तेलंगाना हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस रह चुके जस्टिस सतीश चंद्र शर्मा ने दिल्ली हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश के रूप में आज शपथ ली है । जस्टिस शर्मा को तेलंगना हाईकोर्ट की अधिसूचना के बाद दिल्ली हाई कोर्ट ट्रांसफर कर दिया गया था । उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने आज शर्मा को एक समारोह के दौरान शपथ दिलाई। जहां दिल्ली के के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी मौजूद थे।
जस्टिस सतीश चंद्र शर्मा से पहले दिल्ली हाईकोर्ट के एक्टिंग चीफ जस्टिस विपिन सांघी थे , जो कि अब उत्तराखंड हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस होंगे । रविवार को दिल्ली समेत छह अन्य उच्च न्यायालय में भी नए मुख्य न्यायाधीशों की नियुक्ति की गई। जिसके बारे में जानकारी खुद केंद्रीय कानून मंत्रालय ने ट्वीट कर दी। जिनमें 5 उच्च न्यायालय के न्यायाधीशों को पदोन्नत कर के मुख्य न्यायाधीश बनाया गया ।
सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने पिछले महीने इनके नामों की अनुशंसा की थी। बता दे कि दिल्ली हाईकोर्ट में 13 मार्च को जस्टिस डीएन पटेल के सेना वृत्त होने के बाद से जस्टिस सांघी कार्यवाहक चीफ जस्टिस का कार्यभार देख रहे थे । वहां कोई नियमित चीफ जस्टिस नहीं था।
गौरतलब हो कि जून के शुरुआत में 4 न्यायिक अधिकारियों को, सात उच्च न्यायालय के न्यायाधीश और 8 अधिवक्ताओं के साथ ही अतिरिक्त न्यायाधीश के रूप में पदोन्नत किया गया था । वही झारखंड और उड़ीसा के उच्च न्यायालय में एक-एक न्यायाधीश की नियुक्ति की गई थी , जहां पटना, राजस्थान, मुंबई ,कोलकाता और मद्रास के उच्च न्यायालयों में दो-दो नियुक्त की गई थी । जिसकी जानकारी विविध मंत्रालय की तरफ से दी गई थी।
विधि विभाग के मंत्रालय की तरफ से दी गई जानकारी के मुताबिक दिल्ली हाई कोर्ट के जस्टिस विपिन सांघी को उत्तराखंड का चीफ जस्टिस बना दिया गया है । वहीं मुंबई हाई कोर्ट के जस्टिस अमजद ए सैयद को हिमाचल प्रदेश का मुख्य न्यायाधीश नियुक्त किया गया है। जस्टिस एसएस शिंदे को मुंबई हाई कोर्ट और राजस्थान हाई कोर्ट का चीफ जस्टिस बनाया गया है। वही तेलंगाना हाई कोर्ट के जस्टिस उज्जवल घुइयां को इसी हाईकोर्ट में मुख्य न्यायाधीश बनाया गया है, जबकि गुजरात उच्च न्यायालय के रश्मिन एम छाया को गुवाहाटी हाई कोर्ट का चीफ जस्टिस नियुक्त किया गया है।
वहीं कानून मंत्रालय की अधिसूचना में न्याय विभाग द्वारा जारी की गई घोषणा में बताया गया कि केरल उच्च न्यायालय के चार अतिरिक्त न्यायाधीशों को भी न्यायाधीश के रूप में पदोन्नत किया गया है। बिहार के 7 न्यायिक अधिकारी और जम्मू कश्मीर के एक वकील को न्यायाधीश के रूप में नियुक्त किया गया था । 31 मई को क्रमशः दो अधिवक्ता और दो न्यायिक अधिकारी को दिल्ली और कोलकाता के उच्च न्यायालय का न्यायाधीश बनाया गया था। साथ ही सरकार ने औपचारिक रूप से इस पद पर उनकी नियुक्ति की घोषणा की थी । बता दें कि उच्चतम न्यायालय की सेना वृत्त न्यायाधीश रंजना प्रकाश देसाई को भारतीय प्रेस परिषद यानी पीसीआई की पहली महिला अध्यक्ष बनाया गया है।
जस्टिस सतीश चंद्र शर्मा का जन्म मध्य प्रदेश के भोपाल में 30 नवंबर , 1961 मैं हुआ था । उन्हें मध्यप्रदेश हाईकोर्ट ने साल 2003 में 42 वर्ष की उम्र में ही वरिष्ठ अधिवक्ता मनोनीत किया था। वह तेलंगाना हाई कोर्ट में चीफ जस्टिस पद संभाले से पहले कर्नाटक हाईकोर्ट में एक्टिंग चीफ जस्टिस थे। फिलहाल दिल्ली हाईकोर्ट में 33 न्यायधीश मौजूद हैं।
जनवरी 2008 में जस्टिस वर्मा को मध्यप्रदेश हाईकोर्ट के न्यायाधीश के रूप में प्रोन्नत किया गया था , जिसके बाद जनवरी 2010 में वो स्थाई न्यायाधीश के रूप में नियुक्त हुए जनवरी 2010 में उनका ट्रांसफर कोलकाता हाई कोर्ट में किया गया था। उसके उपरांत वह 11 अक्टूबर 2021 से तेलंगाना हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस थे।