Friday, November 22, 2024
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क्या दुबई में बन रहे हैं अमीर भारतीयों के लिए घर?

दुबई में अमीर भारतीयों के लिए घर बनाए जा रहे हैं! अमीर भारतीयों का नया पता है – बिजनेस बे, दुबई। बेशुमार दौलत और लग्जरी लाइफस्टाइल की चाहत रईस भारतीयों को लुभा रही है। लोकल रियल एस्‍टेट प्लेयर्स के अनुसार, इनमें ज्यादातर कारोबारी और आंत्रप्रेन्‍योर्स हैं। टूरिज्म हब के रूप में मशहूर डाउनटाउन दुबई में कई मॉल और स्‍काईस्‍क्रैपर्स हैं, बुर्ज खलीफा भी। वहां भी भारतीयों ने हाल के महीनों में खूब घर खरीदे हैं। 2022 के डेटा से पता चलता है कि दुबई में भारतीयों के आशियाने काफी तेजी से बढ़े हैं। पिछले साल यानी 2022 में भारतीयों ने दुबई के रियल एस्टेट मार्केट से 16 बिलियन दिरहम 35,500 करोड़ रुपये की खरीदारी की। 2021 में भारतीयों ने दुबई में घर लेने के लिए इससे करीब आधी रकम 9 बिलियन दिरहम खर्चे। पिछले साल दुबई में घर खरीदने वालों में 40% भारतीय थे। ज्यादातर दिल्‍ली-एनसीआर, अहमदाबाद, सूरत, हैदराबाद और पंजाब से आते हैं। आखिर दुबई रईस भारतीयों को इतना क्‍यों आकर्षित करता है? मल्‍टीनैशनल कंपनियों में सीनियर एक्‍जीक्‍यूटिव्‍स की नजरें दुबई में प्रॉपर्टी खरीदने पर हैं। दुबई में एक रियल एस्टेट कंसल्टेंसी फर्म के सीईओ ने हमारे सहयोगी टाइम्‍स ऑफ इंडिया को इसकी वजह समझाई। उनके मुताबिक, दुबई की पूरी दुनिया से कनेक्टिविटी है। कई भारतीय आसमान छूते रेंट वाले अपार्टमेंट्स में मूव कर रहे हैं। कोविड-19 के चलते 30% की गिरावट देखने वाला दुबई का रियल एस्‍टेट मार्केट वापस 2015-16 के लेवल पर आ गया है।

JV वेंचर्स के को-फाउंडर विशाल गोयल उन भारतीयों में से हैं जिन्होंने दुबई में घर लिया है। उन्होंने TOI को बताया, ‘दुबई में रहने से मैं काम के सिलसिले में हैदराबाद, दुबई और लंदन के बीच आसानी से ट्रेवल कर सकता हूं।’ उन्होंने कहा कि दुबई इंटरनैशनल फायनेंशियल सेंटर जो फिनटेक ईकोसिस्‍टम मुहैया कराता है, उसके चलते कई युवा भारतीय आंत्रप्रेन्‍योर्स यहां आ रहे हैं। गोयल ने कहा, ‘मेरी वाइफ को ही लीजिए, उन्होंने अपना फिनटेक वेंचर सेटअप किया और ज्यादातर ग्‍लोबल मार्केट्स तक आसानी से पहुंच पाईं। ऐसा कुछ भारत में इतनी आसानी से कर पाना संभव नहीं था।

भारतीयों ने जो घर खरीदे हैं, उनकी कीमत 1.6 मिलियन दिरहम से 1.7 मिलियन दिरहम (3.6 करोड़ रुपये से 3.8 करोड़ रुपये) के बीच है। दुबई इंटरनैशनल फायनेंशियल सेंटर जो फिनटेक ईकोसिस्‍टम मुहैया कराता है, उसके चलते कई युवा भारतीय आंत्रप्रेन्‍योर्स यहां आ रहे हैं। गोयल ने कहा, ‘मेरी वाइफ को ही लीजिए, उन्होंने अपना फिनटेक वेंचर सेटअप किया और ज्यादातर ग्‍लोबल मार्केट्स तक आसानी से पहुंच पाईं। ऐसा कुछ भारत में इतनी आसानी से कर पाना संभव नहीं था।’इन प्रॉपर्टीज का मंथली किराया 3 लाख रुपये से लेकर 3.5 लाख रुपये तक जाता है। स्‍थानीय रिएल्‍टर्स के अनुसार, दुबई में प्रॉपर्टीज के किराए से होने वाला मुनाफा 4% से 5% के बीच रहता है, काफी कुछ मुंबई की तरह। अमीरों के लिए दुबई मुफीद है। शहर का वर्ल्‍ड क्‍लास सोशल इन्‍फ्रास्‍ट्रक्‍चर दुनियाभर को आकर्षित करता है। दुबई में कई इंटरनैशनल स्‍कूल हैं और भारतीयों की तादाद लगातार बढ़ रही है। इन सब फैक्‍टर्स के चलते उन भारतीयों को दुबई पसंद है जो अपने लाइफ की क्‍वालिटी अपग्रेड करना चाहते हैं।दुबई इंटरनैशनल फायनेंशियल सेंटर जो फिनटेक ईकोसिस्‍टम मुहैया कराता है, उसके चलते कई युवा भारतीय आंत्रप्रेन्‍योर्स यहां आ रहे हैं। गोयल ने कहा, ‘मेरी वाइफ को ही लीजिए, उन्होंने अपना फिनटेक वेंचर सेटअप किया और ज्यादातर ग्‍लोबल मार्केट्स तक आसानी से पहुंच पाईं। ऐसा कुछ भारत में इतनी आसानी से कर पाना संभव नहीं था।’ दुबई के प्रमुख रियल एस्‍टेट ग्रुप Damac Properties के स्‍ट्रैटजी डायरेक्‍टर अशरत चौधरी कहते हैं कि भारत के छोटे-छोटे शहरों से लोग दुबई में बस रहे हैं। उनके मुताबिक, दुबई की टोटल रियलटी सेल्‍स में भारतीयों की हिस्‍सेदारी 15-20% है। रूसी भी बड़ी संख्‍या में दुबई में घर खरीद रहे हैं।

UAE ने 2022 में गोल्‍डन वीजा प्रोग्राम का 2022 में विस्‍तार किया।दुबई इंटरनैशनल फायनेंशियल सेंटर जो फिनटेक ईकोसिस्‍टम मुहैया कराता है, उसके चलते कई युवा भारतीय आंत्रप्रेन्‍योर्स यहां आ रहे हैं। दुबई के प्रमुख रियल एस्‍टेट ग्रुप Damac Properties के स्‍ट्रैटजी डायरेक्‍टर अशरत चौधरी कहते हैं कि भारत के छोटे-छोटे शहरों से लोग दुबई में बस रहे हैं। उनके मुताबिक, दुबई की टोटल रियलटी सेल्‍स में भारतीयों की हिस्‍सेदारी 15-20% है। रूसी भी बड़ी संख्‍या में दुबई में घर खरीद रहे हैं।गोयल ने कहा, ‘मेरी वाइफ को ही लीजिए, उन्होंने अपना फिनटेक वेंचर सेटअप किया और ज्यादातर ग्‍लोबल मार्केट्स तक आसानी से पहुंच पाईं। ऐसा कुछ भारत में इतनी आसानी से कर पाना संभव नहीं था।’ एक्‍सपर्ट्स के अनुसार, इससे दुबई के रियलटी सेक्‍टर को और बूस्‍ट मिला। इस प्रोग्राम के जरिए विदेशी टैलेंट को UAE में रहने, काम करने या पढ़ने का मौका मिलता है और कुछ खास फायदे भी।

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