नई दिल्ली। आर्थिक मामलों को लेकर मुश्किल में फंसती दिख रही अमेरिकी ओटीटी कंपनी नेटफ्लिक्स के ग्राहकों की संख्या लगातार घटने और कंपनी के शेयर भाव गिरने को लेकर मुकदमा हो गया है। अमेरिकी राज्य कैलिफोर्निया में दायर इस मुकदमे में कंपनी के तीन प्रमुख अधिकारियों को प्रतिवादी बनाया गया है और उनसे उन निवेशकों के लिए हर्जाने की मांग की गई है जिन्होंने तकरीबन साल 2021 की आखिरी तिमाही और साल 2022 की पहली तिमाही के बीच कंपनी के शेयरों के सौदे किए।
जानकारी के मुताबिक नेटफ्लिक्स के शेयरों में जनवरी में करीब 20 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई थी। इसके बाद 20 अप्रैल को इसके शेयर करीब 35 फीसदी तक नीचे गिर गए। अमेरिकी शेयर बाजार में ये हलचल नेटफ्लिक्स की उस स्वीकारोक्ति के बाद मची जिसमें उसने माना कि साल की पहली तिमाही में उसके ग्राहकों में करीब दो लाख की कमी आई है।
ये कंपनी के उस दावे के विपरीत रहा जिसमें उसने 25 लाख नए ग्राहक जोड़ने की बात कही थी। कंपनी के शेयर भाव तब से लगातार गिरते ही जा रहे हैं और 5 मई को बाजार बंद होने तक इसके भाव 118.32 डॉलर तक गिर चुके थे। तीन जनवरी 2022 को कंपनी का शेयर भाव करीब 597.37 अमेरिकी डॉलर था और तब से शुक्रवार तक इसके शेयर 68.48 फीसदी गिर चुके हैं।
कंपनी के शेयरों में इतनी भारी गिरावट के चलते इसके शेयरधारकों में भी हलचल मची हुई है। जानकारी के मुताबिक अमेरिकी राज्य कैलिफोर्निया की एक अदालत में इसी क्रम में नेटफ्लिक्स के खिलाफ मुकदमा दायर हो गया है। कंपनी के ग्राहक संख्या के लक्ष्य को पूरा न कर पाने और कंपनी के शेयरों के दामों में गिरावट के चलते इस मुकदमे के जरिये शेयरधारकों को हर्जाना देने की मांग भी की गई है।
टेक्सास की एक कंपनी की तरफ से दायर इस मुकदमे में कंपनी पर ये आरोप भी लगा है कि इसके अधिकारी बाजार में बढ़ी प्रतियोगिता के बीच कंपनी की सुस्त पड़ती तरक्की और घटती ग्राहक संख्या की जानकारी सार्वजनिक करने में विफल रहे।
कैलिफोर्निया के नॉर्दन डिस्ट्रिक्ट के यूएस डिस्ट्रिक्ट कोर्ट में पिरानी वर्सेज नेटफ्लिक्स इंक के नाम से दाखिल इस मुकदमे में नेटफ्लिक्स के के सह मुख्य अधिकारियों रीड हेस्टिंग्स, टेड सैरेनडॉस के अलावा मुख्य वित्त अधिकारी स्पेंसर नियूमैन को प्रतिवादी बनाया गया है। इसके जरिये 19 अक्तूबर 2021 से लेकर 19 अप्रैल 2022 के बीच कंपनी के शेयरों के सौदे करने वाले निवेशकों को हुए नुकसान की भरपाई की मांग की गई है।