क्या द केरल स्टोरी जैसी फ़िल्में और भी आ रही है?

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आने वाले समय में द केरल स्टोरी जैसी फ़िल्में और भी आ रही है! द कश्मीर फाइल्स’ और ‘द केरल स्टोरी’ जैसी फिल्में जबर्दस्त विवादों में रहीं और उन्हें काफी विरोध का भी सामना करना पड़ा। लेकिन बॉक्स ऑफिस पर दोनों ही फिल्मों ने कमाई के नए रेकॉर्ड बनाए। खबर है कि तमाम फिल्म निर्माता आने वाले दिनों में ऐसी करीब एक दर्जन से ज्यादा फिल्मों को रिलीज करने की तैयारी कर रहे हैं। बीते लोकसभा चुनाव से पहले रिलीज हुईं चुनिंदा फिल्मों को लेकर विवाद हुआ था, लेकिन इस बार आम चुनावों से करीब एक साल पहले ही ऐसी फिल्मों की रिलीज का सिलसिला शुरू हो गया है। पिछले महीने मई में जब बॉलिवुड के बड़े निर्माता आईपीएल के चलते अपनी फिल्में रिलीज करने से कतरा रहे थे। उस दौरान रिलीज हुई फिल्म द केरल स्टोरी करीब 250 करोड़ रुपए की कमाई करके इस साल ‘पठान’ के बाद दूसरी सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फिल्म बन गई है। केरल में कथित तौर पर लव जिहाद पर आधारित फिल्म ‘द केरल स्टोरी’ से पहले कश्मीरी पंडितों के कश्मीर घाटी से पलायन पर आधारित फिल्म ‘द कश्मीर फाइल्स’ को भी विरोध का सामना करना पड़ा था। लेकिन इस फिल्म ने भी 253 करोड़ रुपए की धमाकेदार कमाई करके फिल्म दुनिया के जानकारों को हैरान कर दिया था। बहरहाल लगातार दो विवादित फिल्मों के बॉक्स ऑफिस पर सुपरहिट होने के बाद यह तय हो गया है कि ऐसे विवादित मामलों पर बनने वाली फिल्मों की रिलीज का सिलसिला यहीं थमने वाला नहीं है। पिछले कुछ अरसे से फिल्म निर्माता लगातार ऐसी फिल्मों की घोषणा कर रहे हैं, जिनको लेकर विवाद होने की संभावना है। पिछले दिनों मुस्लिम संगठनों ने अगले महीने रिलीज होने वाली फिल्म अजमेर 92 की रिलीज पर बैन लगाने की मांग की है। उनका कहना है कि इस फिल्म की रिलीज से माहौल बिगड़ सकता है, जिसे साल 1992 में अजमेर में घटी महिला छात्रों के शोषण की सत्य घटना से प्रेरित बताया जा रहा है। बता दें कि राजस्थान में इस साल के आखिर में विधानसभा चुनाव भी हैं। वहीं दूसरी ओर एक और अगले महीने रिलीज होने वाली फिल्म 72 हूरें का भी टीजर लॉन्च किया गया है, जिसमें पिछले कुछ अरसे में हुई आतंकवादी घटनाओं का जिक्र किया गया है।

पिछले दिनों बॉलिवुड स्टार रणदीप हुड्डा ने बतौर डायरेक्टर और लीड ऐक्टर अपनी फिल्म स्वातंत्र्य वीर सावरकर का टीजर लॉन्च किया है, जिसमें स्वतंत्रता संग्राम से जुड़ी चर्चित शख्सियत वीर सावरकर की कहानी दिखाने की तैयारी है। पहले इस फिल्म को मई में सावरकर के जन्मदिन पर रिलीज किया जाना था, लेकिन अब इसे आने वाले महीनों में लॉन्च किया जाएगा। वहीं 2002 में गुजरात के गोधरा में हुए दंगों पर भी एक फिल्म ‘गोधरा’ का टीजर लॉन्च हुआ है, जो कि दिसंबर में रिलीज होने की संभावना है। उधर आरआरआर फेम तेलुगू सुपरस्टार रामचरण ने भी द कश्मीर फाइल्स के निर्माता अभिषेक अग्रवाल के साथ मिलकर अपनी नई फिल्म ‘द इंडिया हाउस’ का टीजर लॉन्च किया है, जिसमें भारतीय इतिहास के एक छिपे हुए चैप्टर को सामने लाने का दावा किया जा रहा है। यह फिल्म भी वीर सावरकर पर आधारित बताई जा रही है। जबकि इंडिपेंडेस डे वीकेंड पर सनी देओल की सुपरहिट फिल्म गदर की सीक्वल गदर 2 रिलीज हो रही है। करीब दो दशक पहले रिलीज हुई इस फिल्म की रिलीज के दौरान कई जगह सिनेमाघरों में विवाद होने की भी खबरें आई थीं। पिछली फिल्म ‘गदर’ 1947 में बंटवारे के बैकड्रॉप में थी, तो अबकी बार सनी देओल की गदर 2 फिल्म 1971 के भारत पाकिस्तान युद्ध के बैकड्रॉप में होगी। इन सबके अलावा आने वाले दिनों में और भी तमाम ऐसी फिल्में बड़े पर्दे पर रिलीज होने को तैयार हैं, जिनको लेकर विरोध के स्वर तेज हो सकते हैं। खासकर जब अगले साल होने वाले लोकसभा चुनावों में एक साल से भी कम वक्त बचा है और उससे पहले कई राज्यों के विधानसभा चुनाव होने वाले हैं।

फिल्मी जानकारों की अगर मानें, तो ‘द कश्मीर फाइल्स’ और ‘द केरल स्टोरी’ जैसी फिल्मों में बॉक्स ऑफिस पर हिट का फॉर्मूला तलाश रहे फिल्मवालों को उम्मीद की किरण दिख चुकी है। हालांकि तमाम फिल्म निर्माता पहले से ही इस तरह के विषयों पर फिल्में बनाने की प्लानिंग कर रहे थे, जिन्हें इससे पहले पर्दे पर नहीं उतारा गया। यही वजह है कि आने वाले दिनों में कई ऐसी फिल्में रिलीज होने वाली हैं, जिनको लेकर विवाद या विरोध की संभावना है। इनमें ‘द कश्मीर फाइल्स’ के डायरेक्टर विवेक अग्निहोत्री की दो फिल्मों ‘द वैक्सीन वॉर’ और ‘द दिल्ली फाइल्स’ का शामिल हैं। विवेक अग्निहोत्री के मुताबिक ‘द वैक्सीन वॉर’ मुश्किल हालात में भारत के कोरोना वैक्सीन बनाने की कहानी पर आधारित है। वहीं द दिल्ली फाइल्स को आजादी से पहले सन 1946 के डायरेक्ट एक्शन पर आधारित बताया जा रहा है। विवेक ने हाल ही में सोशल मीडिया पर कहा, ‘भारतीय सिनेमा की फिल्मों में बदलाव रातोंरात नहीं हुआ है। इसमें हमें 13 साल का लंबा वक्त लग गया। हमारी फिल्म ‘बुद्धा इन ए ट्रैफिक’ जाम साल 2011 में बनी थी, लेकिन रिलीज 2016 में हो पाई। लेकिन अब यह सिलसिला जारी रहेगा।’ वहीं वीर सावरकर पर बनने वाली रणदीप हुड्डा स्टारर फिल्म के प्रोडयूसर आनंद पंडित कहते हैं, ‘अभी हमारे पास तमाम ऐसे विषय और व्यक्तिव हैं, जिनके बारे में लोग नहीं जानते हैं। आने वाले दिनों में मैं ऐसे और मुद्दों पर भी फिल्में बनाना चाहूंगा, जिनके बारे में लोगों को जानना चाहिए।’ वहीं प्रोड्यूसर और फिल्म बिजनेस एनालिस्ट गिरीश जौहर कहते हैं, ‘यह ठीक है कि फिल्म द कश्मीर फाइल्स व द केरल स्टोरी की सफलता ने इंडस्ट्रीवालों को सफलता का नया फॉर्मूला दे दिया है, लेकिन उन्हें ऐसी फिल्में काफी समझदारी से बनानी चाहिए।’

ऐसा नहीं है कि इस तरह की फिल्मों के विरोध का सिलसिला कोई नया है। बता दें कि साल 2019 में लोकसभा चुनाव के दौरान पहले फेज की वोटिंग 11 अप्रैल को हुई थी। उसी दिन फिल्म स्टार विवेक ओबेरॉय अपनी प्रधानमंत्री की बायॉपिक फिल्म पीएम नरेंद्र मोदी को सिनेमाघरों में रिलीज करना चाहते थे। लेकिन चुनाव आयोग ने इस फिल्म की रिलीज पर चुनाव खत्म होने तक रोक लगा दी। बाद में इस फिल्म को चुनाव खत्म होने के बाद मई 2019 में रिलीज किया गया। इससे पहले विपक्षी दलों द्वारा साल 2019 की जनवरी में रिलीज हुई दो फिल्मों ‘उड़ी : द सर्जिकल स्ट्राइक’ और द एक्सिडेंटल प्राइम मिनिस्टर की टाइमिंग पर भी सवाल उठाए गए थे। फिल्म ‘उड़ी : द सर्जिकल स्ट्राइक’ में जहां भारतीय सेना द्वारा पीओके में की गई सर्जिकल स्ट्राइक को दिखाया गया था। वहीं फिल्म ‘द एक्सिडेंटल प्राइम मिनिस्टर’ में पूर्व प्रधानमंत्री डॉक्टर मनमोहन सिंह की लाइफ को दिखाया गया था। तमाम राजनीतिक दलों द्वारा इन दोनों ही फिल्मों का विरोध किया गया और इनके द्वारा जनता को को प्रभावित करने के लिए इस्तेमाल करने का इल्जाम भी लगाया गया। हालांकि ‘उड़ी : द सर्जिकल स्ट्राइक’ सुपरहिट रही और इसने कमाई के नए रेकॉर्ड भी बनाए। यही नहीं अप्रैल के महीने में जाने-माने फिल्म डायरेक्टर विवेक अग्निहोत्री की भारत के दूसरे प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की ताशकंद में हुई रहस्यमय मृत्यु पर आधारित फिल्म ‘द ताशकंद फाइल्स’ भी रिलीज हुई थी, जिसकी टाइमिंग को लेकर विपक्षी दलों की ओर से तमाम सवाल भी खड़े हुए थे। उस दौरान सुपरस्टार अक्षय कुमार द्वारा लिए गए प्रधानमंत्री मोदी के इंटरव्यू और करण जौहर के नेतृत्व में तमाम यंग फिल्म स्टार्स की पीएम से मुलाकात को लेकर भी सवाल उठे थे। तब भले ही चुनाव से पहले चुनिंदा फिल्में रिलीज हुई थीं। लेकिन इस बार लोकसभा चुनाव से काफी पहले ही फिल्मों की रिलीज को लेकर विवादों का सिलसिला शुरू हो गया है। बावजूद इसके धड़ल्ले से ऐसी फिल्मों की रिलीज का सिलसिला जारी है और आगे और रफ्तार पकड़ने वाला है।