नई दिल्ली :भारतीय जनता पार्टी ने आगामी राष्ट्रपति पद के चुनाव के मद्देनजर झारखंड की पूर्व राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू को एनडीए (NDA) की तरफ से उम्मीदवार बनाया है. बीजेपी(BJP) की संसदीय बोर्ड की बैठक में राष्ट्रपति उम्मीदवार के नाम पर मंथन के बाद झारखंड की पूर्व राज्यपाल और आदिवासी नेता द्रौपदी मुर्मू के नाम पर मुहर लग गई है.. बैठक के बाद BJP अध्यक्ष जेपी नड्डा ने द्रौपदी मुर्मू के नाम का ऐलान किया. नड्डा ने कहा कि पहली बार किसी महिला आदिवासी प्रत्याशी को वरीयता दी गई है नड्डा ने कहा कि भाजपा संसदीय बोर्ड की बैठक में प्रधानमंत्री और अन्य सदस्यों ने हिस्सा लिया। 15 जून को राष्ट्रपति चुनाव की अधिसूचना अधिसूचित की गई। हम राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के लिए आम सहमति बनाने के लिए विभिन्न दलों से बात कर रहे थे। राजनाथ जी और मैंने कई पार्टियों से बात की। लेकिन आम सहमति नहीं बन पाई। यूपीए ने अपने उम्मीदवार की घोषणा कर दी है। इसलिए हमने अपने एनडीए सहयोगियों से बात की है और 20 नामों पर चर्चा की गई है। देश के पूर्वी हिस्से से उम्मीदवार पर आम सहमति थी और वह महिला हो और आदिवासी पहले कभी उम्मीदवार नहीं रहा हो। इस बैठक में पीएम मोदी, बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, नितिन गडकरी और शिवराज सिंह चौहान समेत पार्टी के कई वरिष्ठ नेता मौजूद रहे। बीजेपी की इस हाई लेवल मीटिंग में राष्ट्रपति पद के लिए कई उम्मीदवारों के नाम पर मंथन किया गया। विपक्ष की ओर से देश के सबसे बड़े पद के लिए मंगलवार को ही पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा के नाम की घोषणा की गई। अगर मुर्मू मुकाबले में सफल हुईं तो वह देश की पहली आदिवासी महिला राष्ट्रपति होंगी।साथ ही अगर वो चुनाव जीतती हैं तो प्रतिभा पाटिल के बाद देश की दूसरी महिला राष्ट्रपति बनेंगी. अगर वो जीतती हैं तो ओडिशा राज्य से आने वाली पहली राष्ट्रपति होंगी. द्रौपदी मुर्मू झारखंड की पहली महिला गवर्नर रही हैं. वो ओडिशा की पहली महिला और आदिवासी नेता रही हैं, जिन्हें किसी भारतीय राज्य में गवर्नर बनाया गया हो और जिसने अपना कार्यकाल पूरा किया हो.
राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार द्रौपदी मुमू ने कहा कि मैं एनडीए की ओर से राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार हूं, यह जानकर थोड़ा आश्चर्य और खुशी दोनों हो रही है। इस माटी की बेटी होने के नाते राष्ट्रपति चुनाव में बीजद से समर्थन देने का अनुरोध करूंगी। आशा करती हूं कि ओडिशा के सभी सांसद और विधायक भी मेरा समर्थन करेंगे क्योंकि मैं राज्य से दो बार विधायक और बीजद-भाजपा सरकार में मंत्री रह चुकी हूं।द्रौपदी मुर्मू नाम देश की पहली आदिवासी महिला गवर्नर का तमगा भी है। 2015-2021 के बीच वह झारखंड की गवर्नर रही हैं। 20 जून 1958 में जन्मीं मुर्मू की पढ़ाई-लिखाई भुवनेश्वर के रमादेवी वुमेंस कॉलेज से हुई है। वह स्नातक हैं। उनके पति श्याम चरण मुर्मू इस दुनिया में नहीं हैं। उनके एक बेटी है। उसका नाम इतिश्री मुर्मू है। इतिश्री का विवाह हो चुका है। 2013 से 2015 तक मुर्मू बीजेपी की एस.टी. मोर्चा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य रहीं। 2010 में उन्होंने मयूरभंज (पश्चिम) से बीजेपी की जिला अध्यक्ष की कमान संभाली। उन्हें 2007 में सर्वश्रेष्ठ विधायक के लिए ‘नीलकंठ पुरस्कार’ से सम्मानित किया गया था। 2006-2009 के बीच वह बीजेपी की एस.टी. मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष रहीं। 2004-2009 के बीच द्रौपदी मुर्मू ओडिशा के रायरंगपुर से विधानसभा सदस्य थीं। 2002-2009 के बीच मुर्मू ने बीजेपी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य के तौर पर एस.टी. मोर्चा की जिम्मेदारी संभाली। 2000-2004 के बीच वह ओडिशा सरकार में परिवहन और वाणिज्य विभाग की मंत्री रही हैं। 2002-2004 के बीच उन्होंने ओडिशा सरकर के पशुपालन विभाग की जिम्मेदारी संभाली। 1997 में वह पार्षद बनीं और रायरंगपुर की वाइस-चेयरपर्सन नियुक्त की गईं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर लिखा ‘द्रौपदी मुर्मू ने अपना जीवन समाज की सेवा और गरीबों, दलितों के साथ-साथ हाशिए के लोगों को सशक्त बनाने के लिए समर्पित कर दिया है. उनके पास समृद्ध प्रशासनिक अनुभव है और उनका कार्यकाल उत्कृष्ट रहा है. मुझे विश्वास है कि वह हमारे देश की एक महान राष्ट्रपति होंगी.ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने ट्वीट कर कहा कि द्रौपदी मुर्मू का एनडीए का राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार होना ओडिशा के लिए गर्व का क्षण है। जब पीएम मोदी ने मेरे साथ इस पर चर्चा की तो मुझे खुशी हुई। मुझे विश्वास है कि श्रीमती मुर्मू देश में महिला सशक्तिकरण के लिए एक उज्ज्वल उदाहरण स्थापित करेंगी।