वर्तमान में मदद के बदले में खुलेआम कत्ल किए जा रहे हैं! सोचिए कोई किसी की मदद करें और वो उसे मौत दे दे ये सुनने में भी कितना अजीब लगता है, लेकिन ऐसा हुआ है। देश की राजधानी दिल्ली में रहने वाली एक महिला को मौत दे दी गई। महिला का कसूर सिर्फ इतना था कि उसने अपने ऑफिस कुलिग पर भरोसा किया, उसकी मदद की, उसे 11 लाख रुपये उधार दिए। उसे नहीं पता था कि उसकी मदद, उसे मौत की तरफ खींच रही है। ये खौफनाक कहानी शुरू दिल्ली से होती है, लेकिन खत्म होती नोएडा में जाकर जहां होता है एक खौफनाक कत्ल। 8 सितंबर के दिन नोएडा में एक महिला की लाश मिलती है। महिला की गला काटकर हत्या की गई थी। लाश को तेजाब से जलाने की भी कोशिश की गई थी। महिला का चेहरा और गला जला हुआ था। ये लाश मिलती है नोएडा के नॉलेज पार्क में। लाश मिलने से इलाके में सनसनी फैल जाती है। पुलिस जांच शुरू करती है, लेकिन कुछ पता नहीं चलता।
इसी बीच दिल्ली में एक लड़की अपनी मां के गायब होने की रिपोर्ट दर्ज करवाती है। पुलिस कड़ियां जोड़ती है तो पता चलता है कि जो लाश नोएडा में मिली वो दिल्ली के अंबेडकर नगर में रहने वाली पिंकी नाम की महिला की थी। पिंकी रेलवे में नौकरी करती थी। 8 सितंबर के दिन वो अपने नौकरी के लिए निकली, लेकिन फिर वापस नहीं लौटी। जब मां घर नहीं आई तो बच्चों ने रिपोर्ट दर्ज करवाई, लेकिन उन्हें मिली तो उनकी मां की लाश।
अब सवाल ये था कि दिल्ली की इस महिला का कत्ल किसने किया। क्यों महिला को नोएडा में मारकर फेंक दिया गया। पुलिस ने जांच शुरू की तो पता चला कि उस दिन निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन पर जहां ये महिला काम करती थी वहां से करीब 2 बजे ही वो निकल चुकी थी। नोएडा में एक महिला की लाश मिलती है। महिला की गला काटकर हत्या की गई थी। लाश को तेजाब से जलाने की भी कोशिश की गई थी। महिला का चेहरा और गला जला हुआ था। ये लाश मिलती है नोएडा के नॉलेज पार्क में। लाश मिलने से इलाके में सनसनी फैल जाती है। पुलिस जांच शुरू करती है, लेकिन कुछ पता नहीं चलता।पिंकी के साथ इसका एक और सहकर्मी मोहम्मद जाकिर भी साथ निकला था। अब पुलिस को जाकिर की तलाश थी।8 सितंबर के दिन वो अपने नौकरी के लिए निकली, लेकिन फिर वापस नहीं लौटी। जब मां घर नहीं आई तो बच्चों ने रिपोर्ट दर्ज करवाई, लेकिन उन्हें मिली तो उनकी मां की लाश। ये साफ था कि जाकिर का कत्ल से कुछ न कुछ कनेक्शन तो है। जाकिर भी दिल्ली का रहने वाला है।
आखिरकार एक हफ्ते बाद कल पुलिस ने जाकिर को गिरफ्तार किया तो पता चला कि मोहम्मद जाकिर ने ही पिंकी का कत्ल किया था। उस दिन जाकिर पिंकी को अपने साथ नोएडा के नॉलेज पार्क में ले गया। वहां ले जाकर उसने पिंकी का चाकू से गला काट दिया। पहचान मिटाने के मकसद से जाकिर ने पिंकी के शरीर में तेजाब भी डाल दिया और लाश को वहीं छोड़कर फरार हो गया।
पिंकी ने करीब 2 साल पहले मोहम्मद जाकिर की मदद करने के लिए उसे 11 लाख रुपये उधार दिए थे, लेकिन अब जाकिर इन पैसों को लौटा नहीं रहा था। पिंकी कई बार अपने पैसे मांग चुकी थी, लेकिन जाकिर उन्हें नहीं लौटाना चाहता था। बस देने से बचने के लिए इस हत्यारे ने कत्ल की साजिश रच डाली और नोएडा ले जाकर पिंकी को खौफनाक मौत दे दी।लाश मिलने से इलाके में सनसनी फैल जाती है। पुलिस जांच शुरू करती है, लेकिन कुछ पता नहीं चलता।पिंकी के साथ इसका एक और सहकर्मी मोहम्मद जाकिर भी साथ निकला था। अब पुलिस को जाकिर की तलाश थी।8 सितंबर के दिन वो अपने नौकरी के लिए निकली, लेकिन फिर वापस नहीं लौटी। जब मां घर नहीं आई तो बच्चों ने रिपोर्ट दर्ज करवाई, लेकिन उन्हें मिली तो उनकी मां की लाश। ये साफ था कि जाकिर का कत्ल से कुछ न कुछ कनेक्शन तो है। जाकिर भी दिल्ली का रहने वाला है। मदद का बदला मोहम्मद जाकिर ने कत्ल से चुकाया। इस घटना को सुनने के बाद हर कोई हैरान है। कोई कैसे अपने ही मददगार की हत्या कर सकता है?