आखिर कौन है अधिनम संत जिन्हें पीएम मोदी कर रहे थे प्रणाम?

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हाल ही में पीएम मोदी ने अधिनम संत को प्रणाम किया था! पीएम नरेंद्र मोदी ने रविवार को नए संसद भवन का उद्घाटन किया। आज पूरा देश इस गौरवशाली क्षण का गवाह बना है। इस बीच एक तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल है। इस तस्वीर में पीएम मोदी कुर्सी पर बैठे एक बुजुर्ग को झुककर प्रणाम कर रहे हैं। हर किसी के मन में सवाल उठ रहा है कि यह शख्स कौन हैं? जिन्हें पीएम नरेंद्र मोदी इतना मान सम्मान दे रहे हैं। दरअसल 97 वर्षीय इस बुजुर्ग का नाम वुम्मिदी एथिराजुलु है। यह वुम्मिदी बंगारू चेट्टी परिवार के वरिष्ठ सदस्य हैं। इनके परिवार ने ही संसद में स्थापित किए गए ‘सेंगोल’ को 75 साल पहले बनाया था। नए संसद भवन के ऐतिहासिक राजदंड सेंगोल की स्थापना के मौके पर वुम्मिदी एथिराजुलु भी आए। पीएम मोदी ने उन्हें झुक कर प्रणाम किया। इस अवसर पर वुम्मिदी बंगारू चेट्टी परिवार के 97 वर्षीय वुम्मिदी एथिराजुलु ने कहा, ‘यह बहुत गर्व का क्षण है।’ वुम्मिदी एथिराजुलु तब 20 साल के थे, जब उन्होंने अपने भाई के साथ मिलकर सेंगोल बनाया था। उधर वुम्मिदी बंगारू ज्वैलर्स के चेयरमैन वुम्मिदी सुधाकर ने कहा, ‘यह एक ऐतिहासिक क्षण था जब पीएम मोदी ने आज नए संसद भवन में ‘सेंगोल’ स्थापित किया। 75 साल पहले हमारे परिवार ने ‘सेंगोल’ बनाया था।’

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के नए संसद भवन में लोक सभा अध्यक्ष के आसन के पास पवित्र सेंगोल को स्थापित कर दिया है। इससे पहले संतों ने विधि-विधान, पूजा-हवन और मंत्रोच्चार के साथ पवित्र सेंगोल को प्रधानमंत्री मोदी को सौंपा। प्रधानमंत्री ने लोक सभा अध्यक्ष बिरला के साथ नए संसद भवन में बने लोक सभा चैंबर में जाकर लोक सभा अध्यक्ष के आसन के समीप इस पवित्र सेंगोल को स्थापित किया।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के नए संसद भवन में लोक सभा अध्यक्ष के आसन के पास पवित्र सेंगोल को स्थापित कर दिया है। इससे पहले संतों ने विधि-विधान, पूजा-हवन और मंत्रोच्चार के साथ पवित्र सेंगोल को प्रधानमंत्री मोदी को सौंपा।

प्रधानमंत्री ने लोक सभा अध्यक्ष बिरला के साथ नए संसद भवन में बने लोक सभा चैंबर में जाकर लोक सभा अध्यक्ष के आसन के समीप इस पवित्र सेंगोल को स्थापित किया। यह भारत के आजादी के वर्ष यानी 1947 में तमिलनाडु से लाया गया, वही सेंगोल है जिसे 14 अगस्त 1947 को रात के 10:45 बजे के लगभग अंग्रेजों ने सत्ता हस्तांतरण के प्रतीक के तौर पर देश के तत्कालीन और आजाद भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू को सौंपा था।यह भारत के आजादी के वर्ष यानी 1947 में तमिलनाडु से लाया गया, 97 वर्षीय इस बुजुर्ग का नाम वुम्मिदी एथिराजुलु है। यह वुम्मिदी बंगारू चेट्टी परिवार के वरिष्ठ सदस्य हैं। इनके परिवार ने ही संसद में स्थापित किए गए ‘सेंगोल’ को 75 साल पहले बनाया था।97 वर्षीय इस बुजुर्ग का नाम वुम्मिदी एथिराजुलु है। यह वुम्मिदी बंगारू चेट्टी परिवार के वरिष्ठ सदस्य हैं। इनके परिवार ने ही संसद में स्थापित किए गए ‘सेंगोल’ को 75 साल पहले बनाया था। नए संसद भवन के ऐतिहासिक राजदंड सेंगोल की स्थापना के मौके पर वुम्मिदी एथिराजुलु भी आए। पीएम मोदी ने उन्हें झुक कर प्रणाम किया। इस अवसर पर वुम्मिदी बंगारू चेट्टी परिवार के 97 वर्षीय वुम्मिदी एथिराजुलु ने कहा, ‘यह बहुत गर्व का क्षण है। नए संसद भवन के ऐतिहासिक राजदंड सेंगोल की स्थापना के मौके पर वुम्मिदी एथिराजुलु भी आए। पीएम मोदी ने उन्हें झुक कर प्रणाम किया। इस अवसर पर वुम्मिदी बंगारू चेट्टी परिवार के 97 वर्षीय वुम्मिदी एथिराजुलु ने कहा, ‘यह बहुत गर्व का क्षण है।वही सेंगोल है जिसे 14 अगस्त 1947 को रात के 10:45 बजे के लगभग अंग्रेजों ने सत्ता हस्तांतरण के प्रतीक के तौर पर देश के तत्कालीन और आजाद भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू को सौंपा था।

इससे पहले रविवार सुबह संसद भवन पहुंचने पर लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला ने प्रधानमंत्री मोदी की अगवानी की। इसके बाद प्रधानमंत्री मोदी और लोक सभा अध्यक्ष बिरला ने संसद भवन परिसर स्थित गांधी प्रतिमा पर जाकर उन्हें पुष्पांजलि अर्पित कर प्रणाम किया।97 वर्षीय इस बुजुर्ग का नाम वुम्मिदी एथिराजुलु है। यह वुम्मिदी बंगारू चेट्टी परिवार के वरिष्ठ सदस्य हैं। इनके परिवार ने ही संसद में स्थापित किए गए ‘सेंगोल’ को 75 साल पहले बनाया था। नए संसद भवन के ऐतिहासिक राजदंड सेंगोल की स्थापना के मौके पर वुम्मिदी एथिराजुलु भी आए। पीएम मोदी ने उन्हें झुक कर प्रणाम किया। इस अवसर पर वुम्मिदी बंगारू चेट्टी परिवार के 97 वर्षीय वुम्मिदी एथिराजुलु ने कहा, ‘यह बहुत गर्व का क्षण है। महात्मा गांधी को प्रणाम करने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूजा-हवन किया। इस दौरान भी लोक सभा अध्यक्ष बिरला उनके साथ बगल में बैठे रहे।