आखिर विदेश टूर के नाम से डॉक्टर को क्यों लूटा जा रहा है?

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विदेश टूर के नाम से डॉक्टर को लूटा जा रहा है! ये खबर है देश के डॉक्टर्स के लिए। दिल्ली, नोएडा, लखनऊ, मुंबई, कोलकाता, रायपुर, हर शहर में मेडिकल के नटरवाल ने अपना जाल फैलाया है और वो लूट रहा है डॉक्टर्स को। हाथ में बैग लिए वो डॉक्टर के क्लिनिक या अस्पताल में पहुंचता है। अपना विजिटिंग कार्ड देता है। ‘हाय मेरा नाम विशाल पांडे है मैं एबीसीडी कंपनी का मेडिकल रिप्रजेंटेटिव हूं, मेरे पास आपके लिए कुछ अच्छे प्लान्स हैं’। बस इसी तरह होती है लूट की शुरूआत। सूट-बूट पहने विशाल पांडे नाम का ये पढ़ा लिखा शख्स देश के कई जाने-माने डॉक्टर्स के पास इसी तरह मिलने जाता और फिर उन्हें अपना प्लान बताता। प्लान लूट का, प्लान धोखाधड़ी का, लेकिन उसकी चाल को पढ़े-लिखे डॉक्टर्स के लिए भी आसान नहीं था। बेहद आर्टिक्युलेटिव विशाल अपनी बातों में बढ़े-बढ़े डॉक्टर्स को उलझाता और फिर उनसे लूट लेता लाखों रुपये।

खुद को एक बड़ी कंपनी का मेडिकल रिप्रजेंटेटिव बताते हुए वो डॉक्टर्स को बेहद कम पैसों में विदेश का टूर देने का वादा करता। न सिर्फ डॉक्टर बल्कि उनके परिवार के लिए भी उसके पास फोरेन ट्रिप्स के प्लान होते। ये टूर प्लान्स इतने अट्रेक्टिव होते कि डॉक्टर्स उससे इनकार ही नहीं कर पाते। बस इसी बात का इतंजार होता था विशाल पांडे को। जैसे ही डॉक्टर हां बोलते ये कुछ रकम उनसे अपने अकाउंट में ट्रांसफर करवा लेता। वो डॉक्टर्स का ट्रस्ट जीतने के लिए विदेश की फ्लाइट टिकट भी उन्हें दे देता। उसके बाद वो दूसरी सुविधाएं देने के नाम पर कुछ और पैसा भी डॉक्टरों से लेता। अपने अकाउंट अच्छी-खासी रकम आ जाने के बाद वो उस फ्लाइट टिकट को कैंसिल करवा देता और पूरा पैसा वापास उसके ही अकाउंट में आ जाता। झारखंड के जामतारा गैंग से इसने ये लूट का तरीका सीखा था।

विशाल पांडे पश्चिम बंगाल के वर्धमान जिले के रहने वाला है। उसने बनारस हिंदु विश्व विद्यालय से ग्रेजुएशन किया है जबकि बाद में एमबीए भी किया है। वो साल 2017 तक रायपुर की एक ग्लेनमार्क फार्मास्युटिकल्स के साथ एफएसओ की पोस्ट में काम करता था। नोटबंदी के बाद साल 2017 में उसे कंपनी से निकाल दिया गया। इसके बाद उसने जामतारा जाकर ठगी की ट्रेनिंग ली और डॉक्टरों को ठगने का काम शुरु किया। वो अलग-अलग सिम कार्ड अपने पास रखता, इसके अलावा उसके कई अकाउंट नबंर भी थे। डॉक्टर से पैसा लूटने के बाद वो अपना नंबर बंद कर देता था ताकि उसे कोई पकड़ ही न पाए।

विशाल पांडे के खिलाफ अगल-अलग शहरों से शिकायतें दर्ज हो रही थी। लखनऊ के एक सीनियर कार्डियोलॉजिस्ट ने 3 लाख की ठगी की शिकायत दर्ज करवाई थी। डॉक्टर ने बताया कि विशाल ने उन्हें दुबई में एक मेडिकल क्रॉनफ्रेंस के लिए इनवाइट किया। पत्नी के टिकट और दूसरी सुविधाओं के नाम पर उसने डॉक्टर से 3 लाख रुपये लिए और फिर चंपत हो गया। इतना ही नहीं उसने व्हाट्सएप कॉल के जरिए डॉक्टर को पुलिस में न जाने की धमकी भी दी।

ग्नेटर नोएडा के एक डॉक्टर ने भी विशाल पांडे के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई।विशाल ने उन्हें दुबई में एक मेडिकल क्रॉनफ्रेंस के लिए इनवाइट किया। पत्नी के टिकट और दूसरी सुविधाओं के नाम पर उसने डॉक्टर से 3 लाख रुपये लिए और फिर चंपत हो गया। इतना ही नहीं उसने व्हाट्सएप कॉल के जरिए डॉक्टर को पुलिस में न जाने की धमकी भी दी। डॉक्टर ने बताया कि विशाल ने उनके और उनके परिवार के लिए दूबई में एक टूर बुक करवाने का ऑफर दिया था। वो काफी दिनों से दुबई टूर की प्लानिंग कर रहे थे और जब विशाल ने बेहद आकर्षक ऑफर दी तो वो इनकार नहीं कर पाए। विशाल के कहने पर डॉक्टर ने इस टूर के बदले 18 लाख 50 हजार रुपये विशाल के अकाउंट में ट्रांसफर कर दिए, लेकिन उसके बाद से विशाल का कोई पता नहीं है।

विशाल अब तक सैकड़ों डॉक्टर्स को दुबई, अमेरिका, युरोप, आस्ट्रेलिया भेजने के नाम पर करोड़ों रुपये ऐंठ चुका है।विशाल ने उन्हें दुबई में एक मेडिकल क्रॉनफ्रेंस के लिए इनवाइट किया। पत्नी के टिकट और दूसरी सुविधाओं के नाम पर उसने डॉक्टर से 3 लाख रुपये लिए और फिर चंपत हो गया। इतना ही नहीं उसने व्हाट्सएप कॉल के जरिए डॉक्टर को पुलिस में न जाने की धमकी भी दी। पुलिस ने पूरे मामले की छानबीन शुरु की और विशाल को पश्चिम बंगाल में उसके घर से गिरफ्तार कर लिया गया। उसने कबूल किया है कि उसने उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल से डॉक्टरों के साथ ठगी की है। पुलिस को इस गैंग से जुड़े और लोगों की भी तलाश है।