क्या आपके दातों में है तेज दर्द? तो करें ये उपाय!

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कभी-कभी ऐसी स्थिति उत्पन्न हो जाती है जब हमारे दांतों में बहुत तेज दर्द होने लग जाता है! दर्द चाहे शरीर का हो या फिर कहीं और का, जो इस बीमारी-समस्या झेल रहा होता है। उसे काफी परेशानी होती है। वहीं यदि दर्द रात के समय हो तो उचित इलाज के लिए न तो लोग परामर्श ले पाते हैं और न ही कोई उपाय कर पाते हैं। उस कंडीशन में दर्द अधिक होने पर लोग इमरजेंसी में जाकर ट्रीटमेंट करवाते हैं।दांत का दर्द होने पर हम बिना मरीज को देखे दवा लेने का सुझाव नहीं देते हैं। लेकिन रात के समय यदि दांतों का दर्द उठे तो उसे कुछ सुझाव जरूर आजमाने चाहिए। ताकि तत्काल समय के लिए दर्द से निजात पाकर दिन में एक्सपर्ट की सलाह लेकर उपचार कराया जा सके। वैसे दांतों में दर्द होने के कई वजह हो सकते हैं।

दांत सड़ने की वजह से लोगों को दांत का दर्द हो सकता है। एक्सपर्ट बताते हैं कि दांत में सड़न की वजह से आगे चलकर कैविटी की समस्या बनती है। यदि इलाज न किया जाए तो मरीज को दर्द होता है। कैविटी होने पर इनेमल से बैक्टीरिया और एसिड निकलता है जो दांत के टिशू को नष्ट करते हैं। यही कारण है कि लोगों को दर्द होता है।

कई लोगों को साइनस का इंफेक्शन होने के कारण उन्हें दांत में दर्द होता है। इस बीमारी की वजह से उन्हें रात में दर्द की समस्या होती है।

गम डिजीज होने की वजह से 

रात में दांत पीसने की वजह से

गम्स या फिर दांत में खाना फंसने की वजह से

विसडम टीथ या अडल्ट टीथ आने की वजह से

जबड़े में चोट लगने की वजह से

मसूड़े में फोड़े होने के कारण

मसूड़े में पस जमने की वजह से

दांत में पहले किया हुआ फिलिंग निकलने के कारण

कई बार दांत का दर्द प्रसव पीड़ा से बी अधिक होता है। ऐसा तब होता है जब मसूड़े में पस जम जाए। रात में दर्द उठने की वजह यह भी है कि जब व्यक्ति सोता है तो खून का संचार सिर में होता है। सिर में ज्यादा ब्लड जाने के कारण दर्द और प्रेशर बढ़ता है, इस वजह से लोगों को ज्यादा दर्द होता है।  

डॉक्टर बताते हैं कि यदि किसी को ठंडे पानी या खाद्य पदार्थ के कारण दांतों में सनसनाहट है तो उसे यह उपाय आजमाना चाहिए। इसके तहत पानी को गुनगुना कर उसमें नमक डालकर गरारे करना चाहिए। इससे मरीज को कुछ समय के लिए राहत मिलेगी। यदि रात में आराम रहा तो अगले ही दिन मरीज को एक्सपर्ट की सलाह लेने के लिए डेंटिस्ट के पास जाना चाहिए।

यदि किसी के दांतों में कैविटी के कारण उसे रात के समय में दर्द होने लगे तो उसे यह उपाय आजमाना चाहिए। इसके तहत लौंग का तेल या फिर साबूत लौंग का इस्तेमाल करना चाहिए। जहां पर कैविटी है उस स्थान पर रूई को लौंग के तेल में डूबाएं और जहां कैविटी है वहां पर रखें। ऐसा करने से मरीज को कुछ समय व घंटों के लिए आराम मिलेगा। इसके अलावा यदि घर में लौंग का तेल नहीं है तो उसे वहां सीधे लौंग की एक फली रखनी चाहिए। ऐसा करने से भी मरीज को आराम मिलता है।दांत में दर्द की वजह क्रैक है तो उस कंडीशन में भी लौंग को उस जगह पर रखकर आराम पा सकते हैं। लोगों को ऐसा कुछ समय के लिए समस्या से आराम पाने के लिए करना चाहिए। उसके बाद उन्हें एक्सपर्ट की सलाह लेनी चाहिए।

दो दांत के बीच वाले हिस्से में मसूड़ा होता है। उसमें यदि किसी को दर्द हो तो ऐसे में उसे डेंटल पॉकेट के मसूड़ों में दर्द हो सकता है। इसका उपचार करने के लिए नीचे के लेयर वाले दांत और ऊपर के लेयर वाले दांत को दबाएं (दांत पीसें), ऐसा करने से मरीज को आराम मिलेगा।कुछ दांतों का दर्द उठे तो दिन हो या रात डॉक्टर के पास ही जाना चाहिए। यदि किसी को पल्सेटिंग पेन यानि रुक-रुक कर दर्द हो… जैसे हमारा दिल धड़कता है… ठीक उसी प्रकार दर्द भी होता है, रुक-रुक कर। यदि किसी को इस प्रकार का दर्द हो तो उसे डॉक्टरी सलाह लेनी चाहिए। बिना डॉक्टर के सलाह के दवा का सेवन नहीं करना चाहिए।

यदि मसूड़ों में पस की समस्या हो तो उस कंडीशन में भी डॉक्टरी सलाह लेनी चाहिए। कई बार दांतों के बीच के मसूड़ों में पस हो सकता है। जो मरीज को दिखता नहीं है। इसका उपचार करने के लिए लोगों को डॉक्टर के पास जाना चाहिए। डॉ. सौरव बताते हैं कि यह दर्द प्रसव पीड़ा से भी ज्यादा गंभीर होता है। इसका ट्रीटमेंट करने के लिए मसूड़ों में फंसे पस को निकालकर ट्रीटमेंट किया जाता है। तब जाकर मरीज को आराम मिलता है।यदि दर्द कंट्रोल न हो तो उस कंडीशन में आपको एक्सपर्ट की मदद लेनी चाहिए। क्योंकि बिना डॉक्टरी सलाह के दवा का सेवन करना स्वास्थ्य के लिए हानिकारक साबित हो सकता है।