अब साइबरक्रिमिनल्स की नजर आपके पुराने मोबाइल पर भी हो सकती है! आपका मोबाइल फोन टूट चुका है, आप नया मोबाइल भी ले चुके हैं और अब आपके सामने ये सवाल है कि इस पुराने मोबाइल सेट का क्या करें। ये हर किसी के साथ होता है। घर में कई पुराने मोबाइल फोन इक्ट्ठा होते रहते हैं, जिन्हें अगर सही करवाना हो जो काफी ज्यादा कीमत देनी पड़ती है और इसलिए वो वैसे ही बेकार घर में पड़े रह जाते हैं। अगर कोई आपसे कहे कि आपके इस पुराने मोबाइल के बदले वो आपको पैसे या फिर कोई सामान देगा तो शायद आप भी तैयार हो जाएंगे उस शख्स को अपना टूटा-फूटा पुराना मोबाइल देने के लिए, लेकिन सावधान ये साजिश है आपको थोड़ा सा पैसा देकर अपने जाल में फंसाने की।पूरे देश में एक ऐसा गैंग काम कर रहा है जो पुराने मोबाइल के बदले कोई सामान देता है। खासकर छोटे कस्बों और गांव में मोबाइल बेचने को लेकर फेरी लगाई जाती है। ऐसे लोग गांववालों से पुराने मोबाइल खरीद रहे हैं और उसके बदले में उन्हें फल, सब्जियां, प्लास्टिक का सामान, मुर्गी के चूजे, कपड़े जैसे सामान देते हैं। गांववालों को लगता है कि अब ये पुराना मोबाइल किसी काम का तो है नहीं, घर में रखकर बर्बाद करने से अच्छा है कुछ सामान ही आ जाएगा। इस तरह वो इस गैंग के झांसे में आ जाते हैं।
ये फेरी वाले गांव कस्बों से मोबाइल लेकर इन मोबाइल्स को साइबर क्रिमिन्ल्स को बेचते हैं और फिर वो इनमें से लोगों के पुराने डेटा निकालकर बड़े-बड़े अपराधों को अंजाम देते हैं। लोगों को लगता है कि अगर मोबाइल से सबकुछ डिलीट कर दिया तो अब मोबाइल पूरी तरह से खाली हो चुका है, लेकिन ऐसा होता नहीं। असल में मोबाइल की हार्ड डिस्क में वो सारा डेटा मौजूद रहता है जो पहले कभी मोेबाइल पर आया था। साइबर एक्सपर्ट इस बात को जानते हैं और इसका फायदा उठाते हैं।
आजकल हर किसी बैंक अकाउंट फोन नंबर से कनेक्ट होते हैं। बैंक अपने ओटीपी, ग्राहकों से जुड़ी कई और जानकारियां फोन के माध्यम से ही ग्राहकों तक पहुंचाते हैं। ऐसे में पुराने मोबाइल में वो डेटा भी मौजूद रहता है। आपके पुराने मोबाइल की मदद से साइबर अपराधी आपके बैंक तक पहुंच जाते हैं और आप ये समझ ही नहीं पाते कि ये कैसे हुआ। जब आपके पास मैसेज आता है कि आपके अकाउंट से पैसे निकाल लिए गए तो आपको समझ आता है कि आप साइबर फ्रॉड का शिकार हुए हैं।
इसके अलावा जो मोबाइल आपने खरीदा होता है वो आपके नाम पर रजिस्ट्रर्ड होता है। आप अपना पुराना मोबाइल किसे बेच रहे हैं ये आप जानते ही नहीं। इस तरह के अपराधी जब आपके मोबाइल को क्राइम के वक्त इस्तेमाल करते हैं तो पुलिस की छानबीन के वक्त रजिस्टर्ड ओनर के रूप में आपका नाम सामने आता है फिर आप बिन वजह उस झंझट में फंस जाते हैं जिससे आपका कोई लेनादेना नहीं है।
अगर आपके पास भी पुराने मोबाइल सेट हैं और आप उन्हें बेचना चाहते हैं तो आप बेशक बेचिए, लेकिन कुछ सावधानियों के साथ ताकि आप किसी आने वाले बड़े खतरे से खुद और अपने परिवार को बचा सकें। आप जिसे भी अपना मोबाइल बेचे उससे आईडी प्रूफ जरूर लें ताकि आपके पास ये सबूत रहे कि आपने अपना मोबाइल बेच दिया है और अब आपका उस मोबाइल से कोई लेना-देना नहीं है। अगर आपका मोबाइल चलते-चलते अचानक बंद हो गया है तो उसे बेचने से पहले सही करवाएं। मोबाइल सही करवाने के बाद उसमें मौजूद सारा डेटा हटा दें।
मोबाइल में से डेटा सिर्फ डिलीट करने से वो नष्ट नहीं होता। मोबाइल को बेचने से पहले उसे फेक्ट्री फॉर्मेट पर कर लें जिससे हार्ड डिस्क में मौजूद डेटा भी खत्म हो जाए।अगर आपके पास भी पुराने मोबाइल सेट हैं और आप उन्हें बेचना चाहते हैं तो आप बेशक बेचिए, लेकिन कुछ सावधानियों के साथ ताकि आप किसी आने वाले बड़े खतरे से खुद और अपने परिवार को बचा सकें। आप जिसे भी अपना मोबाइल बेचे उससे आईडी प्रूफ जरूर लें ताकि आपके पास ये सबूत रहे कि आपने अपना मोबाइल बेच दिया है और अब आपका उस मोबाइल से कोई लेना-देना नहीं है। अगर आपका मोबाइल चलते-चलते अचानक बंद हो गया है तो उसे बेचने से पहले सही करवाएं। मोबाइल सही करवाने के बाद उसमें मौजूद सारा डेटा हटा दें। फेरी लगाने वालों को मोबाइल न बेचे क्योंकि ये बकायद सोचे-समझे गैंग की एक साजिश है जिसका मकसद ही लोगों को चूना लगाना है।