क्या खालिस्तानी फैला रहे हैं अपनी मौत की झूठी खबर?

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वर्तमान में खालिस्तानी अपनी मौत की झूठी खबर फैला रहे हैं! पंजाब में पैदा होकर, पढ़-लिखकर विदेश जाने के बाद वो देश के खिलाफ लगातार जहर उगल रहे हैं। खालिस्तान के नाम पर लोगों को बरगला रहे हैं। पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के साथ मिलकर देश में विवाद के बीज बोने की कोशिश कर रहे हैं। ये खालिस्तान दहशतगर्द लगातार पुलिस के लिए चुनौती बने हुए हैं, लेकिन सबसे हैरान है इनका मरने के बाद फिर जिंदा हो जाना।इस कड़ी में सबसे ताजा नाम है गुरपतवंत सिंह पन्नू। पंजाब के खानकोट का रहने वाला पन्नू एक साधारण परिवार से था। पिता सरकारी नौकरी करते थे। पन्नू ने भी पंजाब यूनिवर्सिटी से लॉ की पढ़ाई की। पढ़ाई-लिखाई पूरी करने के बाद वो विदेश चला गया और फिर शुरू किया देश के खिलाफ जगह उगलना। विदेश जाकर पन्नू पाकिस्तानी की खुफिया एजेंसी आईएसआई के संपर्क में आया और फिर शुरू किया देश में आतंक फैलाने का काम।

अमेरिका और कनाडा में रहकर इसने सिख फॉर जस्टिस के नाम से एक संगठन बनाया। इस संगठन को पाकिस्तान से मदद मिल रही है। खालिस्तानी मूवमेंट के नाम पर ये भोले-भाले लोगों को अपने झांसे में लेता है और संगठन में जोड़ने के बदले उन्हें पैसे का लालच देता है। सोशल मीडिया के जरिए ये लगातार देश के खिलाफ आग उगलता रहता है। यहां तक कि एक बार इसने तिरंगे को जलाने का वीडियो तक सोशल मीडिया पर डाल दिया था। जिसके बाद इसके खिलाफ राजद्रोह का केस दर्ज हुआ। साल 2020 में पन्नू को आतंकी घोषित किया गया।

अभी कुछ दिन पहले एक खबर सामने आई कि पन्नू की अमेरिका में एक सड़क दुर्घटना में मौत हो गई है। इस बात की कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई, लेकिन ये खबर आग की तरह हर तरफ फैल गई। कुछ रिपोर्ट्स में उसकी तस्वीर भी दी गई जिसमें कार और ट्रक के बीच भिड़ंत हुई थी, लेकिन इस खबर को अभी दो दिन ही बीते थे कि गुरपतवंत पन्नू का एक वीडियो जमकर वायरल होने लगा। इस वीडियो में वो अमेरिका के यूनाइटेड नेशंस के ऑफिस के बाहर भारत के खिलाफ जहर उगल रहा है. वायरल वीडियो में वह कह रहा है कि कनाडा में मारे गए खालिस्तानी नेता हरदीप सिंह निज्जर के पीछे भारतीय अधिकारियों का हाथ है। इसके अलावा इस वीडियो में वो खालिस्तानी रेफरेंडम 16 जुलाई को टोरंटो और 10 सितंबर को वैंकूवर में होने की भी बात कर रहा है।

मरकर जिंदा होने वाले खालिस्तानी आतंकियों में पन्नू अकेला नहीं है। पाकिस्तान में रह रहा खालिस्तानी आतंकी रिंडा भी इस लिस्ट में शामिल है। पिछले साल नवंबर में एक खबर आई कि खालिस्तानी आतंकी रिंडा पाकिस्तान में मारा गया है। मौत की वजह ड्रग की ओवरडोज बताई गई। इसके अलावा रिंडा की मौत की एक और थ्योरी भी सामने आई कि पंजाब के बंबीहा गैंग ने उसका कत्ल कर दिया है। यहां तक कि बंबीहा गैंग ने रिंडा की हत्या की जिम्मेदारी भी ली थी। रिंदा 2016 से भारत व पंजाब सरकार के लिए नासूर बना हुआ था। फिरौती, कत्ल और नशे का व्यापार करने वाला रिंदा नेपाल के रास्ते पहले दुबई गया और फिर पाकिस्तान में जाकर खालिस्तान मूवमेंट का हिस्सा बन गया था और वही से देश में आतंक फैला रहा था।

रिंडा की मौत की खबर को अभी कुछ दिन ही बीते थे कि एक फेसबुक अकाउंट पर दावा किया गया है कि रिंदा अभी जिंदा है। उसकी मौत की खबर महज एक अफवाह है। ठीक वैसे ही जैसे अब पन्नू के जिंदा होने की खबर सामने आ रही है।यहां तक कि बंबीहा गैंग ने रिंडा की हत्या की जिम्मेदारी भी ली थी। रिंदा 2016 से भारत व पंजाब सरकार के लिए नासूर बना हुआ था। फिरौती, कत्ल और नशे का व्यापार करने वाला रिंदा नेपाल के रास्ते पहले दुबई गया और फिर पाकिस्तान में जाकर खालिस्तान मूवमेंट का हिस्सा बन गया था और वही से देश में आतंक फैला रहा था। हालांकि पन्नू का वीडियो वायरल हुआ है जबकि रिंडा की मौत के बाद सिर्फ उसने अपने जिंदा होने का दावा किया था, लेकिन कोई वीडियो नहीं डाला गया था। माना जा रहा था कि ये आईएसआई की एक चाल भी हो सकती है।

दरअसल मरकर दोबारा जिंदा होने की ये साजिश अपने समर्थकों के बीच विश्वास बनाए रखने के लिए की जाती है। ये दोनों आतंकी जिंदा हैं या मर गए हैं ये तब तक नहीं कहा जा सकता जब तक कोई आधिकारिक पुष्टि न हो, लेकिन इस तरह चालें इनके दहशत फैलाने का एक तरीका होता है। आईएसआई रिंडा के मरने के बाद भी उसको जिंदा रखना चाहता है ताकि दहशत बनी रहे।