क्या अशरफ भी बनना चाहता था अतीक अहमद की तरह पावरफुल गैंगस्टर?

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अशरफ भी अतीक अहमद की तरह पावरफुल गैंगस्टर बनना चाहता था! उत्तर प्रदेश के माफिया अतीक अहमद के बारे में पिछले कुछ समय इतनी खबरें सामने आई कि उसके पूरे परिवार की कहानी सबके सामने है, लेकिन अतीक के साथ एक और शख्स की हत्या हुई, अतीक के भाई अशरफ की। अशरफ की पहचान हमेशा अतीक से जुड़ी रही। अतीक के हर काले कारनामे में अशरफ ने उसका साथ दिया, दुनिया को यही लगा कि इन दो भाइयों में कितना प्यार है, लेकिन हकीकत कुछ सालों में बदलने लगी थी। खैर अतीक-अशरफ के काले कारनामों की नहीं आज हम बात करेंगे अशरफ की दूसरी दुनिया की, यानी उसके परिवार की। अशरफ अतीक का छोटा भाई था। बचपन से ही वो अपने भाई अतीक के साये में पला। अतीक ने ही अशरफ को एमएलए बनवाया। यहां तक कि अशरफ की वजह से ही हुआ राजू पाल हत्याकांड। खैर ये बातें तो अशरफ के क्राइम से जुड़ी हम बात कर रहे हैं अशरफ के परिवार। अशरफ शुरू से ही अपने भाई की हर बात मानता था। बस शादी के लिए भी अतीक ने अशरफ को तैयार किया।

साल 2003 में अतीक की पत्नी शाइस्ता परवीन ने ही अशरफ के लिए लड़की चुनी। नाम था जैनब फातिमा। जैनब इतनी खूबसूरत थी कि अशरफ को एक नजर में पसंद आ गई। जैनब की खूबसूरती का न सिर्फ अशरफ दिवाना था बल्कि उसका पूरा परिवार भी जैनब को बेहद पसंद करता था, लेकिन जैनब और शाइस्ता परवीन के बीच रिश्ते धीरे-धीरे बदलने लगे। जब अशरफ और जैनब की शादी हुई तो अतीक के परिवार के साथ ही ये लोग भी रहने लगे। शुरू-शुरू में तो सब कुछ ठीक था, लेकिन बाद में जैनब को ये लगने लगा था कि पूरा घर शाइस्ता परवीन के कब्जे में है। वो शाइस्ता से हर बात में मुकाबला करने लगी थी। अशरफ और जैनब की जिंदगी में दो बेटियां आई जबकि अतीक के 5 बेटे थे। हालांकि अशरफ अपनी बेटियों को भी बेहद प्यार करता था, लेकिन उसका लगाव अतीक के बेटों से भी कम नहीं था। जैनब को लगता था कि उसका पति अतीक के सामने कुछ भी नहीं है। जैनब के दिमाग में ये बात घर करने लगी थी। वो अपने और अपनी बेटियों के लिए वही सब चाहती थी जो शाइस्ता के पास था। मीडिया में छपी खबरों के मुताबिक खुद अतीक के वकील सौलत खान से पुलिस कस्टडी में ये खुलासा किया था।

अशरफ अपनी पत्नी को बेहद प्यार करता था, लेकिन भाई अतीक से भी अलग नहीं हो सकता था। जैनब चाहती थी कि अशरफ अपना अलग गैंग बनाए। अशरफ ने इसपर काम करना भी शुरू कर दिया था। बाद में अशरफ और जैनब फातिमा अलग रहने लगे थे। अशरफ ने कारोबारियों से अलग से रंगदारी वसूलनी भी शुरू कर दी थी। ये उन दिनों की बात है जब अतीक साबरमती जेल में चला गया था। तब गैंग की कमान अतीक की पत्नी शाइस्ता ने ले ली थी। जैनब के साथ-साथ अशरफ को भी ये बात ज्यादा पसंद नहीं आ रही थी।

अतीक के वकील सौलत ने इन सब बातों का खुलासा किया था। सौलत ने बताया कि एक बार किसी कारोबारी ने एक लग्जरी कार शाइस्ता परवीन को दी। अशरफ ने इसपर काम करना भी शुरू कर दिया था। बाद में अशरफ और जैनब फातिमा अलग रहने लगे थे। अशरफ ने कारोबारियों से अलग से रंगदारी वसूलनी भी शुरू कर दी थी। ये उन दिनों की बात है जब अतीक साबरमती जेल में चला गया था। तब गैंग की कमान अतीक की पत्नी शाइस्ता ने ले ली थी। जैनब के साथ-साथ अशरफ को भी ये बात ज्यादा पसंद नहीं आ रही थी।इसके बाद अशरफ की पत्नी जैनब भी अपने पति से वैसे ही कार की मांग करने लगी। पत्नी को खुश करने के लिए अशरफ ने उस कारोबारी को काफी धमकाया और उसने शाइस्ता जैसी कार जैनब को भी दी। इस तरह की कई घटनाएं अतीक के परिवार में हो रही थी। जैनब फातिमा अपनी जेठानी शाइस्ता को पसंद नहीं करती थी और ना ही शाइस्ता जैनब को।

अशरफ और जैनब करीब 20 साल एक दूसरे के साथ रहे। अशरफ की हत्या से पहले जैनब ने अपनी पति की सुरक्षा के लिए पुलिस की शरण भी ली थी। उसने कहा था कि उसके पति की हत्या हो सकती है। उसके बाद इसी साल अप्रैल में अशरफ और अतीक पर हमला हुआ जिसमें दोनों की मौत हो गई। खबर सामने आई थी कि जैनब ने अशरफ की हत्या के लिए शाइस्ता के बेटे असद को दोषी माना था। जैनब ये मानती थी कि अगर असद ने एनकाउंटर न किया होता तो शायद उसका पति जिंदा होता।