया गया था। इसपर कई आरोप लगे हैं और फिलहाल ये अमेरिकी में कैलिफोर्निया जेल में 35 साल की सजा काट रहा है। ताजा चार्जशीट से पता चला है कि तहव्वुर राणा का संबंध पाकिस्तानी मूल के अमेरिकी आतंकी डेविड कोलमैन हेडली के साथ भी रहा है। हेडली के साथ मिलकर ही तहव्वुर राणा ने मुंबई हमलों की साजिश रची थी।
साल 2008 में तहव्वुर 11 नवंबर से 21 नवंबर तक भारत में मौजूद था और फिर मुंबई हमलों से पहले भारत छोड़कर दुबई के रास्ते चीन गया था। तहव्वुर राणा 10 दिन भारत में रहा जिनमें से 2 दिन वो मुंबई के पवई होटल रेनेसां में रुका था। बता दें कि 400 से ज्यादा पन्नों की है। इस चार्जशीट के मुताबिक तहव्वुर राणा के मुंबई हमलों से सीधे-सीधे संबंध हैं। तहव्वुर राणा 10 दिन भारत में रहा जिनमें से 2 दिन वो मुंबई के पवई होटल रेनेसां में रुका था। तहव्वुर राणा ने हेडली को भारत का टूरिस्ट वीजा दिलाया था और इसके लिए उसने नकली कागजात भी तैयार किए थे। खुद हेडली ने भी तहव्वुर राणा का नाम लिया था। तहव्वुर राणा ने हेडली को भारत का टूरिस्ट वीजा दिलाया था और इसके लिए उसने नकली कागजात भी तैयार किए थे। खुद हेडली ने भी तहव्वुर राणा का नाम लिया था। हेडली ने अपना गुनाह कबूल कर लिया था और राणा के खिलाफ गवाही भी दी थी। पुलिस को राणा और हेडली के बीच की ईमेल से हुई बातचीत के सबूत भी मिले हैं।
इसके अलावा आईएसआई से भी तहव्वुर राणा के सीधे संबंध मिले है। कई चैट भी सामने आई हैं। आतंकी हमले के लिए लश्कर ए तैयबा के आतंकियों से आईएसआई के जरिए ही वो संपर्क में आया। अब भारत तहव्वुर राणा के प्रत्यर्पण की पूरी कोशिश कर रहा है ताकि मुंबई हमलों से जुड़े सारे सच सामने आ सकें।
26 नवंबर 2008 को पाकिस्तान से समुद्र के रास्ते आए आतंकवादियों ने मुंबई में सिलसिलेवार हमले किए थे। इन हमलों में 166 लोगों की मौत हो गई थी जिनमें 5 अमेरिकी नागरिक भी थे। बता दें कि आतंकी हमले के लिए लश्कर ए तैयबा के आतंकियों से आईएसआई के जरिए ही वो संपर्क में आया। अब भारत तहव्वुर राणा के प्रत्यर्पण की पूरी कोशिश कर रहा है ताकि मुंबई हमलों से जुड़े सारे सच सामने आ सकें। इन हमलों को अंजाम देने के लिए पाकिस्तान से 10 आतंकी समुद्र के रास्ते भारत पहुंचे थे। 60 घंटे तक ये आतंकी मुंबई में दहशत फैलाते रहे थे। 10 आतंकियों में से एक अजमल कसाब को जिंदा पकड़ा गया जिसे बाद में फांसी दे दी गई थी।