मनीष सिसोदिया पर शराब घोटाले का इल्जाम लगा है! केंद्रीय जांच अभिकरण ने दिल्ली के उप-मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के दूसरे नंबर के नेता मनीष सिसोदिया से कथित शराब घोटाले में पूछताछ कर रही है। इसके विरोध में आप के नेताओं की पूरी फौज सीबीआई दफ्तर के बाहर जुट गई और धरने पर बैठ गई। उनका आरोप है कि बीजेपी को गुजरात विधानसभा चुनाव में आप के हाथों बुरी तरह पराजित होने का डर सता रहा है, इसलिए वह आप के खिलाफ साजिश रच रही है। वहीं, बीजेपी ने पलटवार में तीन नाम गिना दिए और कहा कि इन तीनों ने भी आरोप लगने पर साजिश रचे जाने का आरोप लगाया था, लेकिन आज तीनों जेल में हैं। बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि नवाब मलिक, संजय राउत और सत्येंद्र जैन भी खुद को पाक साफ बता रहे थे, लेकिन उनमें किसी को अब तक जमानत नहीं मिल पाई है। पात्रा ने नैशनल हेराल्ड केस में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी से सीबीआई की पूछताछ के विरोध में कांग्रेसियों के धरना-प्रदर्शन की भी याद दिलाई। उन्होंने कहा कि इससे पहले जब नैशनल हेराल्ड मामले में कांग्रेस नेता राहुल गांधी को बुलाया गया था तब ठीक इसी प्रकार की ‘नौटंकी’ कांग्रेस ने की थी। उन्होंने मनीष सिसोदिया के सीबीआई दफ्तर जाते वक्त तिरंगा लहराने और आप कार्यकर्ताओं के साथ रोड शो जैसा नजारा पेश करने को ‘जश्न-ए-भ्रष्टाचार’ बताया।
सीबीआई ने अगस्त 2017 में सत्येंद्र जैन और उनकी पत्नी पूनम जैन समेत कुल छह आरोपियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की थी। सीबीआई ने एफआईआर में कहा था कि जैन ने 14 फरवरी, 2015 से 31 मई, 2017 के बीच दिल्ली सरकार में मंत्री के पद पर रहते हुए आय के ज्ञात स्रोतों से अधिक संपत्ति अर्जित की है। प्रवर्तन निदेशालय ने उसी एफआईर के आधार परअप्रैल महीने में जैन के परिवार और कंपनियों से जुड़ी ₹4.81 रुपये मूल्य की संपत्ति अटैच की थी। फिर एजेंसी ने 30 मई को सत्येंद्र जैन को धन शोधन विरोधी कानून के तहत गिरफ्तार कर लिया। उन पर चार कंपनियों के जरिए पैसे की हेराफेरी करने का आरोप है। इसी केस की जांच के सिलसिले में ईडी ने 6 जून को सत्येंद्र जैन और उनके सहयोगियों के ठिकानों पर छापेमारी की और 2.85 करोड़ रुपये की नकदी और सोने के 133 सिक्के जब्त किए।
फिर ईडी ने 1 जुलाई को जैन के दो सहयोगियों वैभव जैन और अंकुश जैन को भी गिरफ्तार कर लिया था। ईडी ने सत्येंद्र जैन के खिलाफ 27 जुलाई को चार्जशीट दायर की। इसमें एजेसीं ने 10 लोगों को नामजद आरोपी बनाया जिनमें एक सत्येंद्र की पत्नी पूनम जैन भी हैं। 17 सितंबर को सीबीआई की विशेष अदालत ने ईडी को जैन से जेल में ही पूछताछ करने की अनुमति दे दी थी। ईडी ने दिल्ली सरकार की नई शराब नीति से जुड़े भ्रष्टाचार के मामले में सत्येंद्र जैन की मिलीभगत का आरोप लगाकर उनसे पूछताछ की अनुमति मांगी थी। जैन ने ईडी की पूछताछ में कहा कि वो कोरोना वायरस से संक्रमित हुए थे और कोविड महामारी के कारण उनकी यादाश्त कमजोर हो गई है। बहरहाल, दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी यानी आप (AAP) के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने सत्येंद्र जैन को कट्टर ईमानदार बताया था। हालांकि, सत्येंद्र जैन को साढ़े चार महीनों से भी ज्यादा वक्त से जमानत भी नहीं मिल पाई है और तब से वो जेल में हैं।
तत्कालीन शिवसेना के नेता संजय राउत जब पूछताछ के लिए प्रवर्तन निदेशालय ED की ऑफिस जा रहे थे तब उनके घर का नजारा कुछ वैसा ही था, जैसा कि आज मनीष सिसोदिया के घर दिखा। वह तारीख 31 जुलाई, 2022 थी। संजय राउत को ईडी ऑफिस जाना था। उनके घर मीडिया का हुजूम उमड़ पड़ा। राउत के घर से निकलने से पहले कैमरे पर उनकी मां और पत्नी दिखीं। संजय राउत मां से आशीर्वाद लेते दिखे और जब बाहर निकले तो खुद को जांबाज के रूप में पेश किया। ईडी ऑफिस जाते हुए उन्होंने मीडिया के सामने दहाड़ लगाई और बीजेपी एवं केंद्र सरकार को खूब खरी-खोटी सुनाई। अगले ही दिन 1 अगस्त को ईडी ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। उन पर मुंबई के गोरेगांव वेस्ट इलाके में मौजूद पात्रा चॉल रीडिवेलपमेंट प्रॉजेक्ट में घोटाले का आरोप है। ईडी के अधिकारियों ने इसी केस के सिलसिले में 31 जुलाई को संजय राउत के घर पर छापेमारी की थी। पहले संजय राउत के खिलाफ जांच और छापेमारी और फिर उनकी गिरफ्तारी को राजनीतिक षडयंत्र बताया गया और पार्टी बार-बार दावा करती रही कि अदालत में मुकदमा जाएगा तो दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा। संजय राउत की जेल यात्रा के ढाई महीने से ज्यादा हो चुके हैं। संजय राउत अब भी न्यायिक हिरासत में हैं । 10 अक्टूबर को अदालत ने उनकी न्यायिक हिरासत आज यानी 17 अक्टूबर तक बढ़ा दी थी। अब कल यानी 18 अक्टूबर को उनकी जमानत याचिका पर सुनवाई होगी। संजय राउत ने 12 अक्टूबर को जेल से अपनी मां के नाम बड़ी भावुक चिट्ठी लिखी थी।
बहरहाल, बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने मनीष सिसोदिया से सीबीआई की पूछताछ के विरोध में आप नेताओं-कार्यकर्ताओं के विरोध प्रदर्शन पर चुटकी लेते हुए कहा कि उनका यह व्यवहार ऐसा था मानो आप ने ‘भ्रष्टाचार का विश्व कप’ जीता हो। उन्होंने पेशी के दौरान सिसोदिया के खुली कार में समर्थकों संग नारेबाजी किए जाने पर भी तंज कसा। उन्होंने कहा, ‘आज सभी ने आम आदमी पार्टी का ड्रामा देखा। आप याद करिए चंद दिनों पहले ठीक इसी प्रकार का दृश्य राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी का देखने को मिल रहा था। पहले तो भ्रष्टाचार कीजिए, दलाली करिए और जब आपसे सवाल पूछा जाए तो आप जश्न मनाइए। ये कहना अतिशयोक्ति नहीं होगा कि ये जश्न-ए-भ्रष्टचार है। आम आदमी कितनी बड़ी नौटंकी पार्टी है कि जो लोग भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ने आए थे, आज वही सबसे कट्टर बेईमान पार्टी बनकर उभरी है।’
उन्होंने सीबीआई मुख्यालय जाने से पहले सिसोदिया के राजघाट जाने पर भी तंज कसा और कहा कि आजकल एक नया प्रचलन शुरू हो गया है कि जब भ्रष्टाचारियों को सवाल-जवाब के लिए बुलाया जाता है तो वे सबसे पहले सत्याग्रह करने राजघाट चले जाते हैं। उन्होंने कहा, ‘सत्याग्रह और भ्रष्टाचार में कोई मेल ही नहीं है। यह भगत सिंह का भी अपमान है और महात्मा गांधी का भी घोर अपमान है। राहुल गांधी भी वहीं गए थे और मनीष सिसोदिया भी वहीं गए।’ गौरतलब है कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रविवार को सिसोदिया की तुलना भगत सिंह से की थी।