कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, प्रियंका गांधी के साथ ही शाहरुख खान, कार्तिक आर्यन और कैटरीना कैफ समेत कई चर्चित हस्तियां कोरोना पॉजिटिव हो गए हैं। सोनिया तो कोरोना होने की वजह से ही ED के सामने मनी लॉन्ड्रिंग मामले में पूछताछ के लिए पेश नहीं हो पाईं। यानी देश में एक बार फिर से कोरोना सिर उठाने लगा है।
देश में 3 महीने बाद एक हफ्ते में रिकॉर्ड 25 हजार से ज्यादा नए मरीज मिले हैं। पिछले हफ्ते कोरोना मामलों में 45% की बढ़ोतरी हुई। इस दौरान महाराष्ट्र और केरल में सबसे ज्यादा केस बढ़े हैं। ऐसे में एक बार फिर महाराष्ट्र और केरल कोरोना के केंद्र बन गए हैं। इससे पहले भी कोरोना की दूसरी लहर की शुरुआत महाराष्ट्र और केरल से ही हुई थी।
देश में पिछले हफ्ते कोरोना के कितने केस बढ़े हैं?
देश में पिछले हफ्ते, यानी 30 मई से 5 जून के बीच कोरोना के रिकॉर्ड 25,300 मरीज मिले हैं। यह पिछले तीन महीने, यानी 7 से 13 मार्च के बीच मिले केस के बाद सबसे ज्यादा वीकली केस हैं। ये 23-29 मई के केसेज की तुलना में 45% ज्यादा हैं। 23-29 मई के दौरान देश में 17,361 नए मरीज मिले थे। हालांकि, इस दौरान मौतों का कम होना राहत की बात रही।
कोरोना केस बढ़ने की सबसे बड़ी वजह महाराष्ट्र और केरल हैं। देश के कुल कोरोना केस में से अकेले इन दोनों राज्यों में ही 60% केस मिले हैं। देश में मंगलवार को कोरोना के 3,714 नए मरीज मिले। इसके साथ ही एक्टिव केसों की संख्या 27 हजार तक पहुंच गई। वहीं 2 महीने बाद देश में कोरोना पॉजिटिविटी रेट 1% से ऊपर पहुंच गई है, जो चिंताजनक है।
महाराष्ट्र में एक हफ्ते में दोगुने से भी ज्यादा मरीज मिले
महाराष्ट्र में पिछले कुछ दिनों से लगातार कोरोना का बढ़ना जारी है। महाराष्ट्र में पिछले हफ्ते कोरोना के 7,253 नए मरीज मिले, जो उससे पहले के हफ्ते की तुलना में 130% यानी दोगुने से भी ज्यादा हैं। 23-29 मई के दौरान राज्य में कोरोना के 3,142 मरीज मिले थे।
ये 26 फरवरी के बाद से राज्य में एक हफ्ते में कोरोना में सबसे ज्यादा बढ़ोतरी का रिकॉर्ड है। उस समय ओमिक्रॉन की वजह से देश में तीसरी लहर आई थी। 5 जून को महाराष्ट्र में 1,494 कोरोना केस मिले, जो कि 19 फरवरी यानी 106 दिन बाद एक दिन राज्य में कोरोना के सबसे ज्यादा डेली केस हैं।
वहीं, इस दौरान महाराष्ट्र का पॉजिटिविटी रेट बढ़कर 4.25% हो गया है, जो 13 फरवरी के बाद सबसे ज्यादा है। पॉजिटिविटी रेट का मतलब हर 100 कोरोना टेस्ट सैंपल में से पॉजिटिव पाए जाने वाले सैंपल की संख्या होती है।
10 आबादी पर महाराष्ट्र और केरल में सबसे ज्यादा मामले
अब प्रति 10 लाख आबादी में सबसे ज्यादा एक्टिव केस के मामले में महाराष्ट्र देश में केरल के बाद दूसरे नंबर पर आ गया है। महाराष्ट्र में प्रति 10 लाख आबादी पर एक्टिव केसे की संख्या 53, जबकि केरल में 264 है। महाराष्ट्र में सामने आ रहे करीब 96% केसे एसिम्प्टोमैटिक यानी बिना लक्षण वाले हैं।
महाराष्ट्र में बढ़ते कोरोना को देखते हुए सरकार अलर्ट हो गई है और अस्पतालों को बुखार, जुकाम और फ्लू के लक्षण के साथ आने वाले हर व्यक्ति के RT-PCR टेस्ट करने की सलाह दी गई है।
महाराष्ट्र के करीब 60% केस अकेले मुंबई में
सोमवार को महाराष्ट्र में सामने आए 1,036 केसे में से करीब 60-70% मामले, यानी 676 कोरोना केस अकेले मुंबई में सामने आए। वहीं, महाराष्ट्र में पिछले एक हफ्ते में सामने आए कुल कोरोना केसे में से करीब 67.28% केस मुंबई, 17.17% ठाणे से, 3.36% रायगढ़ से और 2% केस पालघर से सामने आए।
महाराष्ट्र में कोरोना से हॉस्पिटलाइजेशन भी धीरे-धीरे बढ़ने लगा है। पूरे महाराष्ट्र में 254 लोग कोरोना की वजह से भर्ती हैं। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे के अनुसार इनमें से 61 एक्टिव केस गंभीर हैं, 3 मरीज वेंटिलेटर पर हैं। सोमवार को मुंबई के विभिन्न कोविड हॉस्पिटल में 54 मरीज भर्ती हुए, जिससे शहर में कोरोना से हॉस्पिटल में भर्ती मरीजों की संख्या 219 हो गई।
वहीं, महाराष्ट्र के 6 जिलों की पॉजिटिविटी रेट भी बढ़ गई है। महाराष्ट्र का वीकली पॉजिटिविटी रेट बढ़कर 4.5% हो गया हैं। राजधानी मुंबई का वीकली पॉजिटिविटी रेट 8.8% है, जो राज्य के पॉजिटिविटी रेट से दोगुना है।
वहीं पालघर जिले का वीकली पॉजिटिविटी रेट 4.9% हो गया है। सोमवार को ठाणे का डेली पॉजिटिविटी रेट बढ़कर 20% हो गया, जो महज एक दिन पहले 10% था।
केरल: 65% से अधिक कोरोना केस मिले
केरल में इस हफ्ते 8 हजार नए कोरोना केस मिले हैं। यह पिछले हफ्ते आए केस से 65% ज्यादा हैं।
UP में बढ़े, दिल्ली में घटे कोरोना के मरीज
दिल्ली में पिछले हफ्ते 2,419 नए केस आए हैं। यह पिछले हफ्ते के मुकाबले 12% कम है। पिछले हफ्ते दिल्ली में कोरोना के 2,757 केस आए थे। वहीं UP में पिछले हफ्ते के मुकाबले कोरोना केस 5% बढ़े हैं।
कोरोना के बढ़ते केस के बीच बूस्टर डोज की मांग बढ़ी
देश में कोरोना के बढ़ते केस के बीच बूस्टर डोज, यानी प्रीकॉशन डोज लगवाने वाले लोगों की संख्या में भी तेजी देखने को मिल रही है। अभी देश में कुल वैक्सीनेशन में बूस्टर शॉट्स का योगदान लगभग 25% है।
कोविन पोर्टल के मुताबिक, देश में कुल 3.54 करोड़ लोगों को अब तक बूस्टर डोज दी जा चुकी है। इनमें महाराष्ट्र में 29 लाख, कर्नाटक में 24 लाख, आंध्र प्रदेश में 38 लाख और गुजरात में 34 लाख लोगों को बूस्टर लग चुकी है।
जैसे-जैसे 18 से 59 आयु वर्ग के लोगों के बीच बूस्टर डोज की मांग बढ़ेगी तो इससे प्राइवेट वैक्सीनेशन में भी तेजी आएगी। वहीं, महाराष्ट्र में भी बढ़ते केस के बीच 10 से 12 दिनों के अंदर बूस्टर डोज लगवाने वाले लोगों की संख्या में वृद्धि देखी गई है। पहले जहां राज्य में रोजाना औसतन 60 हजार लोग बूस्टर डोज लगवा रहे थे। वहीं हाल के दिनों में यह संख्या बढ़कर 1 लाख हो गई है।