चिकित्सा शिक्षा, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, परिवार कल्याण तथा मातृ शिशु कल्याण विभाग संभाल रहे उप मुख्यमंत्री पाठक ने मौजूदा सत्र में हुए स्थानांतरण की खामियों का जिक्र करते हुए सोमवार को अपर मुख्य सचिव, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य को पत्र लिखकर जवाब मांगा है. पाठक का यह पत्र सोशल मीडिया पर पोस्ट किया गया है. उन्होंने पत्र लिखकर सत्र में हुए सभी ट्रांसफर के कारण सहित सभी डिटेल उपलब्ध कराने के निर्देश दिए है। साफतौर पर डिप्टी सीएम ने चार बिंदुओं पर स्पष्टीकरण मांगा है. उन्होंने कहा है कि ट्रांसफर के दौरान स्थानांतरण नीति का पालन नहीं किया गया है. उन्होंने अपर मुख्य सचिव से स्थानांतरण का कारण स्पष्ट करने व विवरण उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है.योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व की पहली सरकार (2017-2022) में कैबिनेट मंत्री रहे ब्रजेश पाठक ने वर्ष 2021 में कोविड-19 महामारी के दौरान अप्रैल महीने में अपर मुख्य सचिव को पत्र लिखकर लखनऊ की अव्यवस्था का जिक्र करते हुए नाराजगी जताई थी. योगी के दूसरे कार्यकाल में उप मुख्यमंत्री बनाये गये पाठक को चिकित्सा शिक्षा, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, परिवार कल्याण तथा मातृ शिशु कल्याण विभाग की जिम्मेदारी मिली है. इस बार ट्रांसफर सेशन में 25 जिलों में नए CMO तैनात हुए। इनमें से कई के खिलाफ विभागीय जांच चल रही है। कुछ पर आरोप साबित हो चुके हैं। कुछ ऐसे हैं, जो हार्ट पेशेंट है। कुछ ऐसे डॉक्टरों को CMO बनाया गया है, जो शासनादेश के विपरीत है। छानबीन में सामने आया कि लीवर की बीमारी की वजह से पिछले 5 साल से तबादला मांग रहे दीपेंद्र सिंह का मौत के बाद ट्रांसफर किया गया।
चिकित्सा शिक्षा, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, परिवार कल्याण तथा मातृ शिशु कल्याण विभाग संभाल रहे उप मुख्यमंत्री पाठक ने मौजूदा सत्र में हुए स्थानांतरण की खामियों का जिक्र करते हुए सोमवार को अपर मुख्य सचिव, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य को पत्र लिखकर जवाब मांगा है. पाठक का यह पत्र सोशल मीडिया पर पोस्ट किया गया है. ब्रजेश पाठक ने मंगलवार को बताया, ‘‘मुझे पता चला है कि वर्तमान सत्र में जो भी स्थानांतरण किये गये हैं, उनमें स्थानांतरण नीति का पूर्णत: पालन नहीं किया गया है. इसलिए जिसका भी स्थानांतरण किया गया है उनके स्थानांतरण किये जाने का कारण स्पष्ट करते हुए अपर मुख्य सचिव से उनका संपूर्ण विवरण उपलब्ध कराने को कहा है.’’ तबादलों की खामियों को गिनाते हुए उप मुख्यमंत्री ने कहा है कि प्रदेश की राजधानी होने के कारण लखनऊ में हर जिले से मरीजों को रेफर किया जाता है। इसके बावजूद लखनऊ सहित कई जिलों के प्रमुख अस्पतालों से बड़े पैमाने पर डॉक्टरों के तबादले किए गए। उन्होंने पूछा कि ऐसे में स्वास्थ्य व्यवस्था सुचारू रखने को क्या किया जा रहा है, इसका भी विवरण दें। जिन डॉक्टरों का स्थानांतरण किया गया है, क्या यह सत्यापित कर लिया गया है कि स्थानांतरित डॉक्टरों से पहले से वहां उस जिले, मंडल या अस्पताल में कोई चिकित्साधिकारी तैनात नहीं है।’’ उन्होंने पूछा, ‘‘इतने महत्वपूर्ण और बड़े अस्पतालों तथा अन्य जिलों के बड़े अस्पतालों से इतनी बड़ी संख्या में डॉक्टरों का स्थानांतरण कर देने व उनके स्थान पर किसी को नियुक्त नहीं करने से चिकित्सा व्यवस्था को सुचारू रूप से चलाने के लिए क्या किया जा रहा है.’’
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