पाकिस्तान अब भारत में आतंकवाद फैलाना चाहता है! पाकिस्तान के मंसूबे न सिर्फ भारत समझ चुका है बल्कि पूरी दुनिया भी जान चुकी है, लेकिन पिछले कुछ समय में पाकिस्तान चल रहा है ऐसी चालें जो हैरान करती है। जब आर पार की लड़ाई करना पाकिस्तान के लिए मुश्किल हो गया तो वो चुन रहा है दहशत फैलाने के नए-नए तरीके। जान लीजिए पाकिस्तान की वो तीन चालें जिसके जरिए उसका मकसद देश में जहर भरना चाहता था। पाकिस्तान किस स्तर पर आकर अपनी जड़े फैलाने काम कर रहा है। देश की राजधानी दिल्ली से आईएसआई से जुड़े एक बड़े आतंकी शाहनवाज को गिरफ्तार किया गया है। ये आतंकी एएनआई की मोस्ट वांटेड लिस्ट में शामिल था और लंबे समय से इसकी तलाश की जा रही थी। इसके अलावा इसके दो और साथी मोहम्मद रिजवान अशरफ और मोहम्मद अरशद वारसी को उत्तर प्रदेश के लखनऊ और मुरादाबाद से गिरफ्तार किया गया है। पुलिस को इनके पास से सात जिंदा कारतूसों के साथ एक .32 बोर पिस्तौल, रसायनों से भरे प्लास्टिक के कनस्तर, एसिड वाली कांच की बोतलें, छोटे आकार की स्टील की गेंदें, माचिस की डिब्बियां, लोहे के पाइप, इलेक्ट्रॉनिक वजन मशीन, थर्मामीटर, सर्जिकल दस्ताने, विभिन्न रंगीन पाउडर भी बरामद किए हैं।
आप ये जानकर हैरान रह जाएंगे कि ये तीनों आतंकी देश में लूटपाट का काम कर रहे थे। इनका मकसद था देश में बड़े आतंकी हमले की तैयारी लेकिन उस हमले के लिए इन्हें खुद पैसा जुटाना था। आईएसआई ने इन्हें आतंकी हमले के लिए फंड जुटाने का भी काम दिया था। स्पेशल सेल के द्वारा पकड़े गए तीन आतंकियों ने खुद पुलिस को ये बात बताई है। अब तक आईएसआई टेरर अटैक के लिए खुद फंडिंग करती आई थी, लेकिन ये एक नया तरीका है। अधिकारियों के पास से देश से जुड़े अहम दस्तावेज और प्लान्स को जानना चाहती थी। देश की खुफिया एजेंसी ने पुलिस अधिकारियों को इस बारे में सतर्क किया हुआ था।पुलिस अधिकारी ने बताया कि अभी तक की पूछताछ में पता चला है कि शाहनवाज लूटपाट, चोरी छह से अधिक आपराधिक वारदात को अंजाम दे चुका है। फिलहाल इनके गिरोह में अभी कई अन्य लोग भी शामिल हैं, उनकी तलाश की जा रही है।
इसी तरह पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई ने कुछ समय पहले हनी ट्रैपिंग की चाल चली थी। भारत का खुफिया एजेंसी के पास खबरें आई थी कि पाकिस्तान ने देश में 21 हूरों को भेजा। ये आईएसआई से जुड़ी वो लड़कियां थी जिनका काम था उत्तर प्रदेश पुलिस के अधिकारियों को अपने हुस्न जाल में फंसाना। बता दें कि पुलिस को इनके पास से सात जिंदा कारतूसों के साथ एक .32 बोर पिस्तौल, रसायनों से भरे प्लास्टिक के कनस्तर, एसिड वाली कांच की बोतलें, छोटे आकार की स्टील की गेंदें, माचिस की डिब्बियां, लोहे के पाइप, इलेक्ट्रॉनिक वजन मशीन, थर्मामीटर, सर्जिकल दस्ताने, विभिन्न रंगीन पाउडर भी बरामद किए हैं। इन लड़कियों को सोशल साइट्स के जरिए पुलिस अधिकारियों को फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजकर उनसे दोस्ती करने का काम दिया गया था। ये अधिकारियों के पास से देश से जुड़े अहम दस्तावेज और प्लान्स को जानना चाहती थी। देश की खुफिया एजेंसी ने पुलिस अधिकारियों को इस बारे में सतर्क किया हुआ था।
पाकिस्तान और आईएसआई का तीसरा तरीका तो बदस्तूर जारी है। बॉर्डर क्रॉस करके घुसपैठ करना। कुछ समय तक पाकिस्तान की तरफ से घुसपैठ की घटनाएं कुछ कम हुई थी, अब एक बार फिर बॉर्डर पार से आतंकवाद के कई मामले सामने आ रहे हैं। पिछले महीने जम्मू कश्मीर में अलग-अलग जगहों पर घुसपैठ की कई घटनाएं हुई। बता दें कि आईएसआई ने इन्हें आतंकी हमले के लिए फंड जुटाने का भी काम दिया था। स्पेशल सेल के द्वारा पकड़े गए तीन आतंकियों ने खुद पुलिस को ये बात बताई है। अब तक आईएसआई टेरर अटैक के लिए खुद फंडिंग करती आई थी, लेकिन ये एक नया तरीका है। पुलिस अधिकारी ने बताया कि अभी तक की पूछताछ में पता चला है कि शाहनवाज लूटपाट, चोरी छह से अधिक आपराधिक वारदात को अंजाम दे चुका है। फिलहाल इनके गिरोह में अभी कई अन्य लोग भी शामिल हैं, उनकी तलाश की जा रही है। जम्मू कश्मीर के कुपवाड़ा जिले में सुरक्षाबलों ने माछिल सेक्टर में घुसपैठ की कोशिश कर रहे दो आतंकियों को ढेर किया था। इनके पास पाकिस्तान की करेंसी भी मिली थी। इसके पहले बारामूला में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच हुई मुठभेड़ में भी आतंकी मारे गए थे। इस मुठभेड़ में सेना के तीन अधिकारी भी शहीद हो गए थे।