गांधी परिवार इस बार हिमाचल से चुनाव लड़ सकता है! राज्यसभा चुनाव के लिए सोनिया गांधी और प्रियंका गांधी के चुनाव लड़ने की चर्चा है। इस तरह की अटकलें हैं कि गांधी परिवार से कोई व्यक्ति हिमाचल प्रदेश में राज्यसभा सीट के लिए चुनाव लड़ सकता है। इस बीच प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह ने मंगलवार को यह कहकर चर्चा को बढ़ा दिया कि यदि उनकी इच्छा हो तो सोनिया गांधी या प्रियंका गांधी वाड्रा राज्य से राज्यसभा के लिए चुनाव मैदान में उतारा जा सकता है। प्रतिभा सिंह ने कहा कि ‘यह संभव है। हम उनसे चर्चा करेंगे और अगर उन्हें यह उचित लगेगा तो यह सीट उन्हें दी जा सकती है। पांच बार लोकसभा सांसद रहीं और अब रायबरेली का प्रतिनिधित्व कर रहीं सोनिया ने पिछले कुछ समय से लगातार बीमार रही हैं। स्वास्थ्य कारणों से रोजमर्रा की राजनीति गतिविधियों में उतनी सक्रिय नजर नहीं आती हैं। संभव है कि वह इस बार रायबरेली से चुनाव भी ना लड़ें। हाालंकि, इस संबंध में अभी तक आधिकारिक रूप से पार्टी की तरफ से कुछ नहीं कहा गया है। ऐसे में यदि वह राज्यसभा का विकल्प चुनती हैं, तो मुख्य सवाल यह होगा कि क्या प्रियंका लोकसभा चुनाव में उनकी जगह लेंगी। प्रतिभा के सकारात्मक बयान को देखते हुए दूसरी संभावना यह है कि प्रियंका गांधी राज्यसभा में आएंगी। वहीं, सोनिया फिर से पारिवारिक क्षेत्र से चुनाव लड़ सकती हैं। सोनिया गांधी ने वर्ष 2019 के आम चुनाव में रायबरेली लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ा था जबकि प्रियंका गांधी न तो लोकसभा से सांसद हैं और न ही राज्यसभा की सदस्य।
हिमाचल प्रदेश की एक सीट सहित राज्यसभा की 56 सीटों के लिए चुनाव कार्यक्रम की घोषणा हो चुकी है। इसके बाद कांग्रेस पार्टी ने प्रत्याशी की तलाश शुरू कर दी है। कांग्रेस के पास 68 सदस्यीय राज्य विधानसभा में 40 सीट हैं। राज्यसभा की यह सीट दो अप्रैल को नड्डा के छह साल के कार्यकाल की समाप्ति के बाद खाली हो रही है जो राज्य में भाजपा की सत्ता में वापसी के बाद 2018 में चुने गए थे। राज्य में इस एकमात्र सीट के लिए मतदान अगले महीने राज्य विधानसभा के बजट सत्र 14 से 29 फरवरी के दौरान होगा। ऐसे में कांग्रेस उम्मीदवार की जीत तय है। फिलहाल राज्य की तीनों राज्यसभा सीट बीजेपी के पास हैं। नड्डा के अलावा, राज्य से दो अन्य राज्यसभा सदस्य इंदु गोस्वामी और सिकंदर कुमार हैं।
गौरतलब है कि सोनिया गांधी 5 बार की लोकसभा सांसद हैं। अभी वो रायबरेली से कांग्रेस की सांसद हैं। हाल के दिनों में स्वास्थ्य कारणों से उन्होंने रोजाना के राजनीतिक गतिविधियों से दूर कर लिया है। अगर वह राज्यसभा सीट के लिए अपनी मंजूरी देती हैं तो बड़ा सवाल ये होगा कि क्या प्रियंका रायबरेली से लोकसभा चुनाव लड़ेंगी? हालांकि, प्रतिभा सिंह के बयान से लगता है कि एक और स्थिति ये हो सकती है कि प्रियंका गांधी राज्यसभा चली जाएं और सोनिया गांधी रायबरेली से फिर से चुनाव मैदान में उतरें।
हिमाचल की ये सीट 2 अप्रैल को खाली हो रही है। जेपी नड्डा का 6 साल का कार्यकाल अप्रैल में खत्म हो रहा है। यही नहीं बता दे कि कुछ दिनों में लोकसभा चुनाव का ऐलान हो जाएगा। पीएम मोदी ने राम-राम के जरिए विपक्ष को इशारा तो कर ही दिया है। इसके अलावा राष्ट्रपति के भाषण में तीन जगह राम मंदिर का जिक्र इतना बताने के लिए काफी है कि जब पीएम मोदी चुनाव प्रचार को उतरेंगे तो उनका रुख किस तरफ होगा। बीजेपी ने कुछ दिन पहले ही अपने एक्स हैंडल पर संकल्प से लेकर सिद्धि तक की तस्वीर पोस्ट की थी। इसमें टेंट में रामलला से लेकर राम मंदिर में बाल राम की मूर्ति को दिखाया गया है। बीजेपी के लिए राम मंदिर का मुद्दा काफी बड़ा था। ऐसे में जब सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद मोदी सरकार के कार्यकाल में राम मंदिर का निर्माण हुआ तो बीजेपी के लिए ये किसी बड़े आशीर्वाद से कम नहीं रहा।
2018 में बीजेपी की सत्ता में वापसी के बाद वह इस सीट से राज्यसभा सांसद चुने गए थे। बजट सत्र 14 से 29 फरवरी के दौरान होगा। ऐसे में कांग्रेस उम्मीदवार की जीत तय है। फिलहाल राज्य की तीनों राज्यसभा सीट बीजेपी के पास हैं। नड्डा के अलावा, राज्य से दो अन्य राज्यसभा सदस्य इंदु गोस्वामी और सिकंदर कुमार हैं।इस समय राज्य की सभी तीन सीटों पर बीजेपी का कब्जा है। माना जा रहा है कि अगर सोनिया या प्रियंका ने अपनी सहमति दे दी तो हिमाचल से वो राज्यसभा जा सकते हैं।