आखिर धीरज साहू मामले में क्यों चुप है INDIA गठबंधन?

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धीरज साहू मामले में INDIA गठबंधन पूरी तरह से चुप है! कांग्रेस ने अपने सांसद धीरज प्रसाद साहू से जुड़े परिसरों से 350 करोड़ रुपये से अधिक की बरामदगी के मुद्दे को लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के हमले के बाद उन पर पलटवार किया है। कांग्रेस का कहना है कि पीएम नरेंद्र मोदी को 1947 के बाद की सबसे बड़ी ‘डकैती’ के बारे में बताना चाहिए। पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने अडाणी समूह से जुड़े कथित भ्रष्टाचार के मामले का हवाला दिया। प्रधानमंत्री मोदी ने साहू से जुड़े परिसरों से 350 करोड़ रुपये से अधिक की बरामदगी के मुद्दे पर मंगलवार को कांग्रेस पर निशाना साधा था। पीएम मोदी ने कांग्रेस पर वार के लिए लिए एक लोकप्रिय क्राइम सीरिज का हवाला दिया था। प्रधानमंत्री ने अपने पोस्ट में कहा कि भारत में ‘मनी हाइस्ट’ कथा की जरूरत किसे है, जब आपके पास कांग्रेस पार्टी है। कांग्रेस की डकैतियां 70 वर्षों से प्रसिद्ध हैं और अभी भी जारी हैं। ‘मनी हाइस्ट’ एक स्पेनिश ड्रामा सीरिज है, जिसकी कहानी के केंद्र में डकैती है।

इस पर कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ” प्रिय नरेन्द्र मोदी जी, देश चाहता है कि आप 1947 के बाद की सबसे बड़ी ‘मनी हाइस्ट’ डकैती के बारे में बताएं। आपके करीबी दोस्त अडाणी ने आयातित कोयले और बिजली उपकरणों की कीमतें बढ़ाकर भारत से 17,500 करोड़ रुपये हड़प लिए। वह ऑफशोर शेल कंपनियों के माध्यम से भारत में 20,000 करोड़ रुपये वापस लाते हैं और सेबी की नजर के सामने अपने स्टॉक की कीमतें बढ़ाते है। वह बढ़े हुए स्टॉक का उपयोग करके अपनी सेवा में बैंकों से अरबों रुपये कर्ज लेते हैं।’’

उन्होंने दावा किया कि वह अडाणी ईडी, सीबीआई और आईटी का उपयोग करके उपहार में दी गई परियोजनाओं में पैसा निवेश करता है। वह वस्तुतः बहुत नीचे से उठकर सीधे दुनिया के दूसरे सबसे अमीर आदमी बन गए। इस अभूतपूर्व वृद्धि का भुगतान कौन करता है? जनता बढ़े हुए बिजली बिलों के माध्यम से करती है! रमेश ने कहा कि हम जानते हैं कि आप चांग चुंग-लिंग चीनी नागरिक और अडाणी समूह से जुड़े नवीनतम खुलासों से ध्यान हटाने के लिए कितने बेताब हैं। यह काम नहीं आएगा। कांग्रेस हिंडेनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट के बाद अडाणी समूह पर लगातार भ्रष्टाचार का आरोप लगा रही है। इस कारोबारी समूह ने आरोपों को खारिज करते हुए कहा था कि उसने कोई अनियमितता नहीं की है।

बता दे कि कांग्रेस सांसद धीरज साहू की मुसीबतें बढ़ती जा रही हैं। अब उनकी पार्टी ने भी उनसे किनारा कर लिया है। उनके घर और ठिकानों पर अकूत दौलत मिली है। इनकम टैक्‍स की रेड में इसे बरामद किया गया है। यह रकम 200 करोड़ रुपये से ज्‍यादा है। नोटों की गिनती में टैक्‍स अधिकारियों के हाथ-पांव फूल गए। चार दिन बाद भी नोटों की गिनती जारी है। बीजेपी ने इसे बड़ा मुद्दा बना दिया है। कांग्रेस पूरी तरह मामले में बैकफुट पर है। उसने घर और ठिकानों पर ‘एटीएम’ बना लेने वाले अपने ही सांसद पर सवाल उठा दिए हैं। कांग्रेस के वरिष्‍ठ नेता जयराम रमेश ने इस मामले में सोशल मीडिया प्‍लेटफॉर्म ‘एक्‍स’ पर एक पोस्‍ट किया है। इसमें उन्‍होंने कहा है कि सांसद धीरज साहू के बिजनस से कांग्रेस का कोई लेना-देना नहीं है। सिर्फ वही बता सकते हैं और उन्हें यह स्पष्ट करना भी चाहिए कि कैसे आयकर अधिकारी उनके ठिकानों से इतनी बड़ी मात्रा में कैश बरामद कर रहे हैं।

बीजेपी ने इसे बड़ा मुद्दा बना दिया है। इस मसले पर बीजेपी ने शनिवार को देशभर में विरोध प्रदर्शन किया है। बीजेपी आईटी सेल के हेड अमित मालवीय ने इसे सोनिया गांधी के जन्मदिन से जोड़ते हुए एक्स पर पोस्ट कर कहा, ‘आज अंतरराष्‍ट्रीय भ्रष्टाचार दिवस है। आज ही करप्शन की दुकान की मालकिन का जन्मदिन भी। यह महज संयोग है!’ दूसरी तरफ राजधानी में बीजेपी के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने धीरज साहू के प्रतिष्ठानों से सैकड़ों करोड़ रुपये नकद बरामद होने के बाद भी कांग्रेस नेतृत्व की चुप्पी पर निशाना साधा। शनिवार को उन्‍होंने अकबर रोड स्थित कांग्रेस मुख्यालय पर प्रदर्शन किया। कांग्रेस मुख्यालय की ओर बढ़ रहे दिल्ली भाजपा कार्यकर्ताओं को पुलिस ने बैरिकेड्स लगा कर रोकने का प्रयास किया। लेकिन, भाजपा कार्यकर्ता आगे बढ़ते रहे तब दिल्ली पुलिस ने सचदेवा के साथ सैकड़ों कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया। हालांक‍ि, बाद में उन्‍हें चेतावनी देकर छोड़ दिया गया।

प्रदर्शन में सचदेवा के साथ-साथ रामवीर सिंह बिधूड़ी, मनोज तिवारी और रमेश बिधूड़ी के अलावा दिल्ली से भाजपा के अन्य सांसद, विधायक और प्रतिनिधि भी शामिल हुए। विरोध प्रदर्शन को संबोधित करते हुए वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि कांग्रेस सांसद के प्रतिष्ठानों पर अभी भी नोटों की काउंटिंग चल रही है। यह संख्या 300 करोड़ रुपये के ऊपर हो जाएगी। जिस भ्रष्टाचार की रीति को जवाहर लाल नेहरू ने शुरू किया था, उसी रीति को राहुल गांधी भी आगे बढ़ा रहे हैं। इस मामले ने बीजेपी को बैठे-बैठाए मुद्दा दे दिया है। वह इस घटना को लेकर विपक्षी कांग्रेस पर हमला करने में कोई कसर नहीं छोड़ रही है। केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने देश की सबसे पुरानी पार्टी पर सवाल उठाया है। कहा है कि गांधी परिवार को देश को बताना चाहिए कि किस कांग्रेस नेता के लिए राज्यसभा सांसद‘एटीएम’ के रूप में काम कर रहे थे।

इसके पहले शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने एक्स हैंडल पर साहू से जुड़े व्यापारिक समूह के अलग-अलग स्थानों से आईटी विभाग की ओर से 200 करोड़ रुपये नकद बरामद करने के बारे में एक समाचार रिपोर्ट को टैग करते हुए विपक्षी पार्टी पर कटाक्ष किया। पीएम मोदी ने कई इमोजी के साथ एक पोस्ट में कहा कि देशवासी इन नोटों के ढेर को देखें और फिर इनके नेताओं के ईमानदारी के ‘भाषणों’ को सुनें, जनता से जो लूटा है, उसकी पाई-पाई लौटानी पड़ेगी, यह मोदी की गारंटी है।