हाल ही में चली जांच के अनुसार राबड़ी देवी की गिरफ्तारी हो सकती है! हाल ही में राबड़ी देवी के साथ बहुत कुछ हो गया है! टब, टैंक या गड्ढे में घुले रंग। लाल-हरे और पीले रंगों में गोते लगा कर सराबोर होते लोग। आवास पर जुटे समर्थकों पर बीच-बीच में रंग-गुलाल छिड़कतीं राबड़ी देवी। ढोल-मजीरा के साथ लगातार चल रहा लौंडा नाच। फाग के राग और जोगीरा के सरारारा…के बीच होली का आनंद उठाते नंगधड़ंग लालू यादव और समर्थकों की टोली। कभी ढोल बजाते तो कभी जोगीरा गाते लालू के साथ थिरकते-झूमते लोग। नाचने वालों में पुलिस, अधिकारी और लालू के आवास के साधारण कर्मचारी भी। यह नजारा होता था अब से दो दशक पहले लालू यादव की होली का। लालू के घर की होली की अनिवार्य शर्त होती थी कुर्ता फाड़ना। जो आता, उसका कुर्ता फाड़ दिया जाता। फटे-लटके कुर्ते में अनजान कोई देख ले तो उसे पागलों की जमात के जुटान का ही एहसास होगा। इसीलिए इसे लालू की कुर्ता फाड़ होली भी कहा जाता था। दोपहर तक रंगों की होली मनती तो दोपहर बाद लोग अबीर-गुलाल के साथ लजीज व्यंजनों का लुत्फ उठाते। राजद के नेता-कार्यकर्ता तो जुटते ही, दूसरे दलों के छोटे-बड़े नेता भी लालू की होली में शामिल होना नहीं भूलते। यह वो दौर था, जब लालू खुद सीएम थे या उनके बाद राबड़ी देवी सीएम बनीं। लालू के जेल जाने और बाद में बीमार पड़ने की वजह से अब यह नजारा नदारद है।
अर्से बाद लालू परिवार में होली की खुशी इस बार जरूर होती, क्योंकि किडनी ट्रांसप्लांट के बाद लालू सिंगापुर से लौट आए हैं। महागठबंधन की सरकार में उनके दोनों बेटे डिप्टी सीएम और मंत्री बन गए हैं। इसीलिए इसे लालू की कुर्ता फाड़ होली भी कहा जाता था। दोपहर तक रंगों की होली मनती तो दोपहर बाद लोग अबीर-गुलाल के साथ लजीज व्यंजनों का लुत्फ उठाते। राजद के नेता-कार्यकर्ता तो जुटते ही, दूसरे दलों के छोटे-बड़े नेता भी लालू की होली में शामिल होना नहीं भूलते। यह वो दौर था, जब लालू खुद सीएम थे या उनके बाद राबड़ी देवी सीएम बनीं। लालू के जेल जाने और बाद में बीमार पड़ने की वजह से अब यह नजारा नदारद है।तेजस्वी का ब्याह भी हो गया है। लेकिन सीबीआई की धमक और सख्ती ने परिवार के उत्साह पर पानी फेर दिया है। सोमवार को सीबीआई ने पटना में राबड़ी आवास पर उनसे पांच घंटे पूछताछ की।
मामला दो दशक पुराना है। आरोप है कि लालू ने रेल मंत्री रहते लोगों को नौकरी दी और उसके बदले उनसे अपने परिजनों के नाम जमीन ली।इसीलिए इसे लालू की कुर्ता फाड़ होली भी कहा जाता था। दोपहर तक रंगों की होली मनती तो दोपहर बाद लोग अबीर-गुलाल के साथ लजीज व्यंजनों का लुत्फ उठाते। राजद के नेता-कार्यकर्ता तो जुटते ही, दूसरे दलों के छोटे-बड़े नेता भी लालू की होली में शामिल होना नहीं भूलते। यह वो दौर था, जब लालू खुद सीएम थे या उनके बाद राबड़ी देवी सीएम बनीं। लालू के जेल जाने और बाद में बीमार पड़ने की वजह से अब यह नजारा नदारद है। मंगलावार को सीबीआई लालू से पूछताछ करने दिल्ली में उनकी बेटी मीसी भारती के आवास पर भी पहुंची है। हाल ही में सिंगापुर से किडनी ट्रांस्प्लांट के बाद लालू स्वदेश लौटे हैं और दिल्ली में अपनी बेटी मीसा भारती के घर रह रहे हैं। इस मामले में 15 मार्च को लालू परिवार के चार सदस्यों के अलावा अन्य 12 लोगों को सीबीआई की अदालत में पेश भी होना है।
पिछले साल यानी 2022 में भी लालू परिवार में होली का उत्साह काफी फीका था।इसीलिए इसे लालू की कुर्ता फाड़ होली भी कहा जाता था। दोपहर तक रंगों की होली मनती तो दोपहर बाद लोग अबीर-गुलाल के साथ लजीज व्यंजनों का लुत्फ उठाते। राजद के नेता-कार्यकर्ता तो जुटते ही, दूसरे दलों के छोटे-बड़े नेता भी लालू की होली में शामिल होना नहीं भूलते। यह वो दौर था, जब लालू खुद सीएम थे या उनके बाद राबड़ी देवी सीएम बनीं। लालू के जेल जाने और बाद में बीमार पड़ने की वजह से अब यह नजारा नदारद है। इसी साल लालू को चारा घोटाला के एक मामले में 5 साल का कारावास और 60 लाख रुपये के जुर्माने की सजा हुई थी। लालू बीमार भी रहने लगे थे। राबड़ी देवी ने पहले ही बता दिया था कि वे होली नहीं मनाएंगी। लालू के जेल में रहने व सजा को उन्होंने इसकी वजह भी बतायी थी!