क्या दिल्ली में भी छिड़ सकती है गैंगवार?

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अब दिल्ली में भी गैंगवार हो सकता है! तिहाड़ जेल के अंदर दिल्ली के सबसे बड़े गैंगस्टर प्रिंस तेवतिया की हत्या ने पूरी दिल्ली को दहला कर रख दिया। आरोप लगे दिल्ली के ही एक दूसरे गैंगस्टर अताउर रहमान पर। अताउर रहमान और प्रिंस तेवातिया दोनों ही तिहाड़ जेल के अंदर बंद थे। कभी दोनों एक दूसरे के करीबी हुआ करते थे, लेकिन कोई ये सोच भी नहीं सकता था कि तिहाड़ जैसी हाइसिक्योरिटी जेल के अंदर ये दोस्त ही एक दूसरे के खून के प्यासे बन जाएंगे। आखिर क्यों अताउर रहमान ने प्रिंस तेवतिया को मौत के घाट उतार दिया? क्या अताउर रहमान की नजर दिल्ली खासकर साउथ दिल्ली में गैंगस्टर नबर वन बनने की है? क्या अब दिल्ली में होगा खूनी खेल? दिल्ली में गैंगवार की खबरे अक्सर सामने आती हैं। अब जबकि दिल्ली के सबसे बड़े गैंगस्टर प्रिंस तेवतिया का कत्ल हो चुका है तो माना जा रहा है दिल्ली में नंबर वन गैंगस्टर बनने की होड़ शुरू हो चुकी है। प्रॅिंस तेवातिया लॉरेंस बिश्नोई गैंग से था। अताउर रहमान भी प्रिंस तेवतिया के लिए ही काम करता था, लेकिन पिछले कुछ समय से से रहमान प्रिंस से अलग अपनी धाक जमाने की कोशिश कर रहा था। उसका मकसद था अपना अलग गैंग बनाना। इस कड़ी में उसने प्रिंस का कत्ल तो कर दिया, लेकिन अब उसके सामने होगा दिल्ली का दूसरा बड़ा गैंगस्टर रवि गंगवाल।

सबसे पहले जान लीजिए कौन है अताउर रहमान? अताउर रहमान दिल्ली के संगम विहार का रहने वाला है। फिरौती की बदलौत इसने दिल्ली में अपनी दहशत कायम की है। दरअसल ये न सिर्फ पहले एक्सटॉर्शन मनी की मांग करता है बल्कि उस शख्स को डराने धमाकाने के लिए उसके घर में या ऑफिस में फायरिंग तक करता है ताकि इसका खौफ बना रहे। ये लंबे समय से प्रिंस के गैंग के लिए ही काम कर रहा था। अताउर रहमान का नाम तब सबसे ज्यादा फेमस हुआ था जब उसपर बीजेपी के कालकाजी से पार्षद सुभाष भदाना के भाई कृष्ण भदाना के हत्या के आरोप लगे थे। इस घटना के कुछ समय बाद अताउर को गिरफ्तार किया गया। कुछ समय जेल में रहने के बाद वो बेल पर बहार आया और फिर पुलिस से बचता रहा। इस दौरान वो प्रिंस तेवतिया गैंग के लिए ही काम कर रहा था।

दरअसल साल 2015 में दिल्ली के एक दूसरे गैंगस्टर रवि गंगवाल ने अताउर रहमान के भाई इकबाल की हत्या कर दी थी। इस हत्या के बाद से ही रवि गंगावल से अताउर की दुश्मनी शुरू हो गई थी और गंगवाल का दुश्मन प्रिंस रहमान का दोस्त बन चुका था। यहां तक की अताउर रहमान ने गंगावल गैंग के एक शूटर अमित मद्रासी की हत्या की भी कोशिश की थी। ये न सिर्फ पहले एक्सटॉर्शन मनी की मांग करता है बल्कि उस शख्स को डराने धमाकाने के लिए उसके घर में या ऑफिस में फायरिंग तक करता है ताकि इसका खौफ बना रहे। ये लंबे समय से प्रिंस के गैंग के लिए ही काम कर रहा था। अताउर रहमान का नाम तब सबसे ज्यादा फेमस हुआ था जब उसपर बीजेपी के कालकाजी से पार्षद सुभाष भदाना के भाई कृष्ण भदाना के हत्या के आरोप लगे थे। इस घटना के कुछ समय बाद अताउर को गिरफ्तार किया गया। कुछ समय जेल में रहने के बाद वो बेल पर बहार आया और फिर पुलिस से बचता रहा। इस दौरान वो प्रिंस तेवतिया गैंग के लिए ही काम कर रहा था।अब जबकि प्रिंस का कत्ल हो चुका है तो दिल्ली में रहमान और रवि गंगवाल आमने सामने होंगे। माना जा रहा है कि इनकी पुरानी दुश्मनी और दिल्ली में अपना दबदबा बनाने के लिए इनके बीच खूनी गैंगवार छिड़ सकती है।

इसके अलाव साउथ दिल्ली के एक और गैंगस्टर रोहित चौधरी का नाम भी चर्चा में है।ये न सिर्फ पहले एक्सटॉर्शन मनी की मांग करता है बल्कि उस शख्स को डराने धमाकाने के लिए उसके घर में या ऑफिस में फायरिंग तक करता है ताकि इसका खौफ बना रहे। ये लंबे समय से प्रिंस के गैंग के लिए ही काम कर रहा था। अताउर रहमान का नाम तब सबसे ज्यादा फेमस हुआ था जब उसपर बीजेपी के कालकाजी से पार्षद सुभाष भदाना के भाई कृष्ण भदाना के हत्या के आरोप लगे थे। इस घटना के कुछ समय बाद अताउर को गिरफ्तार किया गया। कुछ समय जेल में रहने के बाद वो बेल पर बहार आया और फिर पुलिस से बचता रहा। इस दौरान वो प्रिंस तेवतिया गैंग के लिए ही काम कर रहा था। प्रिंस की मौत के बाद हर गैंगस्टर खुद को नंबर वन साबित करने की कोशिश में है। जिसका नतीजा दिल्ली में खूनी संग्राम के रूप में नजर आ सकता है। हालांकि पुलिस अताउर के अस्पताल से डिस्चार्ज होने के बाद उसे गिरफ्तार कर लेगी, लेकिन ये गैंगस्टर जेल में रहकर भी खूनी खेल खेलते हैं ये अक्सर साबित होता रहता है।