क्या इस बार का बजट साबित हुआ फायदेमंद?

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आज हम आपको बताएंगे कि इस बार का बजट फायदेमंद साबित हुआ या नहीं! आम बजट अभी बाकी बचा हुआ है। बजट को अंतिम रूप देने की तैयारी भी अंतिम चरण में है। इस बीच देश के टैक्सपेयर्स से लेकर छोटे कारोबारी तक वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की तरफ उम्मीद भरी नजरों से निहार रहे हैं। टैक्सपेयर्स को उम्मीद है कि 8 साल बाद वित्त मंत्री टैक्स छूट दे सकती हैं। हेल्थ बीमा से लेकर महंगाई से लोग राहत मिलने की आशा कर रहे हैं। होम लोन पर भी ब्याज छूट बढ़ाने की उम्मीद है। तो इस बार वित्त मंत्री के पिटारे से क्या निकलेगा, किसे मिलेगी राहत ये अगले दो दिन में तो साफ हो जाएगा। लेकिन माना जा रहा है कि वित्त मंत्री सैलरी पेशा लोगों को कुछ राहत दे सकती हैं। सीतारमण 2024 के चुनाव से पहले अपना अंतिम पूर्ण बजट पेश करेंगी। माना जा रहा है कि इस बार सैलरी पेशा वर्ग को मोदी सरकार राहत की घोषणा कर सकती है। 2014 में अंतिम बार तत्कालीन वित्त मंत्री अरुण जेटली ने टैक्स छूट की सीमा बढ़ाई थी। 8 साल से टैक्स की सीमा नहीं बढ़ाई गई है। यानी इस बार टैक्स स्लैब में बदलाव हो सकता है। माना जा रहा है कि इस बार मौजूदा टैक्स सीमा को 2.5 लाख को बढ़ाया जा सकता है। विशेषज्ञों का अनुमान है कि टैक्स छूट सीमा को बढ़ाकर 5 लाख तक किया जा सकता है।

माना जा रहा है कि सरकार वेतनभोगियों को 80C के तहत मिलने वाली निवेश छूट की सीमा भी बढ़ाने की तैयारी में है। अभी 80 सी के तहत 1.5 लाख तक के निवेश पर टैक्स छूट मिलती है। ऐसी खबरें हैं कि वित्त मंत्री इस बार के बजट में इस सीमा को बढ़ाकर सालाना 2 लाख कर सकती हैं। आयकर के 80TTA के तहत डाकघर, बैंक समेत कोऑपरेटिव जमा के तहत मिलने वाली ब्याज पर अभी टैक्स छूट 10 हजार सालाना है। यानी अगर आपको इन जगहों पर जमा राशि से 10 हजार तक ब्याज मिलता है तो वो टैक्स छूट के दायरे में आता है। माना जा रहा है कि इस बार वित्त मंत्री इसे बढ़ाकर 50 हजार तक कर सकती हैं।

महंगाई को काबू में रखने के लिए आरबीआई ने इस साल रेपो रेट में कई बार बढ़ोतरी की है। इसका सीधा असर बैंकों के ब्याज दरों पर पड़ा और कर्ज लेना महंगा हो गया। ऐसे में होम लोन वालों के लिए किस्त भी ब्याज दरें बढ़ने के कारण बढ़ गई।महंगाई को काबू में रखने के लिए आरबीआई ने इस साल रेपो रेट में कई बार बढ़ोतरी की है। इसका सीधा असर बैंकों के ब्याज दरों पर पड़ा और कर्ज लेना महंगा हो गया। ऐसे में होम लोन वालों के लिए किस्त भी ब्याज दरें बढ़ने के कारण बढ़ गई। पर माना जा रहा है कि इस बार वित्त मंत्री आयकर टैक्स के 24B के तहत होम लोन के तौर पर दी जाने वाली ब्याज छूट की मौजूदा सीमा 2 लाख को बढ़ाकर 5 लाख तक कर सकती हैं।पर माना जा रहा है कि इस बार वित्त मंत्री आयकर टैक्स के 24B के तहत होम लोन के तौर पर दी जाने वाली ब्याज छूट की मौजूदा सीमा 2 लाख को बढ़ाकर 5 लाख तक कर सकती हैं।

इस साल महंगाई से आम लोगों की कमर टूट गई है। पेट्रोल-डीजल के दाम कम होने का नाम नहीं ले रहे हैं। खाने-पीने की चीजें भी काफी महंगी हो गई है। ऐसे में सबकी नजरें निर्मला सीतारमण के राहत घोषणाओं पर होंगी। इसका सीधा असर बैंकों के ब्याज दरों पर पड़ा और कर्ज लेना महंगा हो गया। ऐसे में होम लोन वालों के लिए किस्त भी ब्याज दरें बढ़ने के कारण बढ़ गई। पर माना जा रहा है कि इस बार वित्त मंत्री आयकर टैक्स के 24B के तहत होम लोन के तौर पर दी जाने वाली ब्याज छूट की मौजूदा सीमा 2 लाख को बढ़ाकर 5 लाख तक कर सकती हैं।पर माना जा रहा है कि इस बार वित्त मंत्री आयकर टैक्स के 24B के तहत होम लोन के तौर पर दी जाने वाली ब्याज छूट की मौजूदा सीमा 2 लाख को बढ़ाकर 5 लाख तक कर सकती हैं।आम जनता वित्त मंत्री से उम्मीद भरी नजरों से देख रही है। माना जा रहा है कि वित्त मंत्री महंगाई के मोर्चे पर भी कुछ बड़ा ऐलान कर सकती हैं।हाल के दिनों में देश में हेल्थ बीमा को लेकर लोगों में काफी जागरूकता आई है। लोग हेल्थ बीमा की सीमा को बढ़ा रहे हैं। अभी तक सरकार हेल्थ बीमा में छूट की सीमा पति-पत्नी और बच्चों पर 25 हजार तक है। वहीं बुजुर्ग माता-पिता के लिए यह छूट 50 हजार रुपये तक है। माना जा रहा है कि इस बार के बजट में वित्त मंत्री इस सीमा को बढ़ा सकती हैं।