हाल ही में स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर पीएम मोदी ने बहुत कुछ बोला था! पीएम नरेंद्र मोदी ने स्वतंत्रता दिवस पर अपने भाषण के जरिए 2024 चुनाव की थीम भी सेट कर गए। उन्होंने अपने भाषण में उन-उन शब्दों का भी जिक्र किया जिससे वो विपक्षी दलों पर निशाना साधते हैं। मौका जब देश को संबोधित करने का था तो उन्होंने अपनी सरकार की उपलब्धियां भी गिना दीं। पीएम मोदी ने वैसे तो अपने भाषण में तमाम मुद्दों का जिक्र किया लेकिन कुछ ऐसे शब्द जिनके जरिए उन्होंने अपना लक्ष्य बता दिया है। पीएम मोदी ने इस बार के भाषण में देशवासियों की जगह परिवारजनों कहा। उनके इस शब्द के कई मायने निकाले जा रहे हैं। माना जा रहा है कि इस शब्द के जरिए पीएम मोदी देश के लोगों से कनेक्ट होने की कोशिश की है। वो इसके जरिए ये बताने की कोशिश कर गए कि प्रधानमंत्री देश के 140 करोड़ लोगों के परिवार का ही हिस्सा हैं।
पीएम मोदी ने इसके साथ ही बिना नाम लिए विपक्ष पर निशाना साध गए। उन्होंने कहा कि सामाजिक न्याय के लिए परिवारवाद और भाई भतीजावाद प्रतिभाओं के दुश्मन होते हैं, योग्यताओं को नकारते हैं। इसलिए परिवारवाद को इस देश के लोकतंत्र की मजबूती के लिए उसकी मुक्ति जरूरी है। सर्वजन हिताय और सर्वजन सुखाय हर किसी को इसका हक मिले इसलिए सामाजिक न्याय के लिए भी ये जरूरी है। तुष्टीकरण ने सामाजिक न्याय का सबसे बड़ा नुकसान किया है। अगर सामाजिक न्याय को तबाह किसी ने किया है तो ये तुष्टीकरण की सोच, तुष्टीकरण की राजनीति, तुष्टीकरण के लिए योजनाओं का तरीका इसने सामाजिक न्याय को मौत के घाट उतार दिया है। भ्रष्टाचार विकास का सबसे बड़ा दुश्मन है। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि पीएम के परिवारजनों शब्द के पीछे भी अर्थ छिपा हुआ है। उन्होंने कहा कि हम परिवारवाद से नहीं जुड़े हुए है पूरे देश की जनता को पीएम परिवार मानते हैं।
पीएम नरेंद्र मोदी ने हाल के दिनों में न्यायपालिका और सरकार के बीच तनानती की खबरों को दरकिनार करते हुए शीर्ष अदालत की एक पहल को जमकर सराहा। उन्होंने कहा कि भारत की सु्प्रीम कोर्ट ने कहा है कि अब वो जो जजमेंट देंगे उसका जो ऑपरेटिव पार्ट होगा वो जो अदालत में आया है उसको उसकी भाषा में उपलब्ध होगा। बता दें कि सीरियल बम धमाके का जमाना बीती हुई। निर्दोषों की जो मौत होती थी वो अब बीते हुए कल की बात हो गई है। आज देश में आतंकी हमलों में भारी कमी आई है। नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में भी बहुत बड़ा बदलाव आया है। परिवर्तन का वातावरण बना है। पीएम मोदी ने अपने भाषण में महिला शक्ति का भी जमकर जिक्र किया। उन्होंने कहा कि चंद्रयान-3 की कमान महिला वैज्ञानिकों के हाथ में है। देश की महिलाएं देश को आगे बढ़ाने में योगदान दे रही हैं।
पीएम मोदी पर विपक्ष ने मणिपुर पर चुप्पी साधने का आरोप लगाया था। लेकिन पीएम ने लाल किले के प्राचीर से इस मामले का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि मणिपुर में अब शांति है। उन्होंने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार मिलकर वहां शांति के लिए कदम उठा रहे हैं। देश मणिपुर के लोगों के साथ है। देश मणिपुर के लोगों को पिछले कुछ दिनों से जो शांति बनाए रखी है, उस शांति के पर्व को आगे बढ़ाएं। इस भाषण के जरिए पीएम ने एक तरह से विपक्ष को जवाब भी दे दिया।
पीएम मोदी ने आतंकी हमलों को लेकर भी विपक्ष का बिना नाम लिए निशाना साधा। उन्होंने कहा कि पहले आए दिन हम सुना करते थे यहां बम धमाका हुआ वहां बम धमाका हुआ। हर जगह लिखा होता था कि इस बैग को मत छूना। आज देश शांति को देख रहा है। सीरियल बम धमाके का जमाना बीती हुई। निर्दोषों की जो मौत होती थी वो अब बीते हुए कल की बात हो गई है। आज देश में आतंकी हमलों में भारी कमी आई है। नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में भी बहुत बड़ा बदलाव आया है। परिवर्तन का वातावरण बना है।
पीएम मोदी ने अपने भाषण में युवाओं का भी खूब जिक्र किया। उन्होंने कहा कि आज मेरे युवाओं ने दुनिया में पहले तीन स्टार्टअप इकोसिस्टम में भारत को स्थान दिला दिया है। विश्व के युवाओं को अचंभा हो रहा है। भारत ने जो कमाल किया है वो दिल्ली, मुंबई और चेन्नै तक ही नहीं है। टियर टू और टियर 3 के शहर भी कीर्तिमान गढ़ रहे हैं। कितने बड़े गौरव का कालखंड है कि आज 30 साल से कम आयु की जनसंख्या दुनिया में कही हैं तो ये भारत मां की गोद में है।