पाकिस्तान में शरण लिए हुए अलकायदा के दुश्मन तो निश्तेनाबुत हो चुके हैं! अल-कायदा सरगना अयमान अल जवाहिरी की मौत के बाद जो बाइडन ने दुनिया के मोस्ट वाटेंड आतंकी की मौत की पुष्टि की। अल-जवाहिरी अमेरिका पर हुए 9/11 हमले की साजिश में शामिल प्रमुख किरदारों में से था। इस हमले में 2977 लोगों की मौत हो गई थी। जॉर्ज बुश के राष्ट्रपति कार्यकाल में यह हमला हुआ था। उसके बाद से भले ही राष्ट्रपति बदले लेकिन अमेरिका का आतंकियों को नेस्तानाबूद करने का अभियान बंद नहीं हुआ। ओबामा ने ओसामा का खात्मा किया तो जो बाइडेन ने अल जवाहिरी को मार कर इस पूरी कहानी को खत्म कर दिया। अगर अमेरिका अपने दुश्मनों का इस तरह से खात्मा कर सकता है तो भारत अपने दुश्मनों का हिसाब कब करेगा। भारत पर बड़े आतंकी हमलों के पीछे लश्कर सरगना हाफिज सईद, जैश-ए-मोहम्मद के मौलाना मसूद जहर, सैयद सलाहुद्दीन, दाऊद इब्राहिम जैसे प्रमुख नाम सामने आते हैं। अब सवाल उठता है कि सरकार इन लोगों के खिलाफ निर्णायक ऐक्शन कब लेगी?
1993 मुंबई धमाके, 26/11 से पुलवामा तक
भारत आतंक की आग में लंबे समय से जल रहा है। 1993 में हुए मुंबई धमाकों के जख्म अभी तक नहीं भरे हैं। साल 2001 में संसद पर हुआ हमला तो भारत भूल ही नहीं सकता है। 29 अक्टूबर 2005 को दिल्ली में हुए बम ब्लास्ट में 66 लोगों की मौत हुई थी। 2006 के मुंबई में 11 मिनट के भीतर 7 बम धमाकों की गूंज अभी भी पीड़ित परिवारों के कानों में गूंजती है। धमाकों में 209 लोगों की मौत हुई थी। वहीं, 700 से अधिक लोग घायल हुए थे। 2008 में आतंकियों ने गुलाबी नगरी जयपुर को दहलाया था। राजस्थान में हुए इस हमले में 80 लोगों की मौत हुई थी जबकि 170 लोग घायल हुए थे। इसी साल 26/11 हमले ने देश के जख्मों को बुरी तरह से कुरेद दिया था। 2008 में समुद्र के रास्ते मुंबई में घुसे लश्कर के आतंकियों ने मुंबई को दहला दिया था। इस हमले में 166 लोग मारे गए थे। जबकि 300 से अधिक लोग घायल हुए थे। 2016 में जैश-ए-मोहम्मद ने सेना के कैंप पर हमला कर दिया था। इसमें 17 जवान मारे गए थे। इसके बाद 14 फरवरी 2019 को पुलवामा में हमले ने देश को झकझोर दिया था। जैश के इस हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान मारे गए थे।
मुंबई हमले का मास्टमाइंड हाफिज सईद किसी परिचय का मोहताज नहीं है। तालिबान के संस्थापक मुल्ला उमर, अलकायदा चीफ रहे अयमान अल-जवाहिरी की के साथ हाफिज सईद दुनिया के टॉप-5 मोस्ट आतंकियों में शामिल है। 72 साल का हाफिज सईद आतंकी संगठन लश्कर-ए-तोएबा का संस्थापक है। अमेरिका ने हाफिज के सिर पर करीब 80 करोड़ रुपये का इनाम रखा है। हाफिज सईद को साल 2008 में वैश्विक आतंकवादी घोषित किया गया था। हाफिज सईद का जन्म पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के सरगोधा में हुआ था। देश के बंटवारे से पहले उसका परिवार शिमला में रहता था। हाफिज सईद के पास दो विषयों में मास्टर्स की डिग्री है। वह लाहौर के इंजीनियरिंग कॉलेज में टीचर भी रह चुका है। वह सऊदी अरब में स्टूडेंट के रूप में गोल्ड मेडल भी हासिल कर चुका है।
भारत में कई आतंकी हमलों के पीछे जिस आतंकी संगठन का नाम सबसे अधिक आता है उसमें जैश-ए-मोहम्मद का नाम शामिल है। मौलाना मसूद अजहर ही आतंकी संगठन का सरगना और फाउंडर है। जैश को पाकिस्तानी सरकार का पूरा समर्थन हासिल है। इस आतंकी संगठन की मदद से ही पाकिस्तान की तरफ से भारत में आतंकी हमलों को अंजाम दिया जाता है। मौलाना मसूद अजहर अपने भड़कीले भाषणों, कश्मीर में अलगाववादियों गतिविधियों के बीच मतभेदों की मधयस्थता करने के लिए जाना जाता है। मसूद अजहर को कश्मीर के अनंतनाग से गिरफ्तार किया था। हालांकि, जेल में मसूद हमेशा यह शेखी बघारता था कि भारत सरकार उसे ज्यादा दिन तक जेल में बंद नहीं रख पाएगी। 1999 में जम्मू की कोट भलवाल जेल से मसूद को भगाने के लिए सुरंग खोदी गई थी लेकिन मोटा होने के कारण वह सुरंग में ही फंस गया और पकड़ा गया। बाद में 1999 में कंधार विमान अपहरण के बाद यात्रियों के बदले तीन आतंकियों के साथ मसूद अजहर को भी छोड़ा गया था।
1993 में मुंबई बम धमाकों का आरोपी दाऊद इब्राहिम भारत के मोस्ट वांटेड आतंकियों में एक है। सरकार अक्सर ये दावा करती है कि दाऊद पाकिस्तान में छिपा हुआ है। सरकार ये दावा भी करती है कि हर हाल में दाऊद को भारत वापस लाया जाएगा लेकिन अभी तक इस दिशा में कुछ भी नहीं दिखाई पड़ता है। मुंबई पुलिस के अनुसार दाऊद ने पाकिस्तान के साथ मिलकर मुंबई में सिलसिलेवार बम धमाकों की साजिश रची थी। मुंबई धमाकों से पहले 1990 में दाऊद मुंबई छोड़कर दुबई भाग गया था। देश से बाहर होकर भी दाऊद मुंबई में आपराधिक गतिविधियों को अंजाम देता रहता है। इस साल मई में अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम के ठिकाने के बारे में उसके ही भांजे अलीशाह पारकर ने खुलासा किया था। ईडी की पूछताछ में अलीशाह पारकर ने बताया कि उसके मामा दाऊद इब्राहिम पाकिस्तान के कराची में हैं। वह 1986 तक मुंबई के डंबरवाला बिल्डिंग में रहते थे। मुंबई के स्लम में जन्मा दाऊद 19 साल की उम्र में ही जुर्म की दुनिया में कदम रख चुका था। वह हाजी मस्तान का करीबी सहयोगी बन गया। साल 2008 में भारत और अमेरिका ने दाऊद को ग्लोबल टेररिस्ट घोषित किया था।
कब लगेगी फांसी?
इंडियन मुजाहिदीन के संस्थापक रियाज इस्माइल शाहबन्द्री उर्फ रियाज भटकल और उसका भाई मोहम्मद इक़बाल उर्फ इकबाल भटकल भी भारत के दुश्मनों में शामिल हैं। ये दोनों साल 2010 में जर्मन बेकरी, साल 20010 में ही चिन्नास्वामी स्टेडियम में विस्फोट, जामा मस्जिद ब्लास्ट, शीतलाघाट ब्लास्ट और मुंबई में साल 2011) हमले सहित कई आंतकवादी हमलों में शामिल रहे हैं। विशेष एनआईए अदालत ने फरवरी 2013 में हैदराबाद में हुए बम धमाकों के मामले में भटकल बंधुओं को मौत की सजा सुनाई थी। आतंकी संगठन इंडियन मुजाहिदीन का फाउंडर मेंबर यासीन भटकल का जन्म 1983 में कर्नाटक के भटकल में हुआ था। यासीन अंजुमन हामी-ए-मुस्लमीन मदरसे से पढ़ाई की। 12 राज्यों की आतंक निरोधी एजेंसियों की चार्जशीट के मुताबिक भटकल पर देशभर में जर्मन बेकरी सहित कम से कम 10 आतंकी हमलों में शामिल रहने का आरोप है। एनआईए ने यासीन पर 10 लाख रुपये का इनाम रखा था। आईबी अधिकारियों के अनुसार भटकल हमेशा अपने ठिकाने बदला रहता था। साथ ही वह भेष बदल कर खुद को छुपाने में, बम बनाने तथा स्लीपर सेल तैयार करने में माहिर खिलाड़ी है। यासीन भटकल को 2013 में गिरफ्तार किया था। हालांकि, अभी तक उसे फांसी नहीं दी गई है।