उत्तर प्रदेश के वाराणसी में आज ज्ञानवापी मस्जिद परिसर का पहले दिन का सर्वे पूरा हो गया. ज्ञानवापी सर्वे पर एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि बाबरी छीनी, ज्ञानवापी नहीं छीन पाओगे ज्ञानवापी मस्जिद थी और रहेगी कोर्ट के आदेश के बाद सर्वे के पहले दिन एडवोकेट कमिश्नर ने मस्जिद के तहखाने में चार कमरों और पश्चिमी दीवार का सर्वे किया। यह सर्वे करीब तीन घंटे तक चला। इस दौरान वादी-प्रतिवादी के साथ दोनों पक्षों के वकील भी सर्वे के लिए मस्जिद के अंदर पहुंचे थे। एडवोकेट कमिश्नर अजय मिश्र और वादी-प्रतिवादी पक्ष के 52 लोग सर्वे के लिए परिसर के अंदर गए थे।सर्वे के लिए परिसर में दाखिल हुए सभी लोगों के मोबाइल फोन जमा करा लिए गए थे। सर्वे के दौरान परिसर में कमरों की वीडियोग्राफी की गई। जानकारी के मुताबिक, तालों में जंग लगा हुआ था। ऐसे में चाभियां होने के बावजूद ताला तोड़ कर अंदर टीम दाखिल हुई। सर्वे का काम सुबह 8 बजे से 11 बजे तक चला। इस बीच, सर्वे के दौरान तहखाने में सांप दिखाई देने के कारण यह काम कुछ देर के लिए बाधित हुआ। नगर निगम की टीम द्वारा सांप को निकाले जाने के बाद एक बार फिर सर्वे का काम शुरू हुआ।
असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि मैं सरकार को बताना चाहता हूं कि हमने एक बाबरी मस्जिद को खोया है, दूसरी मस्जिद को हरगिज नहीं खोएंगे. तुमने मक्कारी और अय्यारी से इंसाफ को कत्ल करके हमारी मस्जिद को छीना. दूसरी मस्जिद नहीं छीन पाओगे, याद रखना.उन्होंने कहा कि अधिनियम कहता है 15 अगस्त, 1947 को मौजूद पूजा स्थल का धार्मिक स्वरूप वैसा ही बना रहेगा, जैसा उस तारीख को था, यह कहते हुए कि वह एक और मस्जिद नहीं खो सकते हैं।ओवैसी ने कहा कि अधिनियम कहता है कि कोई भी व्यक्ति किसी भी धार्मिक संप्रदाय या उसके किसी भी वर्ग के पूजा स्थल को एक ही धार्मिक संप्रदाय के एक अलग वर्ग या एक अलग धार्मिक संप्रदाय या उसके किसी भी वर्ग के पूजा स्थल में परिवर्तित नहीं करेगा। AIMIM प्रमुख ने यह बात गुरुवार को वाराणसी की एक अदालत द्वारा काशी विश्वनाथ मंदिर के पास ज्ञानवापी मस्जिद परिसर के अंदर सर्वेक्षण के जारी रखने और रिपोर्ट 17 मई तक सौंपे जाने के बाद कही। असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि बाबरी छीनी, ज्ञानवापी नहीं छीन पाओगे। ज्ञानवापी मस्जिद थी और रहेगी।