आपने महाराष्ट्र की राजनीति के बारे में तो सुना ही होगा! तीन बार के मुख्यमंत्री पनीरसेल्वम 2017 में पलानीसामी सरकार में डिप्टी सीएम बनाए गए थे। 1996-97 में पंजाब की मुख्यमंत्री रहीं राजिंदर कौर भट्टल जनवरी 2004 से लेकर मार्च 2007 तक डिप्टी सीएम पद पर रहीं।महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस गुरुवार को एकनाथ शिंदे सरकार में उप मुख्यमंत्री बने। देवेंद्र फडणवीस ही ऐसे पूर्व मुख्यमंत्री नहीं जो पहले सीएम बाद में डिप्टी सीएम बने हों। इससे पहले पंजाब से लेकर तमिलनाडु तक ऐसे कई उदाहण हैं। तीन बार के मुख्यमंत्री पन्नीरसेल्वम 2017 में पलानीसामी सरकार में डिप्टी सीएम बनाए गए थे। पन्नीरसेल्वम ने 2017 से 2021 तक डिप्टी सीएम की जिम्मेदारी संभाली। इससे पहले सितंबर 2001 में पन्नीरसेल्वम पहली बार मुख्यमंत्री बने थे। दरअसल, एआईएडीएमके की नेता जे जयललिता को सुप्रीम कोर्ट फैसले की वजह से मुख्यमंत्री पद से हटना पड़ा था। जयललिता ने अपनी जगह ओ पन्नीरसेल्वम को मुख्यमंत्री का पद सौंपा था।
मद्रास हाईकोर्ट से जयललिता को राहत मिलने पर पन्नीरसेल्वम ने इस्तीफा दे दिया। जयललिता फिर से मुख्यमंत्री बनीं। पन्नीरसेल्वम जयललिता सरकार में लोक निर्माण और आबकारी विभाग मंत्री बनाए गए।
सितंबर 2014 में जयललिता के आय से अधिक मामले में जेल जाने के बाद पन्नीरसेल्वम ने एक बार फिर तमिलनाडु के सीएम बने। कर्नाटक हाईकोर्ट से बरी होने के बाद जयललिता ने फिर से पन्नीरसेल्वम की जगह ली। करीब एक साल बाद मई 2016 में जयललिता ने उन्हें फिर वित्त और लोक निर्माण विभाग की जिम्मेदारी सौंपी। दिसंबर 2016 में जयललिता के निधन के बाद पन्नीरसेल्वम तीसरी बार राज्य के मुख्यमंत्री बने। उनका यह कार्यकाल भी छोटा ही रहा और पार्टी में उभरे मतभेद के बाद उन्होंने फरवरी 2017 में पद से इस्तीफा दे दिया। पन्नीरसेल्वम के पद छोड़ने के बाद ई पलानीसामी ने तमिलनाडु का सीएम पद संभाला।
कांग्रेस की नेता राजिंदर कौर भट्टल के नाम पंजाब की पहली महिला मुख्यमंत्री होने का गौरव है। उन्हें नवंबर 1996 में पार्टी नेता हरचरण सिंह बराड़ के इस्तीफे के बाद सीएम पद सौंपा गया था। इसी के साथ वे देश की आठवीं महिला मुख्यमंत्री बन गई थीं।
हालांकि, भट्टल का सीएम के तौर पर कार्यकाल सिर्फ तीन महीने (नवंबर 1996 से फरवरी 1997) तक चला। 2003 में तत्कालीन मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह से विवाद के चलते उन्होंने कांग्रेस के कई विधायकों को बगावत के लिए मना लिया। इसके चलते खुद सोनिया गांधी को दोनों पक्षों को सुलह के लिए मनाना पड़ा।
जनवरी 2004 में भट्टल को विवाद खत्म करने के लिए डिप्टी सीएम का पद सौंपा गया। इसके अलावा उनका समर्थन करने वाले विधायकों को भी कैबिनेट में पद दिए गए। भट्टल जनवरी 2004 से लेकर मार्च 2007 तक डिप्टी सीएम पद पर रहीं।
ओडिशा के आदिवासी कांग्रेस नेता हेमनंद बिस्वाल पहली बार 7 दिसंबर 1989 को राज्य के मुख्यमंत्री बने थे। हालांकि, उनका पहला कार्यकाल तीन महीने ही चल पाया और पांच मार्च 1990 को उन्होंने पद से इस्तीफा दे दिया। बिस्वाल ओडिशा के पहले आदिवासी मुख्यमंत्री रहे।
1995 में जानकी बल्लभ पटनायक राज्य के मुख्यमंत्री बने। पटनायक सरकार में पूर्व मुख्यमंत्री हेमनंद बिस्वाल को डिप्टी सीएम बनाया गया। मई 1998 तक बिस्वाल इस पद पर रहे। उपमुख्यमंत्री पद से हटने के करीब डेढ़ साल बाद उन्होंने दूसरी बार राज्य की कमान संभाली। हालांकि, उनका दूसरा कार्यकाल महज तीन महीने (छह दिसंबर 1999 से पांच मार्च 2000) का रहा।
इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग के सीएच मोहम्मद कोया 1979 में 53 दिन के लिए मुख्यमंत्री बने थे। कोया 12 अक्तूबर 1979 से एक दिसंबर 1979 तक पद पर रहे। एक साल बाद 28 दिसंबर 1980 को कांग्रेस के के करुणाकरन राज्य के मुख्यमंत्री बने। इस सरकार में कोया को डिप्टी सीएम बनाया गया था। कोया मुस्लिम लीग के इकलौते नेता हैं जो केरल के मुख्यमंत्री पद पर बैठे।
25 जनवरी 1991 को कांग्रेस के रवि नाइक गोवा के मुख्यमंत्री बने। नाइक दो साल 113 दिन इस पद पर रहे। 1994 में नाइक दूसरी बार महज छह दिन के लिए राज्य के मुख्यमंत्री बने। साल 2000 में भाजपा राज्य की सत्ता में आई। मनोहर पर्रिकर राज्य के मुख्यमंत्री बने। वहीं, नाइक उनकी सरकार में उप मुख्यमंत्री बनाए गए। उस वक्त नाइक महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी में थे।
विल्फ्रेड डिसूजा गोवा के तीन बार के मुख्यमंत्री और चार बार के उपमुख्यमंत्री रहे हैं। डिसूजा पहली बार 16 जनवरी 1980 को डिप्टी सीएम बने। 1991 में रवि नाइक सरकार में दूसरी बार उप मुख्यमंत्री बने। 1993 में रवि नाइक की जगह उन्हें मुख्यमंत्री बना दिया गया। आठ अप्रैल 1994 को वह दूसरी बार राज्य के सीएम बनाए गए। 252 दिन बाद उनकी जगह प्रताप सिंह राणे राज्य के मुख्यमंत्री बने। दो बार मुख्यमंत्री डिसूजा को राणे कैबिनेट में उप मुख्यमंत्री बनाया गया। हालांकि, करीब चार साल बाद डिसूजा ने राणे की जगह ली। इस बार वह 117 दिन इस पद पर रहे। 2005 में प्रताप सिंह राणे मंत्रिमंडल में तीन बार के मुख्यमंत्री डिसूजा चौथी बार डिप्टी सीएम बनाए गए।