नई दिल्ली :: बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना आज से चार दिवसीय भारत यात्रा पर हैं। वह सोमवार को दिल्ली पहुंच चुकी हैं। यहां उनका जोरदार स्वागत किया गया। शेख हसीना का स्वागत करने के लिए कई बड़े अधिकारी मौजूद रहे। 2019 के बाद यह हसीना की पहली भारत यात्रा है जहां वे दोनों देशों के बीच बहुआयामी संबंधों को और मजबूत करने तथा जल प्रबंधन, रेलवे और विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी जैसे क्षेत्रों में कम से कम सात द्विपक्षीय समझौतों पर हस्ताक्षर करने के लिए देश के शीर्ष नेतृत्व मुलाकात करेंगी अपनी यात्रा के दौरान, बांग्लादेश की प्रधानमंत्री राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और उपाध्यक्ष जगदीप धनखड़ से मुलाकात करेंगी। वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ द्विपक्षीय बैठक भी करेंगी। विदेश मंत्री एस जयशंकर भी इस यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री हसीना से मुलाकात करेंगे। 2021 में दोनों देशों के द्विपक्षीय संबंधों के 50वें वर्ष को छूने के बाद यह उनकी पहली यात्रा है। पिछले साल बांग्लादेश की स्वतंत्रता की 50 वीं वर्षगांठ और राष्ट्र के संस्थापक शेख मुजीबुर रहमान की 100 वीं जयंती भी मनाई गई थी। पीएम मोदी ने 2021 में बांग्लादेश का दौरा किया था। इस वर्ष दिल्ली और ढाका सहित दुनिया भर की 20 राजधानियों में मैत्री दिवस समारोह आयोजित किया गया था।
बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना चार दिवसीय भारत यात्रा के दौरान भारत और बांग्लादेश रक्षा, व्यापार और नदी जल बंटवारे के क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने के उपायों की घोषणा कर सकते हैं। हसीना और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के बीच मंगलवार को होने वाली वार्ता के बाद दोनों पक्षों के बीच कुशियारा नदी के जल के अंतरिम बंटवारे सहित कई समझौतों पर हस्ताक्षर होने की उम्मीद है। हसीना का बृहस्पतिवार को राजस्थान के अजमेर में सूफी संत मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह पर जाने का भी कार्यक्रम है। हसीना के प्रतिनिधिमंडल में विदेश मंत्री ए. के. अब्दुल मोमेन, वाणिज्य मंत्री टीपू मुंशी, रेल मंत्री मोहम्मद नूरुल इस्लाम सुजान और प्रधानमंत्री के आर्थिक मामलों के सलाहकार मशिउर ए. के. एम रहमान शामिल होंगे। पांच सितंबर से आठ सितंबर तक चलने वाली यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री हसीना, भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ से भी भेंट करेंगी। सूत्रों ने रविवार को बताया कि दोनों पक्ष रक्षा, व्यापार, नदी जल बंटवारे और कुछ अन्य क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने के उपायों की घोषणा करेंगे।
भारत और बांग्लादेश ने पिछले कुछ वर्षों में कई कनेक्टिविटी पहलों को पुनर्जीवित करने के अलावा क्षेत्रीय सहयोग के लिए एक मॉडल बनाने की जरूरत रेखांकित की है। माना जा रहा है कि अखौरा-अगरतला रेल लिंक जल्द ही फिर से खुल जाएगा, और यह अनुमान है कि अगरतला और चटगांव कुछ हफ्तों में हवाई मार्ग से जुड़ जाएगा। शेख हसीना की यात्रा के दौरान दोनों पक्षों को कुशियारा नदी के पानी के अंतरिम बंटवारे पर एक समझौते पर हस्ताक्षर किए जाने की उम्मीद है। पिछले महीने, भारत और बांग्लादेश ने नदी के पानी के अंतरिम बंटवारे पर समझौते के पाठ को अंतिम रूप दिया था। 25 अगस्त को दिल्ली में भारत-बांग्लादेश संयुक्त नदी आयोग (JROC) की 38 वीं मंत्रिस्तरीय बैठक में समझौता ज्ञापन (MOU) के पाठ को अंतिम रूप दिया गया था। विदेश मंत्रालय ने बृहस्पतिवार को कहा था, ‘‘प्रधानमंत्री हसीना की आगामी यात्रा मजबूत ऐतिहासिक तथा सांस्कृतिक संबंधों और आपसी विश्वास और समझ के आधार पर दोनों देशों के बीच बहुआयामी संबंधों को और मजबूत करेगी।’’कुछ दिन पहले ही भारत और बांग्लादेश के बीच नदियों के जल बंटवारे को लेकर संयुक्त नदी आयोग की 38वीं मंत्रालय स्तरीय बैठक हुई थी। दोनों पक्षों ने कुशियारा नदी के जल बंटवारे के समझौता ज्ञापन (एमओयू) को भी अंतिम रूप दिया था। भारत और बांग्लादेश के बीच समग्र रणनीतिक संबंध पिछले कुछ वर्षों में तेजी से बढ़े हैं। प्रधानमंत्री हसीना कहा कि भारत हमारा पड़ोसी देश है, हमारे बीच बहुत अच्छे संबंध हैं। हमारे बीच कई द्विपक्षीय समस्याएं थीं। यह सच है लेकिन हम कई समस्याओं का समाधान भी करते हैं। भारत एक विशाल देश है जिसे आप समायोजित कर सकते हैं। हमारे देश में 1.1 लाख रोहिंग्या हैं। कुछ लोग नशीले पदार्थों की तस्करी, हथियारों की लड़ाई और महिला तस्करी में लिप्त हैं। जैसे ही वे लोग घर लौटते हैं यह हमारे लिए अच्छा रहेगा। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि मैं पीएम मोदी को धन्यवाद देती हूं, जिन्होंने कोरोना वैक्सीन बनाने की पहल की। यह एक अच्छी और बेहद मददगार पहल है। साथ ही कहा कि पीएम मोदी ने न केवल बांग्लादेश बल्कि कई अन्य दक्षिण एशियाई देशों को कोरोना की वैक्सीन वितरित की है।