हाल ही में ममता बनर्जी ने नुसरत जहां को अपने से दूर कर दिया है! पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस ने रविवार को प्रदेश की सभी 42 लोकसभा सीटों के लिए उम्मीदवारों की सूची की घोषणा की। इस बार पार्टी ने कुछ मौजूदा सांसदों को उम्मीदवार नहीं बनाया है। इसमें नुसरत जहां का नाम प्रमुख है। टीएमसी ने बसीरहाट लोकसभा सीट से मौजूदा सांसद नुसरत जहां की जगह अपने पूर्व सांसद हाजी नुरुल इस्लाम को मैदान में उतारा है। दरअसल एक तरफ पाम एवेन्यू फ्लैट कांड और दूसरी तरफ हालिया संदेशखाली घटना के चलते नुसरत जहां का नाम आगामी लोकसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों की सूची से हटा दिया गया है। हालांकि इसको लेकर पहले भी अटकलें थीं लेकिन रविवार को सार्वजनिक बैठक में घोषित तृणमूल कांग्रेस के उम्मीदवारों की सूची के साथ तस्वीर साफ हो गई। बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले में तृणमूल कांग्रेस के भीतर भी पार्टी नेतृत्व के एक वर्ग ने नुसरत जहां की उम्मीदवारी पर आपत्ति जताई थी। हालांकि अंतिम निर्णय तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी और पार्टी के अखिल भारतीय महासचिव अभिषेक बनर्जी को लेना था। इस सीट से किसी भी अल्पसंख्यक समुदाय के प्रमुख लोगों को पार्टी में मनोनीत करने का निर्णय लिया गया है। हालांकि संदेशखाली के मामले में समीकरण कुछ हद तक बदल जाता है। संदेशखाली इसी लोकसभा क्षेत्र में आता है। पिछली बार इस सीट से भारी अंतर से जीत हुई थी। इस बार भी राज्य की सत्ताधारी पार्टी उसी लक्ष्य की ओर बढ़ना चाहती है।आखिरकार नुसरत जहां का नाम उम्मीदवारों की लिस्ट से हटा दिया गया।
सांसद नुसरत जहां पर आरोप था कि वो पाम एवेन्यू संस्था से जुड़ी थीं। उस संस्था ने कई वरिष्ठ नागरिकों को ठगा है। ईडी के अधिकारियों ने नुसरत जहां से पूछताछ की। तृणमूल कांग्रेस उस घटना की जिम्मेदारी नहीं लेना चाहती थी। इसके अलावा पार्टी के एक वर्ग के बीच यह भी शिकायत थी कि बशीरहाट सीट के जिला स्तरीय नेतृत्व से उनका जुड़ाव काफी कम हो गया है। लोकसभा चुनाव से काफी पहले तृणमूल कांग्रेस ने लोकसभा केंद्रवार एक सर्वे कराया था। ऐसे में नुसरत जहां की इस सीट से स्वीकार्यता पर भी सवाल उठता है। दरअसल संदेशखाली में इतने सारे कांडों के बाद भी उन्हें एक बार भी संदेशखाली जाते हुए नहीं देखा गया। बीजेपी की तरफ से यहां से मोहम्मद शमी को उतारने की चर्चा है।पार्टी ने दूसरी अभिनेत्री मिमी चक्रवर्ती को भी टिकट नहीं दिया है। वे जादवपुर से चुनाव जीती थीं। इसको लेकर पहले भी अटकलें थीं लेकिन रविवार को सार्वजनिक बैठक में घोषित तृणमूल कांग्रेस के उम्मीदवारों की सूची के साथ तस्वीर साफ हो गई।पार्टी की एक और स्टार नेता सयानी घोष ने भी इस पर सवाल उठाए हैं।
बशीरहाट क्षेत्र में मुख्य रूप से अल्पसंख्यक समुदाय के लोग रहते हैं। काफी समय से पार्टी के भीतर इस केंद्र में ‘नया चेहरा’ तलाशने का काम शुरू हो गया था। इस सीट से किसी भी अल्पसंख्यक समुदाय के प्रमुख लोगों को पार्टी में मनोनीत करने का निर्णय लिया गया है। हालांकि संदेशखाली के मामले में समीकरण कुछ हद तक बदल जाता है। संदेशखाली इसी लोकसभा क्षेत्र में आता है। पिछली बार इस सीट से भारी अंतर से जीत हुई थी। इस बार भी राज्य की सत्ताधारी पार्टी उसी लक्ष्य की ओर बढ़ना चाहती है।
तृणमूल कांग्रेस ने राज्य की 42 लोकसभा सीटों के लिए 30 उम्मीदवारों के नामों का ऐलान कोलकाता की रैली में किया। इस में बंगाली फिल्म अभिनेत्री नुसरत जहां को पार्टी ने फिर से चुनाव मैदान में नहीं उतारा है। नुसरत जहां 2019 में टीएमसी के टिकट पर बशीरहाट से जीती थी। बशीरहाट लोकसभा क्षेत्र में ही संदेशखाली आता है। बीजेपी की तरफ से यहां से मोहम्मद शमी को उतारने की चर्चा है।पार्टी ने दूसरी अभिनेत्री मिमी चक्रवर्ती को भी टिकट नहीं दिया है। वे जादवपुर से चुनाव जीती थीं। इसको लेकर पहले भी अटकलें थीं लेकिन रविवार को सार्वजनिक बैठक में घोषित तृणमूल कांग्रेस के उम्मीदवारों की सूची के साथ तस्वीर साफ हो गई। बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले में तृणमूल कांग्रेस के भीतर भी पार्टी नेतृत्व के एक वर्ग ने नुसरत जहां की उम्मीदवारी पर आपत्ति जताई थी। हालांकि अंतिम निर्णय तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी और पार्टी के अखिल भारतीय महासचिव अभिषेक बनर्जी को लेना था।उन्होंने कुछ दिन पहले लोकसभा की सदस्यता से इस्तीफा देते हुए अपना त्यागपत्र ममता बनर्जी को सौंपा था।पार्टी ने जादवपुर से सयानी घोष को टिकट दिया है। पार्टी की तरफ बिहार से ताल्लुक रखने वाले पूर्व क्रिकेटर कीर्ति आजाद को बर्दवान पश्चिम से टिकट दिया गया है। तृणमूल कांग्रेस के महासचिव अभिषेक बनर्जी डायमंड हार्बर सीट से चुनाव लड़ेंगे।